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हाईड्रोजन ट्रेन के लिए करना होगा और इंतजार, जींद- सोनीपत रुट पर आज नहीं होगा ट्रायल - JIND HYDROGEN TRAIN

यात्रियों को अभी हाईड्रोजन ट्रेन के लिए इंतजार करना पड़ेगा. सोमवार को अधिकारियों ने निरीक्षण किया तो कई कमियां पाई गई.

Jind hydrogen train
हाईड्रोजन ट्रेन के लिए और इंतजार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : April 1, 2025 at 10:08 AM IST

3 Min Read

जींद: हाईड्रोजन ट्रेन के लिए यात्रियों को और इंतजार करना पड़ेगा. सोमवार को डिवीजन रेलवे प्रबंधक पुष्पेश रमन त्रिपाठी जींद और नरवाना स्टेशन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. डीआरएम को निरीक्षण में रेलवे जंक्शन जींद पर बने रहे हाईड्रोजन प्लांट में पानी का उचित प्रबंध नही मिला. प्लांट में गैस बनाने के लिए रोजाना चार हजार लीटर पानी चाहिए लेकिन यहां इसका उचित प्रबंध नहीं है.

नहीं है पानी की उचित व्यवस्था: इसके बाद नई दिल्ली मंडल रेलवे प्रबंधक पुष्पेंद्र त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी की उचित व्यवस्था की जाए. वरना बिना पानी के प्लांट बंद हो जाएगा. इसके बाद उन्होंने प्लांट की डेडलाइन पूछी तो अधिकारियों ने 20 मई तक पानी की व्यवस्था पूरी करने की बात कही. ऐसे में अब पानी की उचित व्यवस्था के बाद ही यहां हाईड्रोजन गैस से ट्रेन का संचालन शुरू करवाया जाएगा.

यात्रियों को करना होगा और इंतजार: दरअसल जींद में मंगलवार को हाईड्रोजन ट्रेन का ट्रायल होना था. हालांकि पानी की उचित व्यवस्था न होने सहित अन्य कमियों के कारण ट्रायल नहीं हो पाएगा. ऐसे में यात्रियों को इस ट्रेन ने लिए और भी इंतजार करना पड़ेगा.

मंडल रेलवे प्रबंधक ने की अधिकारियों से पूछताछ: नई दिल्ली मंडल रेलवे प्रबंधक पुष्पेंद्र त्रिपाठी सोमवार को नई दिल्ली से पंजाब के कटार सिंह वाला स्टेशन के लिए रवाना हुए. इसके बाद वह कटार सिंह वाला स्टेशन पहुंचे. वहां से निरीक्षण करते हुए नरवाना स्टेशन रूके. इसके बाद वहां उन्होंने बिल्डिंग के चल रहे निर्माण की व्यवस्था को जांचा. वहां उन्होंने अधिकारियों से निर्माण के बारे में बारीकी से पूछताछ की. इसके बाद वह जींद जंक्शन पहुंचे और उन्होंने जंक्शन की निर्माणाधीन बिल्डिंग से निरीक्षण शुरू किया. इस दौरान उन्होंने बिल्डिंग के टॉयलेट में लगाई जा रही यूरोपियन सीटों पर एतराज जताया. उन्होंने कहा कि टॉयलेटों में केवल एक ही यूरोपियन और अन्य जगह इंडियन सीट लगाई जाए.

ब्लास्ट होने पर बजेजा अलार्म: इसके बाद वह हाईड्रोजन प्लांट पहुंचे. वहां पर उन्होंने कहा कि यदि ब्लास्ट हो जाए तो कैसे बचा जा सकता है? इस पर अधिकारियों ने कहा कि ब्लास्ट होने पर अलार्म बजेगा. इसके अलावा लीक होने पर आग लग जाए तो उसका क्या बचाव है? इस पर अधिकारियों का कहना था कि फायर हाइड्रैंट लगाया हुआ है, जो आग लगने पर तुरंत काम करेगा.

नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने सौंपा ज्ञापन: नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन जींद शाखा ने कर्मचारियों की समस्या संबंधी एक ज्ञापन शाखा सचिव मेहर सिंह के नेतृत्व में मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन दिया. मंडल में ट्रैकमैन कर्मचारियों को अभी तक रक्षक यंत्र और सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए हैं, जिस कारण दिन प्रतिदिन ट्रैकमैन कर्मचारियों के साथ हादसे हो रहे हैं, जबकि अन्य रेलवे में यह उपकरण दिए जा चुके हैं. जल्द से जल्द उपकरण दिल्ली मंडल में भी दिलवाया जाए. रेलवे जंक्शन पर लोको पायलट और ट्रेनिंग मैनेजर को गाड़ियों के नीचे से निकलकर रनिंग रूम जाना पड़ता है, जिससे सदैव जान का खतरा बना रहता है. प्लेटफार्म नंबर एक से रनिंग रूम तक फूट ब्रिज बनवाया जाए.सफाई व्यवस्था के लिए टेंडर आवंटित किया जाए.

ये भी पढ़ें:आज पटरियों पर दौड़ेगी देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन, इस रूट पर होगा ट्रायल रन... जानिए क्यों है खास ? - INDIA FIRST HYDROGEN TRAIN

जींद: हाईड्रोजन ट्रेन के लिए यात्रियों को और इंतजार करना पड़ेगा. सोमवार को डिवीजन रेलवे प्रबंधक पुष्पेश रमन त्रिपाठी जींद और नरवाना स्टेशन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. डीआरएम को निरीक्षण में रेलवे जंक्शन जींद पर बने रहे हाईड्रोजन प्लांट में पानी का उचित प्रबंध नही मिला. प्लांट में गैस बनाने के लिए रोजाना चार हजार लीटर पानी चाहिए लेकिन यहां इसका उचित प्रबंध नहीं है.

नहीं है पानी की उचित व्यवस्था: इसके बाद नई दिल्ली मंडल रेलवे प्रबंधक पुष्पेंद्र त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी की उचित व्यवस्था की जाए. वरना बिना पानी के प्लांट बंद हो जाएगा. इसके बाद उन्होंने प्लांट की डेडलाइन पूछी तो अधिकारियों ने 20 मई तक पानी की व्यवस्था पूरी करने की बात कही. ऐसे में अब पानी की उचित व्यवस्था के बाद ही यहां हाईड्रोजन गैस से ट्रेन का संचालन शुरू करवाया जाएगा.

यात्रियों को करना होगा और इंतजार: दरअसल जींद में मंगलवार को हाईड्रोजन ट्रेन का ट्रायल होना था. हालांकि पानी की उचित व्यवस्था न होने सहित अन्य कमियों के कारण ट्रायल नहीं हो पाएगा. ऐसे में यात्रियों को इस ट्रेन ने लिए और भी इंतजार करना पड़ेगा.

मंडल रेलवे प्रबंधक ने की अधिकारियों से पूछताछ: नई दिल्ली मंडल रेलवे प्रबंधक पुष्पेंद्र त्रिपाठी सोमवार को नई दिल्ली से पंजाब के कटार सिंह वाला स्टेशन के लिए रवाना हुए. इसके बाद वह कटार सिंह वाला स्टेशन पहुंचे. वहां से निरीक्षण करते हुए नरवाना स्टेशन रूके. इसके बाद वहां उन्होंने बिल्डिंग के चल रहे निर्माण की व्यवस्था को जांचा. वहां उन्होंने अधिकारियों से निर्माण के बारे में बारीकी से पूछताछ की. इसके बाद वह जींद जंक्शन पहुंचे और उन्होंने जंक्शन की निर्माणाधीन बिल्डिंग से निरीक्षण शुरू किया. इस दौरान उन्होंने बिल्डिंग के टॉयलेट में लगाई जा रही यूरोपियन सीटों पर एतराज जताया. उन्होंने कहा कि टॉयलेटों में केवल एक ही यूरोपियन और अन्य जगह इंडियन सीट लगाई जाए.

ब्लास्ट होने पर बजेजा अलार्म: इसके बाद वह हाईड्रोजन प्लांट पहुंचे. वहां पर उन्होंने कहा कि यदि ब्लास्ट हो जाए तो कैसे बचा जा सकता है? इस पर अधिकारियों ने कहा कि ब्लास्ट होने पर अलार्म बजेगा. इसके अलावा लीक होने पर आग लग जाए तो उसका क्या बचाव है? इस पर अधिकारियों का कहना था कि फायर हाइड्रैंट लगाया हुआ है, जो आग लगने पर तुरंत काम करेगा.

नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने सौंपा ज्ञापन: नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन जींद शाखा ने कर्मचारियों की समस्या संबंधी एक ज्ञापन शाखा सचिव मेहर सिंह के नेतृत्व में मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन दिया. मंडल में ट्रैकमैन कर्मचारियों को अभी तक रक्षक यंत्र और सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए हैं, जिस कारण दिन प्रतिदिन ट्रैकमैन कर्मचारियों के साथ हादसे हो रहे हैं, जबकि अन्य रेलवे में यह उपकरण दिए जा चुके हैं. जल्द से जल्द उपकरण दिल्ली मंडल में भी दिलवाया जाए. रेलवे जंक्शन पर लोको पायलट और ट्रेनिंग मैनेजर को गाड़ियों के नीचे से निकलकर रनिंग रूम जाना पड़ता है, जिससे सदैव जान का खतरा बना रहता है. प्लेटफार्म नंबर एक से रनिंग रूम तक फूट ब्रिज बनवाया जाए.सफाई व्यवस्था के लिए टेंडर आवंटित किया जाए.

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