कोटा : देश की सबसे प्रतिष्ठित और विश्व के दूसरे नंबर की कठिन परीक्षाओं में शामिल जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड (JEE ADVANCED 2025) का रविवार को पेपर दो पारियों में संपन्न हुआ. पहले पेपर के लिए सुबह 7 बजे से एंट्री शुरू हो गई थी और 8:30 तक विद्यार्थियों को एंट्री दी गई. 9 से 12 बजे तक पहली पारी की परीक्षा हुई. दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2:30 से 5:30 बजे के बीच में हुई. इसके लिए 2 बजे तक प्रवेश मिला.
एग्जाम संपन्न हो जाने के बाद अब 22 मई को कैंडिडेट की रिकॉर्ड रिस्पांस शीट जारी कर दी जाएगी. साथ ही 26 मई को प्रोविजनल आंसर की भी जारी होगी, जिन पर कैंडिडेट 26 मई शाम 5:00 बजे तक आपत्ति दर्ज कर सकेंगे. वहीं, 2 जून को फाइनल आंसर की और रिजल्ट भी जारी हो जाएगा.
हर साल बदलता रहता है पैटर्न : परीक्षा में पूरी गाइडलाइन के साथ विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया. अधिकांश विद्यार्थी समय रहते ही पहुंच गए थे. कोटा के चार परीक्षा केंद्र पर एक-दो विद्यार्थी ही देरी से पहुंचे, जिन्हें प्रवेश नहीं दिया गया. एक्सपर्ट का मानना है कि यह सबसे कठिन परीक्षा है, इसलिए पूरे टेंपरामेंट से परीक्षा देनी होती है. इस परीक्षा में महज 50-55 के बीच ही प्रश्न 3 घंटे की एक पारी में करने होते हैं. इसके बाद दूसरी पारी में भी इतने ही प्रश्न आते हैं. न पेपर पैटर्न का इसमें पता होता है, ना ही मार्किंग स्कीम की जानकारी पहले होती है. हर साल यह बदलता रहता है. बीते साल विद्यार्थियों से 102 प्रश्न पूछे गए थे, जबकि साल 2023 में 108 प्रश्न पूछे गए थे. हर साल यह बदलता रहता है.
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कोई टारगेट लेकर परीक्षाएं नहीं दें : निजी कोचिंग संस्थान के सीईओ नितिन विजय का कहना है कि उन्होंने भी आईआईटी की परीक्षा दी थी. यह अनप्रिडिक्टेबल है. एग्जाम काफी टफ भी हो सकता है और आसान भी हो सकता था. कोई टारगेट लेकर परीक्षाएं नहीं दें. एग्जाम कठिन है तो सबके लिए और आसान है तो सबके लिए आसान होगा. कैंडिडेट्स को बेस्ट देना होगा. दो-तीन सवाल टफ हो तो घबराना नहीं है. अपनी एंजायटी एग्जाम में बढ़ने नहीं देना है. नर्वसनेस एग्जाम में होती है, लेकिन उसका पैनिक अभी नहीं होने दें. कॉन्फिडेंस होना चाहिए, क्योंकि यह ज्ञान की नहीं, मनःस्थिति की लड़ाई है.
एग्जाम में रैंक या सिलेक्शन दोनों में से क्या प्राथमिकता रहनी चाहिए, इस पर नितिन विजय का कहना है कि बच्चा अगर कक्षा 9 से तैयारी शुरू कर दी है तो वह रैंक के लिए लड़ता है. 12वीं के बाद जो तैयारी कर रहा है तो वो लड़ाई सिलेक्शन के लिए होती है. ऐसे में कौन दौड़ में कब से लगा हुआ है, इस पर अचीवमेंट व गोल निर्भर करता है. बता दें कि इस परीक्षा से देश की 23 आईआईटी की 17500 से ज्यादा बीटेक और बीई की सीट्स पर एडमिशन मिलेगा. भारत के 222 शहरों में यह परीक्षा आयोजित हो रही है. इसके अलावा दो विदेशी शहर अबू धाबी और दुबई में भी एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं.