श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी में कथित संलिप्तता के आरोप में जल शक्ति विभाग के पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. बर्खास्तगी के आदेशों में विभाग ने कहा है कि ये कर्मचारी नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) मामलों में शामिल थे.
आरोपियों के खिलाफ पुलिस कई पुलिस स्टेशनों में धारा 8/20 एनडीपीएस अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी. 24 मार्च को बर्खास्त किए गए इन कर्मचारियों की पहचान शोपियां के सिंचाई प्रभाग के जमादार गुलजार अहमद डार, बांदीपुरा जिले के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण प्रभाग सुंबल के गैंग कुली अब्दुल रशीद भट के तौर पर हुई है.
वहीं, बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में जम्मू के हीरानगर के जल शक्ति (पीएचई) उप-मंडल के लाइनमैन दिलबाग सिंह, रामबन के हाइड्रोलिक प्रभाग के सहायक मोटरमैन गुलजार अहमद, बारामुल्ला जिले के तंगमर्ग के सिंचाई प्रभाग के फिरोजपोरा बेसिन के गैंग कुली नूर मोहम्मद शेख शामिल हैं.
बता दें कि, एलजी प्रशासन ने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद 2020 से अनुच्छेद 311 (2) (सी) के तहत 78 कर्मचारियों को उनके खिलाफ कोई जांच किए बिना ही सेवा से हटा दिया था. इन कर्मचारियों को राज्य की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है.
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