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प्रोजेक्ट टाइगर का कमाल, दुनिया के तीन चौथाई बाघ भारत में, कौन-सा राज्य नंबर वन, जानें - International Tiger day

International Tiger Day: दुनिया भर में जहां कई वन्य जीवों की संख्या में लगातार गिरावट हो रही है, वहीं भारत में इस फ्रंट पर अच्छी खबर मिल रही है. दुनिया भर में जितने बाघ हैं, उनमें से तीन चौथाई यानी 75 फीसदी बाघ भारत में हैं. पढ़ें पूरी खबर..

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 29, 2024, 5:30 AM IST

Updated : Jul 29, 2024, 4:32 PM IST

International Tiger day
अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

हैदराबादः भारत में बाघों की संख्या 3682 प्लस हो चुकी है. देश में कुछ 55 टाइगर रिजर्व है, जिसमें 17 राज्यों में 36 टाइगर रिजर्व में इकोटूरिज्म की इजाजत है. दुनिया के कई देशों में बाघों की संख्या में गिरावट हो रही है. वहीं 1970 के दशक में सरकार की ओर से वन्यजीव विरासत के लिए उठाये गये कदमों का असर अब दिखने लगा है. 1973 में लागू प्रोजेक्ट टाइगर ने वन्य जीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया. इस कारण से दुनिया में कुल बाघों की संख्या का 75 फीसदी भारत में मौजूद है. देश के 88,558 वर्ग किलोमीटर में फैले वन्य क्षेत्र में निवास करते हैं. इको सिस्टम के लिए बाघों की महत्ता को दर्शाने व दुनिया भर में इसकी संख्या में गिरावट से होने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस मनाया जाता है.

International Tiger day
अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

12 साल में 1283 बाघों की मौतः 2012-2023 के 1283 बाघों की मौत हो गई. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के डेटा के अनुसार 2012 से 2017 तक 560 बाघों की मौत हुई. वहीं 2018 से 2023 के बीच 723 बाघों की मौत हुई है. 2012 से 2017 के बीच 308 बाघों की प्राकृतिक रूप से मौत हुई. 123 बाघों का अवैध शिकार किया गया. 90 बाघों को सीज करने के मामले दर्ज किये गये. वहीं 39 बाघों की मौत सड़क व रेल हादसों के दौरान हो गया.

International Tiger day
अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  1. 2012 से 2017 तक 560 बाघों की मौत
  2. 2018 में 95 बाघों की मौत
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  3. 2019 में 96 बाघों की मौत
  4. 2020 में 106 बाघों की मौत
  5. 2021 में 127 बाघों की मौत
  6. 2022 में 121 बाघों की मौत
  7. 2023 में 178 बाघों की मौत
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

4 साल में होती है बाघों की जनगणना

  1. बाघों की जनगणना हर चार साल में होती है.
  2. 2022 में 5वां बाघ जनगणना 2022 में संपन्न हुआ था.
  3. 2023 में टाइगर जनगणना 2022 जारी किया गया था.
  4. टाइगर स्टेट इन इंडिया की उपाधि मध्य प्रदेश को प्राप्त है.
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  5. बाघों की जनगणना के लिए 2 स्तरीय सैंपल जमा किया जाता है.
  6. पहले फेज में बाघों की गणना के लिए वन अधिकारी, वन रक्षक एवं रेजर्स की टीम जंगल में बाघ के पैरों के निशान, मल और बचा हुआ खाना का डेटा जमा करते हैं.
  7. दूसरे फेज में कैमरे से इमेज व अन्य डेटा को जमा किया जाता है. दोनों डेटा को मिलाकर वैज्ञानिक विधि से बाघओं की संख्या का निर्धारण किया जाता है.
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

आंकड़ों में बाघ

  1. भारत में बाघों की संख्या 3682
  2. 3 राज्यों में बाघों की संख्या 500 से ज्यादा है
  3. 05 राज्यों में बाघों की संख्या 300 से ज्यादा है (ऊपर के 3 राज्यों के अलावा)
  4. 08 राज्य में बाघों की संख्या 200 से ज्यादा है ( ऊपर के 5 राज्यों के अलावा)
  5. 08 राज्यों में बाघों की आबादी में बाघों की जनगणना 2006 के अनुपात में 2022 में 100 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
  6. 313 फीसदी बाघों की आबादी (2006 से 2022 तक) की बढ़ोतरी हुई है.
  7. 24 फीसदी बाघों की संख्या में बढ़ोतरी है, 2018 से 2022 के बीच.
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  8. 785 बाघों के साथ मध्यप्रदेश, सबसे ज्यादा बाघों वाला राज्य है.

बाघों की संख्या के मामले में टॉप 5 राज्य

  1. मध्यप्रदेश 785 बाघों
  2. कर्नाटक 563 बाघों
  3. उत्तराखंड 560 बाघों
  4. महाराष्ट्र 444 बाघों
  5. तमिलनाडु 306 बाघों

सबसे ज्यादा बाघों की संख्या वाले टाइगर रिजर्व

International Tiger day
भारत में बाघों की आबादी (ANI/ETV Bharat Graphics)
  1. जिम कॉर्बेट 260
  2. बांदीपुर 150
  3. नागरहोल 141
  4. बांधवगढ़ 135
  5. दुधवा 135
  6. मुदुमलाई 114
  7. काजीरंगा 104
  8. कान्हा 105
  9. सुंदरवन 100
    International Tiger day
    राज्यों में बाघों की आबादी (ETV Bharat Graphics)

बाघों की जनगणना

  1. वर्ष आबादी
  2. 2006 1411
  3. 2010 1706
  4. 2014 2226
  5. 2018 2967
  6. 2022 3682
    International Tiger day
    बाघों की संख्या के मामले में टॉप टाइगर रिजर्व (ETV Bharat Graphics)

इन बाघ अभयारण्यों में है इकोटूरिज्म की सुविधाः भारत के 17 राज्यों में 36 इकोटूरिज्म टाइगर रिजर्व है.

मध्य प्रदेश

  1. बांधवगढ़
  2. कान्हा
  3. संजय
  4. सतपुड़ा
  5. पेंच
  6. पन्ना

महाराष्ट्र

  1. पेंच
  2. सह्याद्रि
  3. मेलघाट
  4. ताडोबा-अंधारी
  5. नवेगांव नागजीरा

कर्नाटक

  1. काली
  2. बांदीपुर
  3. नागरहोल

असम

  1. मानस
  2. नामेरी
  3. काजीरंगा

छत्तीसगढ़

  1. अचानकमार
  2. यूएसटीआर

तमिलनाडु

  1. अनामलाई
  2. मुदुमलाई

अरुणाचल प्रदेश

  1. पक्के
  2. नामदाफा

केरल

  1. पेरियार
  2. परम्बिकुलम

ओडिशा

  1. सतकोसिया
  2. सिमिलिपाल

उत्तराखंड

  1. कॉर्बेट
  2. राजाजी

झारखंड

  1. पलामू

राजस्थान

  1. सरिस्का

पश्चिम बंगाल

  1. सुंदरबन

बिहार

  1. वाल्मिकी

मिजोरम

  1. डम्पा

तेलंगाना

  1. अमराबाद

आंध्र प्रदेश

  1. नागार्जुनसागर श्रीशैलम

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हैदराबादः भारत में बाघों की संख्या 3682 प्लस हो चुकी है. देश में कुछ 55 टाइगर रिजर्व है, जिसमें 17 राज्यों में 36 टाइगर रिजर्व में इकोटूरिज्म की इजाजत है. दुनिया के कई देशों में बाघों की संख्या में गिरावट हो रही है. वहीं 1970 के दशक में सरकार की ओर से वन्यजीव विरासत के लिए उठाये गये कदमों का असर अब दिखने लगा है. 1973 में लागू प्रोजेक्ट टाइगर ने वन्य जीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया. इस कारण से दुनिया में कुल बाघों की संख्या का 75 फीसदी भारत में मौजूद है. देश के 88,558 वर्ग किलोमीटर में फैले वन्य क्षेत्र में निवास करते हैं. इको सिस्टम के लिए बाघों की महत्ता को दर्शाने व दुनिया भर में इसकी संख्या में गिरावट से होने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस मनाया जाता है.

International Tiger day
अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

12 साल में 1283 बाघों की मौतः 2012-2023 के 1283 बाघों की मौत हो गई. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के डेटा के अनुसार 2012 से 2017 तक 560 बाघों की मौत हुई. वहीं 2018 से 2023 के बीच 723 बाघों की मौत हुई है. 2012 से 2017 के बीच 308 बाघों की प्राकृतिक रूप से मौत हुई. 123 बाघों का अवैध शिकार किया गया. 90 बाघों को सीज करने के मामले दर्ज किये गये. वहीं 39 बाघों की मौत सड़क व रेल हादसों के दौरान हो गया.

International Tiger day
अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  1. 2012 से 2017 तक 560 बाघों की मौत
  2. 2018 में 95 बाघों की मौत
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  3. 2019 में 96 बाघों की मौत
  4. 2020 में 106 बाघों की मौत
  5. 2021 में 127 बाघों की मौत
  6. 2022 में 121 बाघों की मौत
  7. 2023 में 178 बाघों की मौत
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

4 साल में होती है बाघों की जनगणना

  1. बाघों की जनगणना हर चार साल में होती है.
  2. 2022 में 5वां बाघ जनगणना 2022 में संपन्न हुआ था.
  3. 2023 में टाइगर जनगणना 2022 जारी किया गया था.
  4. टाइगर स्टेट इन इंडिया की उपाधि मध्य प्रदेश को प्राप्त है.
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  5. बाघों की जनगणना के लिए 2 स्तरीय सैंपल जमा किया जाता है.
  6. पहले फेज में बाघों की गणना के लिए वन अधिकारी, वन रक्षक एवं रेजर्स की टीम जंगल में बाघ के पैरों के निशान, मल और बचा हुआ खाना का डेटा जमा करते हैं.
  7. दूसरे फेज में कैमरे से इमेज व अन्य डेटा को जमा किया जाता है. दोनों डेटा को मिलाकर वैज्ञानिक विधि से बाघओं की संख्या का निर्धारण किया जाता है.
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)

आंकड़ों में बाघ

  1. भारत में बाघों की संख्या 3682
  2. 3 राज्यों में बाघों की संख्या 500 से ज्यादा है
  3. 05 राज्यों में बाघों की संख्या 300 से ज्यादा है (ऊपर के 3 राज्यों के अलावा)
  4. 08 राज्य में बाघों की संख्या 200 से ज्यादा है ( ऊपर के 5 राज्यों के अलावा)
  5. 08 राज्यों में बाघों की आबादी में बाघों की जनगणना 2006 के अनुपात में 2022 में 100 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
  6. 313 फीसदी बाघों की आबादी (2006 से 2022 तक) की बढ़ोतरी हुई है.
  7. 24 फीसदी बाघों की संख्या में बढ़ोतरी है, 2018 से 2022 के बीच.
    International Tiger day
    अंतरराष्ट्रीय बाध दिवस (Getty Images)
  8. 785 बाघों के साथ मध्यप्रदेश, सबसे ज्यादा बाघों वाला राज्य है.

बाघों की संख्या के मामले में टॉप 5 राज्य

  1. मध्यप्रदेश 785 बाघों
  2. कर्नाटक 563 बाघों
  3. उत्तराखंड 560 बाघों
  4. महाराष्ट्र 444 बाघों
  5. तमिलनाडु 306 बाघों

सबसे ज्यादा बाघों की संख्या वाले टाइगर रिजर्व

International Tiger day
भारत में बाघों की आबादी (ANI/ETV Bharat Graphics)
  1. जिम कॉर्बेट 260
  2. बांदीपुर 150
  3. नागरहोल 141
  4. बांधवगढ़ 135
  5. दुधवा 135
  6. मुदुमलाई 114
  7. काजीरंगा 104
  8. कान्हा 105
  9. सुंदरवन 100
    International Tiger day
    राज्यों में बाघों की आबादी (ETV Bharat Graphics)

बाघों की जनगणना

  1. वर्ष आबादी
  2. 2006 1411
  3. 2010 1706
  4. 2014 2226
  5. 2018 2967
  6. 2022 3682
    International Tiger day
    बाघों की संख्या के मामले में टॉप टाइगर रिजर्व (ETV Bharat Graphics)

इन बाघ अभयारण्यों में है इकोटूरिज्म की सुविधाः भारत के 17 राज्यों में 36 इकोटूरिज्म टाइगर रिजर्व है.

मध्य प्रदेश

  1. बांधवगढ़
  2. कान्हा
  3. संजय
  4. सतपुड़ा
  5. पेंच
  6. पन्ना

महाराष्ट्र

  1. पेंच
  2. सह्याद्रि
  3. मेलघाट
  4. ताडोबा-अंधारी
  5. नवेगांव नागजीरा

कर्नाटक

  1. काली
  2. बांदीपुर
  3. नागरहोल

असम

  1. मानस
  2. नामेरी
  3. काजीरंगा

छत्तीसगढ़

  1. अचानकमार
  2. यूएसटीआर

तमिलनाडु

  1. अनामलाई
  2. मुदुमलाई

अरुणाचल प्रदेश

  1. पक्के
  2. नामदाफा

केरल

  1. पेरियार
  2. परम्बिकुलम

ओडिशा

  1. सतकोसिया
  2. सिमिलिपाल

उत्तराखंड

  1. कॉर्बेट
  2. राजाजी

झारखंड

  1. पलामू

राजस्थान

  1. सरिस्का

पश्चिम बंगाल

  1. सुंदरबन

बिहार

  1. वाल्मिकी

मिजोरम

  1. डम्पा

तेलंगाना

  1. अमराबाद

आंध्र प्रदेश

  1. नागार्जुनसागर श्रीशैलम

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Last Updated : Jul 29, 2024, 4:32 PM IST
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