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मुर्शिदाबाद हिंसा में बांग्लादेशी शरारती तत्वों की संलिप्तता के संकेत, गृह मंत्रालय को दी गई जानकारी - MURSHIDABAD VIOLENCE

गृह मंत्रालय मुर्शिदाबाद और पश्चिम बंगाल के अन्य संवेदनशील जिलों में गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है.

Initial probe indicates involvement of Bangladeshi miscreants in Murshidabad violence sources
मुर्शिदाबाद में तैनात सुरक्षा बल (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 15, 2025 at 5:21 PM IST

Updated : April 15, 2025 at 6:10 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की प्रारंभिक जांच में कथित बांग्लादेशी शरारती तत्वों की संलिप्तता का संकेत मिले हैं. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को जानकारी दी गई.

सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि प्रारंभिक जांच से यह भी पता चलता है कि शरारती तत्वों को शुरू में स्थानीय नेताओं से सहायता मिली होगी, लेकिन अंततः वे बेकाबू हो गए.

इस बीच, गृह मंत्रालय मुर्शिदाबाद और पश्चिम बंगाल के अन्य संवेदनशील जिलों में गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है. गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के तीन सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल की हिंसा पर चिंता जताई है और एहतियात के तौर पर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है.

प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि इसमें बांग्लादेशी शरारती तत्वों का हाथ है, जिन्हें कथित तौर पर स्थानीय टीएमसी नेताओं से मदद मिली थी, बाद में ये शरारती तत्व बेकाबू हो गए.

हिंसा के कारण कई हिंदू परिवार मालदा भागने को मजबूर हुए, जिससे नए सिरे से घुसपैठ और सांप्रदायिक अशांति की आशंका पैदा हो गई.

केंद्र सरकार ने जान-माल की सुरक्षा में विफलता, रेलवे संपत्तियों पर हमले और हिंसा के शुरुआती दौर में पुलिस की निष्क्रियता के बारे में राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है.

केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने बीते शनिवार को बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से बात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने राज्य सरकार को अन्य संवेदनशील जिलों पर कड़ी नजर रखने और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की सलाह दी.

केंद्रीय गृह सचिव पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ लगातार संपर्क में हैं.

मुर्शिदाबाद में बीएसएफ के 900 जवान तैनात
गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद में बीएसएफ की करीब नौ कंपनियां यानी कम से कम 900 जवान तैनात किए हैं. इनमें से 300 बीएसएफ जवान स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हैं. इसके अलावा राज्य सरकार के अनुरोध पर अन्य अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की गई हैं.

इससे पहले, पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने जानकारी दी कि मुर्शिदाबाद में स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है और इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. डीजीपी ने आगे बताया कि वे स्थानीय स्तर पर तैनात बीएसएफ की सहायता ले रहे हैं और 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

पिछले हफ्ते मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके कारण आगजनी, पथराव और सड़क जाम की घटनाएं हुईं.

अधिकारियों ने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, हालांकि ताजा हिंसा की खबर नहीं है. मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू है और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं.

यह भी पढ़ें- क्या राज्य सरकार वक्फ कानून को लागू करने से मना कर सकती है ?

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की प्रारंभिक जांच में कथित बांग्लादेशी शरारती तत्वों की संलिप्तता का संकेत मिले हैं. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को जानकारी दी गई.

सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि प्रारंभिक जांच से यह भी पता चलता है कि शरारती तत्वों को शुरू में स्थानीय नेताओं से सहायता मिली होगी, लेकिन अंततः वे बेकाबू हो गए.

इस बीच, गृह मंत्रालय मुर्शिदाबाद और पश्चिम बंगाल के अन्य संवेदनशील जिलों में गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है. गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के तीन सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल की हिंसा पर चिंता जताई है और एहतियात के तौर पर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है.

प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि इसमें बांग्लादेशी शरारती तत्वों का हाथ है, जिन्हें कथित तौर पर स्थानीय टीएमसी नेताओं से मदद मिली थी, बाद में ये शरारती तत्व बेकाबू हो गए.

हिंसा के कारण कई हिंदू परिवार मालदा भागने को मजबूर हुए, जिससे नए सिरे से घुसपैठ और सांप्रदायिक अशांति की आशंका पैदा हो गई.

केंद्र सरकार ने जान-माल की सुरक्षा में विफलता, रेलवे संपत्तियों पर हमले और हिंसा के शुरुआती दौर में पुलिस की निष्क्रियता के बारे में राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है.

केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने बीते शनिवार को बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से बात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने राज्य सरकार को अन्य संवेदनशील जिलों पर कड़ी नजर रखने और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की सलाह दी.

केंद्रीय गृह सचिव पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ लगातार संपर्क में हैं.

मुर्शिदाबाद में बीएसएफ के 900 जवान तैनात
गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद में बीएसएफ की करीब नौ कंपनियां यानी कम से कम 900 जवान तैनात किए हैं. इनमें से 300 बीएसएफ जवान स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हैं. इसके अलावा राज्य सरकार के अनुरोध पर अन्य अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की गई हैं.

इससे पहले, पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने जानकारी दी कि मुर्शिदाबाद में स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है और इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. डीजीपी ने आगे बताया कि वे स्थानीय स्तर पर तैनात बीएसएफ की सहायता ले रहे हैं और 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

पिछले हफ्ते मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके कारण आगजनी, पथराव और सड़क जाम की घटनाएं हुईं.

अधिकारियों ने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, हालांकि ताजा हिंसा की खबर नहीं है. मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू है और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं.

यह भी पढ़ें- क्या राज्य सरकार वक्फ कानून को लागू करने से मना कर सकती है ?

Last Updated : April 15, 2025 at 6:10 PM IST
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