नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने 1 मई, 2025 से नया ट्रेन टिकट बुकिंग नियम लागू किया गया है. इसके तहत, रेलवे ने वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को आरक्षित कोचों में चढ़ने से सख्ती से रोक दिया है.
1 मई से पहले तक, रेलवे ने यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) या रेलवे स्टेशनों पर काउंटरों के माध्यम से खरीदे गए वेटिंग लिस्ट वाले टिकट के साथ यात्रियों को ट्रेनों में चढ़ने की अनुमति थी. हालांकि, 1 मई से वेटिंग टिकट वाले किसी भी यात्री को आरक्षित कोच में चढ़ने की अनुमति नहीं है. उन्हें सिर्फ जनरल कोच (अनारक्षित) में यात्रा करने की अनुमति होगी.
रेलवे के नए मानदंड़ों से यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है, विशेषकर आंशिक रूप से कन्फर्म टिकटों के मामले में. सवाल यह उठ रहा है कि अगर एक ही पीएनआर के तहत चार यात्रियों के लिए टिकट बुक किया गया हो, और चार्ट तैयार होने पर केवल दो सीटें ही कन्फर्म हों, जबकि अन्य दो वेटिंग लिस्ट में रह जाएं? तो क्या वेटिंग लिस्ट वाले दो यात्री कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों के साथ ट्रेन में चढ़ सकते हैं? या उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी?
रेलवे अधिकारी ने की पुष्टि
मीडिया रिपोर्ट में एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि अगर एक पीएनआर के तहत चार यात्रियों की टिकट बुक की जाती है और सिर्फ दो सीटें कन्फर्म होती हैं, जबकि अन्य दो टिकट वेटिंग लिस्ट रह जाते हैं, तो चार्ट तैयार होने के बाद भी, सभी चार यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी.
रेलवे अधिकारी ने बताया कि एक ही पीएनआर के तहत दो टिकट कन्फर्म और दो वेटिंग लिस्ट होने पर भी सभी चार यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति दी जाती है."
हालांकि, अधिकारी ने कहा कि बिना कन्फर्म सीटों वाले दो यात्रियों को यात्रा के दौरान कन्फर्म सीटों के साथ एडजस्ट करना होगा और साझा करना होगा.
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