श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद हजारों पर्यटक कश्मीर छोड़कर वापस जाने लगे हैं. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पर्यटकों से कहा है कि वे स्थिति का आकलन करने के बाद ही कश्मीर आने का निर्णय लें.
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि, अगर पर्यटक कश्मीर से दूर रहेंगे तो दुश्मन जीतने की स्थिति में होगा. उमर ने यह बात आज रामबन जिले के धरमकुंड इलाके में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कही. इस इलाके में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है और उनके पिछले दौरे के दौरान उनका हेलिकॉप्टर वहां उतर नहीं सका था.
इससे पहले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि पर्यटकों को इस तरह वापस जाते देख उनका "दिल टूट रहा है."
उमर ने कहा कि, वे यहां छुट्टियां बिताने आए इन पर्यटकों के डर को समझ सकते हैं. यहां आने वाले पर्यटक इस तरह का तनाव नहीं चाहते.
सीएम अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि, इस समय अगर पर्यटक कश्मीर के लोगों को छोड़ देते हैं तो यह हमारे दुश्मन की जीत हो सकती है.
जब पर्यटकों को निशाना बनाया गया तो वे पर्यटकों को कश्मीर से बाहर निकालना चाहते थे. उमर ने कहा कि, यह भी एक तथ्य है कि हर किसी को अपनी जान का डर है लेकिन मेरी उनसे अपील है कि वे स्थिति को देखने के बाद ही फैसला करें. मुख्यमंत्री 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा 25 पर्यटकों और एक स्थानीय व्यक्ति की हत्या के बाद भाग रहे पर्यटकों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे.
पहलगाम हत्याकांड के बाद हिंदुओं और मुसलमानों के बीच कुछ लोगों द्वारा पैदा की जा रही दरार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, "इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दरार पैदा की गई है, लेकिन साथ ही उन लोगों को यह भी पता होना चाहिए कि एक मुस्लिम सैयद आदिल हुसैन ने एक आतंकवादी से बंदूक छीनने की कोशिश की और मारा गया.
उमर ने कहा, जो लोग इसे हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि आदिल ने पर्यटकों को बचाने के लिए अपनी जान दे दी और जम्मू-कश्मीर के लोग अपनी जाति, पंथ और धर्म से परे इस कृत्य की निंदा करने के लिए आगे आए हैं.
सिंधु जल संधि को स्थगित करने के भारत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा, "सिंधु जल संधि से जम्मू-कश्मीर को केवल नुकसान हुआ है और मैं इस संधि को खत्म करने का समर्थन करने वाला पहला व्यक्ति हूं" मुख्यमंत्री ने धर्मकुंड के बाढ़ पीड़ितों को पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि, डिप्टी कमिश्नर रामबन को निर्देश दिया गया है कि वे उस स्थान की पहचान करें जहां उन्हें घर बनाने के लिए जमीन दिए जा सकें.
ये भी पढ़ें: पहलगाम हमले के खिलाफ बड़ा एक्शन! माछिल में आतंकवादी ठिकाना ध्वस्त, हथियार और गोला बारूद बरामद