डॉक्यूमेंट्स को सही तरीके से रखने के लिए कैसे करें डिजिलॉकर का इस्तेमाल? जानें इसकी खासियत
डिजिलॉकर एक डिजिटल डॉक्यूमेंट वॉलेट है. इसे डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया था.

Published : October 13, 2025 at 3:19 PM IST
नई दिल्ली: डिजिटल युग में पहचान पत्र, शैक्षणिक प्रमाणपत्र और फाइनेंशियल रिकॉर्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी हो गया है. इन सभी दस्तावेजों को संभालकर रखने के उद्देश्य से इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिलॉकर की शुरुआत की थी.
डिजिलॉकर एक सिक्योरिटी क्लाउड-बेस्ड प्लेटफॉर्म है, जहां भारतीय नागरिक अपने सरकारी और निजी दस्तावेजों को डिजिटली सेव रख सकते हैं. इतना ही नहीं वह जब चाहें, तब उन्हें एक्सेस कर सकते हैं या शेयर भी कर सकते हैं.
क्या है डिजिलॉकर?
डिजिलॉकर एक डिजिटल डॉक्यूमेंट वॉलेट है. इसे डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया था. इसमें यूजर्स को अपने सरकारी या निजी संस्थानों की ओर से जारी किए गए दस्तावेजों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में सेव करके रखा जाता है. इसमें हर एक यूजर्स को आधार नंबर से जुड़ा खास क्लाउड स्टोरेज स्पेस मिलता है. इंफोर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 के अनुसार डिजिलॉकर में रखे गए दस्तावेज फिजिकल डॉक्यूमेंट्स के बराबर माने जाते हैं.
डिजिलॉकर की खासियत
डिजिलॉकर में हर यूजर को 1GB तक फ्री क्लाउड स्टोरेज मिलता है. इसकी मदद से सरकारी विभाग अब दस्तावेजों को डिजिटल रूप से जारी और वेरिफाई कर सकते हैं. रजिस्टर संस्थानों द्वारा जारी दस्तावेज ‘Digital Documents’ के रूप में पहचाने जाते हैं और कानूनी रूप से मान्य होते हैं.
इसके अलावा इसकी सभी बड़ी खासियत यह है कि डिजिलॉकर को वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए कही भी, कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें आइडेंटिटी वेरिफिकेशन और सिक्योर लॉगिन के लिए आधार इंटीग्रेशन भी मौजूद है.
डिजिलॉकर में कौन से दस्तावेज में रखे जा सकते हैं?
आप इसमें कई तरह के दस्तावेज़ रख सकते हैं, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC), शैक्षणिक मार्कशीट व डिग्रियां, आय प्रमाणपत्र, बीमा पॉलिसियां, वोटर आईडी, पासपोर्ट (समर्थित फॉर्मेट में), बिजली-पानी के बिल आदि। इसके अलावा आप स्कैन या PDF रूप में अपने निजी दस्तावेज़ भी अपलोड कर सकते हैं।
डिजिलॉकर इस्तेमाल कैसे करें?
- सबले पहले https://www.digilocker.gov.in पर जाएं या मोबाइल ऐप डाउनलोड करें.
- इसके बाद आधार नंबर डालकर और OTP के जरिए साइन अप करें.
- लॉगिन करने के बाद अपनी पहचान की पुष्टि के लिए आधार लिंक करें.
- ‘Issued Documents’ सेक्शन में जाकर सरकारी विभागों से सीधे दस्तावेज ड्रैग कर सकते हैं.
- अब ‘Uploaded Documents’ टैब में जाएं और स्कैन किए गए निजी दस्तावेज अपलोड करें.
- इसके बाद आप किसी भी दस्तावेज को ईमेल या लिंक के जरिए शेयक कर सकते हैं.
सेबी की डिजिलॉकर के साथ साझेदारी
निवेशकों की सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सेबी ने डिजिलॉकर के साथ साझेदारी की है. इसके चलते निवेशक अपने डिमैट अकाउंट, म्यूचुअल फंड स्टेटमेंट और कंसोलिडेटेड अकाउंट स्टेटमेंट (CAS) को डिजिलॉकर में सुरक्षित रूप से देख और सेव करके रख सकते हैं.
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