कोयंबटूर: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रविवार को कोयंबटूर में वल्ली कुम्मी प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने महत्वपूर्ण मामलों में तमिलनाडु की उपेक्षा की है. उन्होंने राज्य के लोगों से अगले विधानसभा चुनावों में भाजपा को करारा जवाब देने का अनुरोध किया ताकि वे दक्षिणी राज्य में कभी जमीन न तलाश सकें.
यह कार्यक्रम डीएमके सहयोगी कोंगुनाडु मक्कल देसिया काची द्वारा आयोजित किया गया था. इसमें कोंगुनाडु पीपुल्स नेशनल पार्टी और कोंगुनाडु आर्ट ग्रुप को 2024 में 16,000 महिलाओं के साथ वल्ली गुम्मी प्रदर्शन करके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्रवेश करने के लिए सम्मानित किया गया था.
उन्होंने कहा, "केंद्र तमिलनाडु को धोखा दे रहा है, जिसने भाजपा को सत्ता में लाने के लिए वोट नहीं दिया. उन्होंने कहा कि उनके धोखे के बावजूद तमिलनाडु विकास में सबसे आगे है. अगर केंद्र ने हमें परियोजना कार्यान्वयन के लिए धन मुहैया कराया होता तो हम दुनिया में विकास के मामले में शीर्ष राज्य होते."
इससे पहले दिन में सीएम स्टालिन ने नीलगिरी सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के उद्घाटन समारोह में भाग लिया. यहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आश्वासन मांगा कि परिसीमन की प्रक्रिया से संसद में दक्षिणी राज्यों के प्रतिनिधित्व पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा. इस दौरान पीएम मोदी रामेश्वरम में वर्टिकल लिफ्ट रेल ब्रिज के उद्धाटन के लिए तमिलनाडु में थे.
सीएम स्टालिन ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से आश्वासन मांगा कि तमिलनाडु समेत दक्षिणी राज्यों पर निर्वाचन क्षेत्र पुनर्गठन का प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. हमने निर्वाचन क्षेत्र पुनर्गठन के संबंध में विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पारित किया है.
स्टालिन ने कहा, "हमने तमिलनाडु के सभी पार्टी नेताओं को बुलाया और इस पर चर्चा की. इसके बाद 22 मार्च को एक बैठक हुई, जिसमें न केवल दक्षिणी राज्यों के तीन मुख्यमंत्री और एक उपमुख्यमंत्री शामिल हुए बल्कि उत्तरी राज्यों के नेता भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि कहा कि प्रस्तावित परिसीमन से जुड़ी चिंताओं पर ज्ञापन सौंपने के लिए प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा है. लेकिन हमें अभी तक कोई मंजूरी नहीं मिली है."
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