काकीनाडा: होली की खुशियां आंध्र प्रदेश के एक परिवार के लिए मातम में बदल गए, जब एक पिता ने कथित रूप से अपने ही दो मासूम बेटों की निर्मम हत्या कर खुद भी फांसी लगा ली. ओएनजीसी में कार्यरत इस व्यक्ति ने पहले 7 और 6 साल के अपने बेटों के हाथ-पैर बांधे, फिर बाल्टी में डुबोकर उनकी जान ले ली. जब वो इस घटना को अंजाम दे रहा था तब उनकी पत्नी घर पर नहीं थी. मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है.
इनकी हुई मौतः आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के सुब्बारावनगर की घटना है. मृतक का नाम वानापल्ली चंद्रकिशोर है. ओएनजीसी के वकालपुडी कार्यालय में सहायक लेखाकार था. जिन बच्चों की हत्या की गयी उनके नाम जोशील और है. जोशील की उम्र 7 वर्ष बतायी गयी है. वह पहली कक्षा में पढ़ता था. वहीं निखिल की उम्र 6 वर्ष बतायी जाती है. वह यूकेजी में पढ़ता था.
क्या है घटनाः शुक्रवार को चंद्रकिशोर अपनी पत्नी और बच्चों को होली मनाने के लिए अपने कार्यालय ले गए. इस बीच उन्होंने पत्नी से कहा कि वे बच्चों को स्कूल यूनिफॉर्म लेने जा रहे हैं और दस मिनट में लौट आएंगे. काफी देर होने के बाद जब नहीं लौटे तो पत्नी ने फोन लगाया. लेकिन, लंबे समय तक फोन नहीं उठाया. जिसके बाद चंद्र किशोर की पत्नी कुछ सहकर्मियों के साथ घर लौटी. खिड़की से झांककर देखा तो उसका पति छत के पंखे से लटका हुआ था. पानी से भरी बाल्टियों में उसके बच्चों के हाथ-पैर बंधे हुए थे.
सुसाइड नोट में क्या लिखा हैः चंद्रकिशोर ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है. जिसमें लिखा था कि उनके बच्चे आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया के दबावों का सामना करने में असमर्थ हैं. उन्होंने दावा किया कि यही उनके विनाशकारी कदम के पीछे का कारण है. पुलिस ने चंद्रकिशोर का सुसाइड नोट जब्त कर लिया है. हालांकि, उसके भाई ने कहा कि चंद्रकिशोर ऐसा व्यक्ति नहीं था जो इतनी आसानी से अपनी जान ले ले.
ईटीवी भारत की अपीलः आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. चाहे जो भी परिस्थिति हो, इंसान को हमेशा उसका सामना मजबूती के साथ करना चाहिए. अगर परिस्थितियों से निपटने में कोई भी परेशानी हो रही है तो, तुरंत आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन: 18002333330 पर कॉल कर सकते हैं.
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