श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली. एक मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया. अधिकारियों ने मारे गए आतंकवादियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में की है. ये तीनों पुलवामा जिले के ही रहने वाले थे.
जम्मू-कश्मीर में 48 घंटे के भीतर यह दूसरी मुठभेड़ है और सुरक्षाबलों ने इस बड़ी कार्रवाई में महज 48 घंटे में 6 लोकल आतंकियों को ढेर किया है. इससे पहले मंगलवार को लश्कर के मॉड्यूल के आतंकवादियों को ढेर किया गया था. सुरक्षा एजेंसियों ने जिन 14 लोकल आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उनमें इन सभी के नाम शामिल थे. सुरक्षाबलों के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है.
मारे गए तीनों आतंकी त्राल के ही रहने वाले थे
आसिफ अहमद शेख: अवंतीपोरा का डिस्ट्रिक्ट कमांडर, कैटेगरी - C, 18 अप्रैल 2022 से एक्टिव
आमिर नज़ीर वानी: 26 अप्रैल 2024 से एक्टिव, कैटेगरी - C
यावर अहमद भट्ट: 26 अगस्त 2024 से एक्टिव, कैटेगरी - C
सेना और पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन: श्रीनगर मुख्यालय सेना की 15वीं कोर ने एक्स पर एक बयान में कहा, "15 मई, 2025 को अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर, भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ ने नादेर, त्राल, अवंतीपोरा में एक कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान संदिग्ध गतिविधि देखी गई."
पुलिस ने भी घटना की पुष्टि करते हुए एक्स पर कहा, "अवंतीपोरा के नादेर, त्राल इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है. मौके पर पुलिस और सुरक्षा बल मौजूद हैं." पुलिस के अनुसार, खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी के लिए त्राल तहसील के नादेर गांव को घेर लिया था.
पूर्व में भी मिली थी सफलता: गुरुवार की मुठभेड़ शोपियां जिले के केल्लर इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा एक अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को मार गिराने के दो दिन बाद हुई है. मारे गए आतंकवादियों में से एक, शफी, पिछले साल मई में शोपियां के हीरपोरा में भाजपा सरपंच की हत्या में भी शामिल था. 2024 में आतंकी समूह में शामिल होने वाला शफी शोपियां जिले के वाची में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में भी शामिल था.
भारत की आतंकवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया: भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि देश के अंदर किसी भी आतंकी कार्रवाई को "युद्ध कार्रवाई" माना जाएगा. यह टिप्पणी पाकिस्तान द्वारा समर्थित और प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा अतीत में किए गए हमलों के संदर्भ में है, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय सहित 26 निर्दोष लोगों की हत्या भी शामिल है.
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