देहरादून (किरणकांत शर्मा): कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों की कायराना हरकत से पूरे देश में आक्रोश है. पहलगाम में आतंकवादियों ने निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाया. इस घटना में 26 लोगों की मौत होने की खबर है. आतंकी हमले में कई पर्यटक घायल हैं. वहीं, जब यह हमला हुआ उस वक्त उत्तराखंड सूचना विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर केएस चौहान अपने परिवार के साथ पहलगाम में ही मौजूद थे. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने उन भयावह पलों को बयां किया.
केएस चौहान ने बयां की घटना: केएस चौहान सूचना विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त वो पहलगाम में मौजूद थे. वो पत्नी और बेटी-बेटा के साथ 19 अप्रैल से कश्मीर के अलग-अलग जगहों पर घूम रहे थे. बीते दिन दोपहर करीब 3 बजे जब वो पहलगाम पहुंचे, तो जिस जगह पर यह घटना हुई, उस जगह के लिए वो रवाना होने ही वाले थे कि अचानक आसमान में उड़ते हेलीकॉप्टर और सेना की मूवमेंट को देखने के बाद यह मालूम हो गया कि इस इलाके में कोई ना कोई बड़ी घटना हुई है.
होटल में जाना ही मुनासिब समझा: कुछ देर बाद उनके पास खबर आ गई कि पर्यटकों के ऊपर आतंकवादियों ने गोलीबारी की है. केएस चौहान ने बताया कि कश्मीर जितना 19 तारीख से उन्हें खूबसूरत लग रहा था, उतना ही कुछ पलों में हुए आतंकी हमले से भयावह हो गया. पहलगाम पर्यटकों से भरा हुआ था, देखते ही देखते क्षेत्र सन्नाटे में तब्दील हो गया. जिसके बाद उन्होंने अपने होटल में जाना ही मुनासिब समझा.

किसी ने नहीं खाया खाना, होटल से नहीं निकले बाहर:
पूरी रात हम अपने परिवार के साथ जागते रहे. ऐसा नहीं है कि पूरे होटल में सिर्फ हम ही ऐसे व्यक्ति थे, होटल में 150 से अधिक पर्यटक रुके हुए थे. किसी ने भी रात को सोने के बारे में नहीं सोचा. जब रात को होटल में एक साथ टेबल पर डिनर की व्यवस्था की गई थी तो कोई भी डिनर टेबल पर नहीं पहुंचा. किसी ने खाना होटल के कमरे में मंगवाकर खाया तो कोई भूखा सो गया. आसपास इतना खौफनाक माहौल था, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती.
- केएस चौहान, ज्वाइंट डायरेक्टर, उत्तराखंड सूचना विभाग -
पल भर में सन्नाटे में तब्दील हो गया पहलगाम: उन्होंने बताया कि सुबह होते ही पूरे होटल में आर्मी का मूवमेंट होने लगा. जब उन्होंने परिवार संग होटल से चेक आउट किया तो पूरा पहलगाम खाली हो चुका था. कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत की और इस बातचीत में उनके द्वारा जो बातें कही गई, वह झकझोरने वाली थी. लोगों का कहना था कि इस आतंकी हमले के बाद उनकी रोजी-रोटी पर गहरा असर पड़ रहा है. होटल की बुकिंग लगातार कैंसिल रही है. अब कोई भी इस इलाके में नहीं आ रहा है.

होटल से श्रीनगर की तरफ आते हुए पूरे रास्ते पर उन्हें कहीं पर भी ऐसा नहीं लगा कि टूरिस्ट अपनी गाड़ी रोककर आसपास के इलाकों का आनंद ले रहे हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र में सेना के जवानों की गाड़ियां और सेना दिखाई दे रही हैं. फिलहाल उनका परिवार पूरी तरह से सुरक्षित है और अब श्रीनगर से देहरादून के लिए रवाना हो रहा है.
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला: बीते रोज जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने एक टूरिस्ट प्लेस पर घूमने आए पर्यटकों पर गोलीबारी की. ये हमला बैसरन के घास के मैदान में किया गया. हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई है. कई घायल हैं. मृतकों में इंडियन नेवी के अफसर, हैदराबाद के खुफिया ब्यूरो (आईबी) के एक अधिकारी भी हैं. मृतकों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, कोलकाता, अरुणाचल प्रदेश, विशाखापट्टनम, केरल, नेपाल निवासी हैं.
वहीं, सिक्योरिटी फोर्सेस ने हमले में शामिल तीन आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं. इनकी पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में हुई है. सूचना है कि ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से संबंधित हैं. इनमें से दो की पहचान पाकिस्तानी नागरिक के रूप में हुई है.
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