दुर्गापुर रेप केस: धरने पर बैठे शुभेंदु अधिकारी, कहा-बंगाल में कानून का राज नहीं
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक दुर्गापुर नगर निगम में कार्यरत है.

Published : October 13, 2025 at 2:08 PM IST
कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को आरोप लगाया कि दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक के पिता तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. दुर्गापुर में पुलिस द्वारा जनसभा करने की अनुमति न दिए जाने के बाद धरने पर बैठे अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार पर पुलिस का इस्तेमाल कर उनके आंदोलन को रोकने का आरोप लगाया.
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक दुर्गापुर नगर निगम में कार्यरत है. हमें पता चला है कि उसके पिता तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. इसलिए, इस मामले में तृणमूल का हाथ है. मामले का मुख्य आरोपी अभी भी फरार है. बंगाल में कानून का राज नहीं है."
#WATCH | West Bengal LoP and BJP MLA Suvendu Adhikari says, " ...trinamool hatao, beti bachao. it is the main slogan everywhere in bengal. trinamool should go...they don't allow lop to talk with doctors, they blocked the women's commission from odisha. the private college… https://t.co/GMB1iwWoeK pic.twitter.com/yzZRgsotFB
— ANI (@ANI) October 13, 2025
बता दें कि दुर्गापुर टाउनशिप पुलिस ने रविवार को एक मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया. मामले में शेख नसीरुद्दीन नाम के एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. अधिकारी ने आरोप लगाया कि उन्हें बताया गया है कि डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे पीड़िता के बारे में उनसे या किसी अन्य विजिटर्स से बात न करें.
'एम्स भुवनेश्वर ले जाना चाहते हैं माता-पिता'
उन्होंने कहा, "मैंने उसके माता-पिता से बात की. उसकी हालत स्थिर है." उन्होंने कहा, "माता-पिता उसे जल्द से जल्द एम्स भुवनेश्वर ले जाना चाहते हैं. आज सुबह लगभग 8 बजे मुझे हमारे एक पार्टी कार्यकर्ता के माध्यम से फोन आया कि डॉक्टरों को मैनेजमेंट द्वारा निर्देश दिया गया है कि वे मुझसे या मेरी पार्टी के किसी अन्य नेता से न मिलें. यह निर्देश पुलिस या तृणमूल कांग्रेस की ओर से आया होगा."
इसके बाद पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को दुर्गापुर शहर के केंद्र के पास एक मंच बनाने और विरोध कार्यक्रम आयोजित करने से मना कर दिया. अपने विरोध को चिह्नित करने के लिए, अधिकारी धरने पर बैठ गए और पुलिस पर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के बजाय भाजपा को रोकने में अति उत्साह दिखाने का आरोप लगाया.
'पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करने की जरूरत'
अधिकारी ने कहा, "पुलिस को समझना चाहिए कि घर पर उनकी भी बेटियां और पत्नियां हैं. उनकी सुरक्षा के लिए लड़ने के बारे में क्या? पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करने की जरूरत है, लेकिन वे भाजपा को रोकने में व्यस्त है."
बीजेपी नेता ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से धरना जारी रखने को कहा और ममता बनर्जी सरकार को उन्हें रोकने की चुनौती दी. इस बीच सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के सदस्यों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए निजी मेडिकल कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
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