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युवक के पेट से डॉक्टरों ने निकाले 33 सिक्के, 3 घंटे तक चली सर्जरी - MAN EAT COINS IN HIMACHAL

बिलासपुर के घुमारवीं शहर में एक युवक के पेट से ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने 33 सिक्के निकाले. जिनका वजन 247 ग्राम था.

MAN EAT COINS IN HIMACHAL
बिलासपुर के युवक ने निगले 33 सिक्के (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 5, 2025, 2:56 PM IST

Updated : Feb 5, 2025, 3:20 PM IST

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं शहर में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक 33 वर्षीय युवक का जब ऑपरेशन किया गया तो, उसके पेट से 33 सिक्के निकले. जिसे देख ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर भी हैरान रह गए. युवक के पेट से ऑपरेशन के जरिए डॉक्टरों ने 300 रुपए के 33 सिक्के बाहर निकाले हैं. इन सिक्कों का कुल वजन 247 ग्राम था. युवक का ऑपरेशन घुमारवीं शहर स्थित एक निजी अस्पताल में किया गया.

एंडोस्कोपी टेस्ट में हुआ खुलासा

घुमारवीं के निजी अस्पताल के सर्जन डॉ. अंकुश ने बताया कि घुमारवीं क्षेत्र के ही रहने वाले एक 33 वर्षीय युवक को पेट दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद उसके परिजन उसे 31 जनवरी को अस्पताल लेकर आए. डॉक्टरों ने युवक की जांच के बाद कई तरह के अलग-अलग टेस्ट किए. इस दौरान जब युवक की एंडोस्कोपी की गई तो डॉक्टरों के भी होश उड़ गए, क्योंकि युवक के पेट में बहुत सारे सिक्के थे. डॉक्टरों ने युवक का ऑपरेशन कर उसके पेट से 2, 10 औैर 20 रुपए के 33 सिक्के बाहर निकाले.

3 घंटे तक चली सर्जरी

डॉ. अंकुश ने बताया, "युवक को सिजोफ्रेनिया नामक बीमारी है. ये ऑपरेशन बिल्कुल भी आसान नहीं था और काफी चुनौतीपूर्ण था. मरीज का पेट फूलकर गुब्बारे जैसा हो गया था. पेट में हर जगह सिक्के थे. हमने ऑपेशन थिएटर में सीआर के जरिए से सिक्कों को ढूंढा. पहले देखा कि पेट में सिक्के कहां-कहां है, फिर उन सिक्कों को बाहर निकाला गया. युवकी की सर्जरी करीब तीन घंटे तक चली."

क्या है सिजोफ्रेनिया?

डॉ. अंकुश ने बताया कि सिजोफ्रेनिया एक मानसिक रोग है. इसमें मरीज के विचार और अनुभव वास्तविकता से मेल नहीं खाते हैं. मरीज अकसर भ्रम में रहते हैं. बल्कि ये भ्रम तब भी बरकरार रहता है, जब कोई इन्हें सच्चाई से रूबरू करवाने की कोशिश करता है. सिजोफ्रेनिया से मरीज की ठीक से सोचने, महसूस करने और बर्ताव करने की क्षमता पर असर पड़ता है. इसके मुख्य लक्षण वहम और भ्रम ही होते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई लक्षण होते हैं, जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज का सिजोफ्रेनिया किस स्टेज में है.

वहीं, बिलासपुर के सीएमओ डॉ. शशि दत्त शर्मा ने बताया, "मामला हमारे ध्यान में आया है. ऑपरेशन के बाद युवक की हालत स्थिर है."

ये भी पढ़ें: हिमाचल में इस बुरी आदत के कारण फैल रहा ये कैंसर, नेशनल एवरेज से भी ज्यादा हैं मरीज

ये भी पढ़ें: ये हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, इन्हें ना करें नजरअंदाज, लें डॉक्टर की सलाह

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं शहर में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक 33 वर्षीय युवक का जब ऑपरेशन किया गया तो, उसके पेट से 33 सिक्के निकले. जिसे देख ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर भी हैरान रह गए. युवक के पेट से ऑपरेशन के जरिए डॉक्टरों ने 300 रुपए के 33 सिक्के बाहर निकाले हैं. इन सिक्कों का कुल वजन 247 ग्राम था. युवक का ऑपरेशन घुमारवीं शहर स्थित एक निजी अस्पताल में किया गया.

एंडोस्कोपी टेस्ट में हुआ खुलासा

घुमारवीं के निजी अस्पताल के सर्जन डॉ. अंकुश ने बताया कि घुमारवीं क्षेत्र के ही रहने वाले एक 33 वर्षीय युवक को पेट दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद उसके परिजन उसे 31 जनवरी को अस्पताल लेकर आए. डॉक्टरों ने युवक की जांच के बाद कई तरह के अलग-अलग टेस्ट किए. इस दौरान जब युवक की एंडोस्कोपी की गई तो डॉक्टरों के भी होश उड़ गए, क्योंकि युवक के पेट में बहुत सारे सिक्के थे. डॉक्टरों ने युवक का ऑपरेशन कर उसके पेट से 2, 10 औैर 20 रुपए के 33 सिक्के बाहर निकाले.

3 घंटे तक चली सर्जरी

डॉ. अंकुश ने बताया, "युवक को सिजोफ्रेनिया नामक बीमारी है. ये ऑपरेशन बिल्कुल भी आसान नहीं था और काफी चुनौतीपूर्ण था. मरीज का पेट फूलकर गुब्बारे जैसा हो गया था. पेट में हर जगह सिक्के थे. हमने ऑपेशन थिएटर में सीआर के जरिए से सिक्कों को ढूंढा. पहले देखा कि पेट में सिक्के कहां-कहां है, फिर उन सिक्कों को बाहर निकाला गया. युवकी की सर्जरी करीब तीन घंटे तक चली."

क्या है सिजोफ्रेनिया?

डॉ. अंकुश ने बताया कि सिजोफ्रेनिया एक मानसिक रोग है. इसमें मरीज के विचार और अनुभव वास्तविकता से मेल नहीं खाते हैं. मरीज अकसर भ्रम में रहते हैं. बल्कि ये भ्रम तब भी बरकरार रहता है, जब कोई इन्हें सच्चाई से रूबरू करवाने की कोशिश करता है. सिजोफ्रेनिया से मरीज की ठीक से सोचने, महसूस करने और बर्ताव करने की क्षमता पर असर पड़ता है. इसके मुख्य लक्षण वहम और भ्रम ही होते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई लक्षण होते हैं, जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज का सिजोफ्रेनिया किस स्टेज में है.

वहीं, बिलासपुर के सीएमओ डॉ. शशि दत्त शर्मा ने बताया, "मामला हमारे ध्यान में आया है. ऑपरेशन के बाद युवक की हालत स्थिर है."

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Last Updated : Feb 5, 2025, 3:20 PM IST
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