संगमनेर (महाराष्ट्र): डॉक्टरों को भगवान का रूप माना जाता है, जो मरीजों की जान बचाने के लिए समर्पित होते हैं. लेकिन हाल ही में एक घिनौनी घटना ने इस भरोसे को तार-तार कर दिया है. एक डॉक्टर पर एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है, जिससे पूरे शहर में आक्रोश फैल गया है.
यह मामला शहर के करपे अस्पताल का है, जहां 16 वर्षीय 12वीं कक्षा की छात्रा 4 अप्रैल से भर्ती थी. पुलिस के अनुसार, रविवार की सुबह करीब 4 बजे, डॉक्टर अमोल करपे ने पीड़िता से पूछताछ की और उसे अस्पताल की छत पर ले गया, जहां उसने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया. इस घटना ने संगमनेर के लोगों को झकझोर कर रख दिया है.
आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार: संगमनेर शहर पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के आधार पर, आरोपी डॉ. अमोल करपे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. घटना के बाद फरार हुए डॉक्टर को पुलिस ने नासिक से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस निरीक्षक रवींद्र देशमुख के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक फराहनाज पटेल इस मामले की आगे की जांच कर रही हैं. आरोपी डॉक्टर को अदालत में पेश किया जाएगा.
शिवसेना कार्यकर्ताओं का आक्रोश: इस घटना के बाद संगमनेर शहर में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए हैं. उन्होंने करपे अस्पताल में मार्च निकाला और आरोपी डॉ. अमोल करपे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उसका लाइसेंस रद्द करने की मांग की.
कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर संगमनेर पुलिस उपविभागीय अधिकारी कुणाल सोनवणे को ज्ञापन सौंपा और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. उनका कहना है कि इस तरह के घिनौने अपराध को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.
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