नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति की प्रक्रिया पर कड़ी असहमति व्यक्त की.कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा नए चीफ इलेक्शन कमीशन के सेलेक्शन का आधी रात को फैसला लेना अपमानजनक है.
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने पैनल के समक्ष एक असहमति नोट भी प्रस्तुत किया, जिसके गृह मंत्री अमित शाह भी सदस्य हैं. राहुल गांधी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अगले चुनाव आयुक्त के चयन के लिए समिति की बैठक के दौरान मैंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को एक असहमति पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया था कार्यकारी हस्तक्षेप से मुक्त एक स्वतंत्र चुनाव आयोग का सबसे बुनियादी पहलू चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनने की प्रक्रिया है."
During the meeting of the committee to select the next Election Commissioner, I presented a dissent note to the PM and HM, that stated: The most fundamental aspect of an independent Election Commission free from executive interference is the process of choosing the Election… pic.twitter.com/JeL9WSfq3X
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 18, 2025
'सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन'
उन्होंने अपनी असहमति जताते हुए पोस्ट मेंआगे कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करके और भारत के मुख्य न्यायाधीश को समिति से हटाकर मोदी सरकार ने हमारी चुनावी प्रक्रिया की अखंडता पर करोड़ों मतदाताओं की चिंताओं को बढ़ा दिया है."
'आधी रात को निर्णय लेना अपमानजनक'
कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में यह उनका कर्तव्य है कि वे बाबासाहेब आंबेडकर और देश के संस्थापक नेताओं के आदर्शों को कायम रखें और सरकार को जवाबदेह ठहराएं. उन्होंने यह भी कहा, "प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का नए मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन के लिए आधी रात को निर्णय लेना अपमानजनक और अशिष्टतापूर्ण है, जबकि समिति की कंपोजिशन और प्रोसेस को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा रही है और इस पर 48 घंटे से भी कम समय में सुनवाई होनी है."
बता दें कि सरकार ने सोमवार देर रात ज्ञानेश कुमार को नया मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नियुक्त किया. इस बात की घोषणा प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली चयन समिति की बैठक के कुछ घंटों बाद की गई. इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता ने सरकार से मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के मद्देनजर बैठक को स्थगित करने का अनुरोध किया था.
ज्ञानेश कुमार कौन हैं?
ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं. वह पिछले साल जनवरी में सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए थे. वह मई 2022 से अमित शाह के नेतृत्व वाले मंत्रालय में सचिव थे. ज्ञानेश कुमार ने गृह मंत्रालय में पांच साल बिताए. वह मई 2016 से सितंबर 2018 तक ज्वाइंट सेक्रेटरी के रूप में और फिर सितंबर 2018 से अप्रैल 2021 तक एडिशन सेक्रेटरी रहे.
कुमार को सुखबीर सिंह संधू के साथ पिछले साल मार्च में चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था. उन्होंने कानपुर स्थित भारतीय इंजीनियरिंग संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में बी-टेक किया है. कुमार ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से बिजनेस फाइनेंस की भी पढ़ाई की है.