मुंबई: दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत के मामले में उनके पिता सतीश सालियान ने हाईकोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है. इस मामले में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे पर आरोप लगाया गया है.
आदित्य ठाकरे ने पहली बार इस पर प्रतिक्रिया दी है. दिशा सालियान की मौत का मामला पांच साल से चल रहा है और यह कोर्ट में है. आदित्य ठाकरे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह इस बारे में कोर्ट में जवाब देंगे. इस बीच महाविकास अघाड़ी का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार सुबह राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन से मिलने गया.
उसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की. उस समय आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने इस सरकार को बेनकाब कर दिया है. संघ ने भी सरकार को बेनकाब कर दिया है. महाराष्ट्र को कहां ले जाया गया है, आज यही सवाल है. हमने औरंगजेब, हिंदुत्व पर उन्हें बेनकाब कर दिया. हमने हर मुद्दे पर उन्हें बेनकाब कर दिया. पिछले 5 सालों से मानहानि की कोशिशें चल रही है. हम इस बारे में कोर्ट में जवाब देंगे. मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहता, ऐसा आदित्य ठाकरे ने स्पष्ट किया.
सत्तारूढ़ दल को गंभीरता की जरूरत
आदित्य ठाकरे ने कहा कि विधान परिषद में विश्वास प्रस्ताव लाया गया है और यह प्रक्रिया के दृष्टिकोण से आया है. इस तरीके से काम कभी नहीं किया गया. सरकार विधान परिषद का अपमान कर रही है. हमने कई बार बोलने की कोशिश की है. हमें मुद्दे उठाने की अनुमति मिलनी चाहिए. सत्ता पक्ष ही कार्यवाही बंद करवाता है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मंत्री या अधिकारी मौजूद नहीं हैं. इन मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए, ऐसा भी आदित्य ठाकरे ने कहा.
मंत्रियों और सत्तारूढ़ दल को गंभीरता की जरूरत
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि हमने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वे मंत्रियों और मुख्यमंत्री को बुलाएं और मंत्रियों को समझाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि मंत्रियों को पूरी तत्परता से अपने-अपने जवाब देने चाहिए. मंत्रियों को विधान परिषद में उपस्थित रहना चाहिए. हम लोगों के सवाल उठाते हैं. हम सत्ताधारी विधायकों की तरह कार्यवाही बंद नहीं करते. आदित्य ठाकरे ने आलोचना की है कि मंत्रियों और सत्ता में बैठे लोगों को मुद्दों को गंभीरता से लेने की जरूरत है.