देहरादून (रोहित सोनी): कोरोना ने एक बार फिर से दुनिया को डराना शुरू कर दिया है. भारत में कोरोना के कई मामले सामने आ चुके है, जिसमें से अधिकतर मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल से सामने आए है. यही नहीं अन्य राज्यों से उत्तराखंड आए तीन लोगों में कोविड की पुष्टि हुई है, जिसके बाद अब स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. इसीलिए स्वास्थ्य विभाग ने उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की कोविड जांच करने का फैसला लिया है. कोविड जांच के लिए एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट खरीदने पर भी तैयारी की जा रही है.
उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर रोजाना 65 से 70 हज़ार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है, जिनमें से अधिकतर श्रद्धालु अन्य राज्यों से धामों के दर्शन करने आ रहे है. इसके चलते उत्तराखंड में कोविड के फैलने की आशंका बनी हुई है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी सीएमओ को दिशा निर्देश जारी कर दिए है. खासकर देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले के सीएमओ को विशेष सावधानियां बरतने और अलर्ट रहने के निर्देश दिए है.
स्वास्थ्य विभाग की चुनौती: उत्तराखंड में कोविड फैलने की आशंका हो देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग पर जोर रहा है, लेकिन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती यही है कि जिलों के पास पर्याप्त मात्रा में एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट उपलब्ध नहीं है.
दरअसल, साल 2022 के बाद कोरोना के मामले बेहद कम हो गए थे. ऐसे में उस दौरान प्रदेश में मौजूद अधिकतर एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट एक्सपायर हो चुके है, लेकिन जो किट एक्सपायर नहीं हुई है, उसका अभी इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन राज्य में इतनी मात्रा में किट नहीं है कि अधिक से अधिक लोगों की सैंपलिंग की जा सके, क्योंकि बदलते मौसम के बीच सर्दी जुकाम होना आम बात है और कोविड के लक्षण भी यही है.

सीएमओ से मांगी गई जानकारी: कोविड की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य निदेशालय ने प्रदेश के सभी सीएमओ से उनके जिलों में मौजूद एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट की जानकारी मांगी है. ऐसे में अभी तक कुछ जिलों के सीएमओ ने उनके जिले में मौजूद किट की जानकारी भी भेज दी है, जिसके तहत
- टिहरी जिले में करीब 450 एंटीजन किट
- चमोली जिले में करीब 200 एंटीजन किट
- पिथौरागढ़ जिले में करीब 650 एंटीजन किट उपलब्ध है.
कोविड जांच किट खरीदने के निर्देश दिए गए: स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कुछ जिलों ने ही अभी कोविड जांच किट उपलब्ध होने की जानकारी दी है, जिसके तहत प्रदेश में करीब 1700 एंटीजन और 450 आरटी-पीसीआर किट मौजूद है. ऐसे में स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से सभी जिलों को एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट खरीदने के निर्देश दिए गए है. इसी क्रम में देहरादून सीएमओ ने 1000 एंटीजन और 200 आरटी-पीसीआर किट खरीदने जा रहा है.
जिलों को तीन गुना किट रिजर्व में रखने के निर्देश: उत्तराखंड चारधाम यात्रा के चलते स्वास्थ्य विभाग फिलहाल यात्रियों पर फोकस कर रहा है. इसके लिए देहरादून और हरिद्वार जिले में लगाए गए हेल्थ स्क्रीनिंग प्वाइंट को विशेष सतर्क रहने के निर्देश दिए है. इसके अलावा सभी जिलों के सीएमओ को इस बाबत भी निर्देश दिए गए है कि कोविड जांच किट यानी एंटीजन और आरटी-पीसीआर किट की खरीदारी कर ले और कोशिश ये करें कि कम से कम तीन गुना स्टॉक उनके पास हो. ऐसे में अगर मामले बढ़ते है तो तत्काल कोविड जांच के दायरे को बढ़ाया जा सके. फिलहाल, चारधाम यात्रा मार्गों पर मौजूद हेल्थ स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर कोविड जांच पर जोर दिया जा रहा है.
कोविड लक्षण वाले यात्रियों की होगी अनिवार्य जांच: उत्तराखंड में चल रहे चारधाम यात्रा की वजह से कोरोना न फैले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हेल्थ स्क्रीनिंग पॉइंट्स को निर्देश दिए है कि अगर किसी श्रद्धालु में कोविड के लक्षण पाए जाते है तो उनकी अनिवार्य रूप से कोरोना की जांच कराई जाए.
श्रद्धालुओं को किया जाएगा क्वारंटाइन: स्वास्थ्य महानिदेशक सुनीता टम्टा के अनुसार हेल्थ स्क्रीनिंग प्वाइंट पर अगर किसी श्रद्धालु में कोविड के लक्षण दिखाई देता है तो उसका पहले एंटीजन टेस्ट करवाया जाएगा. ऐसे में अगर श्रद्धालु की एंटीजन जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तो फिर आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा. इस दौरान श्रद्धालु को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी. साथ ही श्रद्धालु को वही पर दवाई देकर उसकी स्थिति के अनुसार क्वारंटाइन या आइसोलेट किया जाएगा.
चारधाम की यात्रा पर आने वाले 50 साल से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं की अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि यदि किसी श्रद्धालु को सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी समस्या यानी कोविड से मिलते जुलते लक्षण है तो वो मास्क का प्रयोग करें, और हेल्थ स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर जाकर कोविड जांच करवा ले. कोविड संबंधित गाइडलाइन के अनुसार दवाइयां भी दी जाएगी और अगर स्थिति गंभीर होती है तो उन्हें एडमिट भी किया जाएगा.
-सुनीता टम्टा, स्वास्थ्य महानिदेशक, उत्तराखंड -
उत्तराखंड स्वास्थ्य महानिदेशक सुनीता टम्टा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि कोरोना काल के दौरान गाइडलाइन जारी की गई थी, उन्हीं गाइडलाइन का ध्यान रखें.
- अगर किसी व्यक्ति को सर्दी जुखाम बुखार है तो वह मास्क का इस्तेमाल करें.
- भीड़भाड़ वाले जगहों पर ना जाएं.
- लोगों से डिस्टेंस बनाकर रखें.
- समय-समय पर अपने हाथ को साफ करते रहें.
- अगर किसी व्यक्ति में फ्लू के लक्षण आते हैं तो वो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.
लिहाजा इसी गाइडलाइन को सभी जिलों के सीएमओ को भी भेज दिया गया है और ये निर्देश दिए गए हैं कि अगर फ्लू लक्षण वाले व्यक्ति इलाज करवाने आते हैं तो उनका कोविड जांच अनिवार्य रूप से करवाई जाए.
कैबिनेट मंत्री का बयान:
अन्य राज्यों से चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराए जाने के सवाल पर महाराज ने कहा कि जो गाइडलाइन स्वास्थ्य विभाग देगा उसी अनुसार कार्य किया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो भी गाइडलाइन जारी की जाएगी, उसका पालन किया जाएगा. श्रद्धालुओं से अपील है कि वो एहतियात बरते, और अपनी जांच करवाने के बाद ही यात्रा को शुरू करें.
-सतपाल महाराज, धर्मस्व मंत्री, उत्तराखंड-
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