नारायणपुर: रामकृष्ण मिशन आश्रम ग्राउंड में स्वामी विवेकानंद पुरुष अंडर-20 राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप का भव्य समापन हुआ. फाइनल मुकाबले में दिल्ली ने मिजोरम को 4-2 से हराकर चैंपियनशिप अपने नाम कर ली. मैच में दोनों टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया, लेकिन अतिरिक्त समय में दिल्ली की आक्रामकता निर्णायक साबित हुई.
रोमांचक फाइनल मुकाबला: फाइनल मुकाबले के पहले हाफ में मिजोरम ने आक्रामक शुरुआत करते हुए 28वें और 76वें मिनट में दो गोल कर 2-0 की बढ़त हासिल की, लेकिन दिल्ली ने हिम्मत नहीं हारी. दूसरे हाफ में उन्होंने जबरदस्त वापसी की. 54वें और 65वें मिनट में दो गोल कर स्कोर 2-2 की बराबरी पर ला दिया.
दिल्ली की शानदार जीत: निर्धारित समय के बाद मैच अतिरिक्त 15-15 मिनट के दो हिस्सों में गया, जहां दिल्ली ने अपना दबदबा बनाए रखा. दो और गोल कर उन्होंने मिजोरम को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया और मैच 4-2 से जीतकर चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया.


पुरस्कार वितरण समारोह: मैच के बाद सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि वन मंत्री केदार कश्यप ने विजेता टीम को ट्रॉफी और पदक दिए. इस दौरान स्वामी व्याप्तानंद, दिलीप सिंह शेखावत, एन के बंछोर, मोहन लाल जी, परमिंदर सिंह ( सचिव, बीएसपी ऑफिसर एसोसिएशन) और स्वामी कृष्णामृतानंद (सचिव, रामकृष्ण मिशन ग्वालियर) मंच पर मौजूद रहे.मैच का प्लेयर ऑफ द मैच दिल्ली के जर्सी नंबर 7 आदित्य अधिकारी को घोषित किया गया, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई.

स्वामी विवेकानंद पुरुष अंडर-20 राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप का यह फाइनल मुकाबला कला, कौशल और खेल भावना का अद्भुत संगम रहा. दिल्ली की टीम ने धैर्य, अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ फाइनल मुकाबले में वापसी कर यह सिद्ध कर दिया कि फुटबॉल में कोई भी क्षण निर्णायक हो सकता है. आयोजन समिति, रामकृष्ण मिशन और सभी अधिकारियों के कुशल संचालन से यह राष्ट्रीय टूर्नामेंट नारायणपुर जैसे सुदूर क्षेत्र में भी ऐतिहासिक बन गया.
