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ट्रेंडिंग में साइबर ठगी के ये तीन तरीके, हर दिन लाखों रुपए गंवा रहे लोग, जानिए कैसे बचें - CYBER ​​FRAUD

साइगर ठग ठगी के लिए सबसे ज्यादा सेक्सटॉर्शन, AI और व्हाट्सएप हैकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं.

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ट्रेंडिंग में साइबर ठगी के तीन तरीके. (PHOTO-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 31, 2025 at 6:48 PM IST

Updated : May 31, 2025 at 7:42 PM IST

4 Min Read

देहरादून: देश में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है, जो न केवल आम लोगों को निशाना बना रहा है बल्कि पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन रहा है. सिर्फ उत्तराखंड में हर दिन लाखों रुपयों की ठगी साइबर क्राइम के जरिए दर्ज की जा रही है. खास बात है कि जनजागरुकता के बाद भी आम लोग साइबर ठगों के चंगुल में फंस रहे हैं और अपनी कमाई गंवा रहे हैं. वैसे तो साइबर ठग समय के साथ लोगों को ठगने के नए-नए तरीके अपनाते हैं. लेकिन वर्तमान में साइबर ठग तीन टॉप तरीकों से लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं.

उत्तराखंड सीओ साइबर अंकुश मिश्रा बताते हैं कि साइबर ठगों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आलम ये है कि अब हजारों लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों रुपए की ठगी की जा रही है. हालांकि, साइबर पुलिस साइबर ठगों पर शिकंजा कसने की कोशिश भी करती है और लोगों को जागरूक करने का काम भी कर रही है. लेकिन फिर भी साइबर ठग नए नए तरीकों से लोगों को ठगने में कामयाब हो रहे हैं. फिलहाल साइबर ठग वर्तमान में तीन टॉप साइबर ठगी से लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं.

ट्रेंडिंग में साइबर ठगी के तीन तरीके. (ETV BHARAT)
  1. सेक्सटॉर्शन: ये तरीका युवाओं को फंसाकर ब्लैकमेलिंग का जरिया बन चुका है. सोशल मीडिया पर फर्जी महिला प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है. वीडियो कॉल पर युवाओं को अश्लील बातचीत में फंसाया जाता है और फिर उनकी रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल किया जाता है. देशभर में रोज ऐसे दर्जनों मामले दर्ज हो रहे हैं. कई बार पीड़ित बदनामी के डर से शिकायत तक नहीं करते. साइबर सेल के मुताबिक, ये गिरोह विदेशी ठिकानों से भी ऑपरेट कर रहे हैं.
  2. AI की मदद से ठगी: दूसरा बड़ा खतरा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI. ठग AI की मदद से आपकी आवाज और चेहरा हूबहू कॉपी कर फर्जी वीडियो बनाकर ठगी कर रहे हैं. कहीं कर्ज मांगने के बहाने तो कहीं जमानत के नाम पर AI का इस्तेमाल हो रहा है.
  3. व्हाट्सएप हैकिंग: तीसरा ट्रेंडिंग साइबर क्राइम है व्हाट्सएप हैकिंग. जहां सिर्फ एक लिंक क्लिक करने से आपका अकाउंट हैक हो सकता है. उसके बाद आपके कॉन्टैक्ट्स को मैसेज भेज कर पैसों की मांग की जाती है. ऐसे में पैसे मांगने वाले को कॉल करके जानकारी लेनी जरूरी है.

जनता से अपील: उत्तराखंड सीओ साइबर अंकुश मिश्रा ने जनता से अपील करते हुए कहा कि, वो किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों, फर्जी साइट, पैसे डबल करने या टिकट बुक करने वाले अनजान अवसरों के प्रलोभन में न आएं. साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे यूट्यूब लाइक सब्सक्राइब (YouTube like Subscribe), टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश करने से बचें. किसी भी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें. अनजान कॉल आने पर लालच में न आएं, कॉलर की सत्यता की जांच करें. किसी प्रकार की सूचना या दस्तावेज न दें.

जागरूक रहे, सतर्क रहें: ऑनलाइन जॉब के लिए अप्लाई करने से पहले साइट का पहले वैरीफिकेशन संबंधित कंपनी आदि से भली भांति अवश्य करा लें. गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नंबर को सर्च न करें. तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है. स्कैमर्स वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे ईनाम देकर भरोसा जीतते हैं और फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं. कम समय में अधिक लाभ के चक्कर में इन्वेस्ट ना करें. शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को संपर्क करें. वित्तीय साइबर अपराध घटित होने पर तुरंत 1930 नंबर पर संपर्क करें.

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देहरादून: देश में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है, जो न केवल आम लोगों को निशाना बना रहा है बल्कि पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन रहा है. सिर्फ उत्तराखंड में हर दिन लाखों रुपयों की ठगी साइबर क्राइम के जरिए दर्ज की जा रही है. खास बात है कि जनजागरुकता के बाद भी आम लोग साइबर ठगों के चंगुल में फंस रहे हैं और अपनी कमाई गंवा रहे हैं. वैसे तो साइबर ठग समय के साथ लोगों को ठगने के नए-नए तरीके अपनाते हैं. लेकिन वर्तमान में साइबर ठग तीन टॉप तरीकों से लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं.

उत्तराखंड सीओ साइबर अंकुश मिश्रा बताते हैं कि साइबर ठगों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आलम ये है कि अब हजारों लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों रुपए की ठगी की जा रही है. हालांकि, साइबर पुलिस साइबर ठगों पर शिकंजा कसने की कोशिश भी करती है और लोगों को जागरूक करने का काम भी कर रही है. लेकिन फिर भी साइबर ठग नए नए तरीकों से लोगों को ठगने में कामयाब हो रहे हैं. फिलहाल साइबर ठग वर्तमान में तीन टॉप साइबर ठगी से लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं.

ट्रेंडिंग में साइबर ठगी के तीन तरीके. (ETV BHARAT)
  1. सेक्सटॉर्शन: ये तरीका युवाओं को फंसाकर ब्लैकमेलिंग का जरिया बन चुका है. सोशल मीडिया पर फर्जी महिला प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है. वीडियो कॉल पर युवाओं को अश्लील बातचीत में फंसाया जाता है और फिर उनकी रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल किया जाता है. देशभर में रोज ऐसे दर्जनों मामले दर्ज हो रहे हैं. कई बार पीड़ित बदनामी के डर से शिकायत तक नहीं करते. साइबर सेल के मुताबिक, ये गिरोह विदेशी ठिकानों से भी ऑपरेट कर रहे हैं.
  2. AI की मदद से ठगी: दूसरा बड़ा खतरा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI. ठग AI की मदद से आपकी आवाज और चेहरा हूबहू कॉपी कर फर्जी वीडियो बनाकर ठगी कर रहे हैं. कहीं कर्ज मांगने के बहाने तो कहीं जमानत के नाम पर AI का इस्तेमाल हो रहा है.
  3. व्हाट्सएप हैकिंग: तीसरा ट्रेंडिंग साइबर क्राइम है व्हाट्सएप हैकिंग. जहां सिर्फ एक लिंक क्लिक करने से आपका अकाउंट हैक हो सकता है. उसके बाद आपके कॉन्टैक्ट्स को मैसेज भेज कर पैसों की मांग की जाती है. ऐसे में पैसे मांगने वाले को कॉल करके जानकारी लेनी जरूरी है.

जनता से अपील: उत्तराखंड सीओ साइबर अंकुश मिश्रा ने जनता से अपील करते हुए कहा कि, वो किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों, फर्जी साइट, पैसे डबल करने या टिकट बुक करने वाले अनजान अवसरों के प्रलोभन में न आएं. साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे यूट्यूब लाइक सब्सक्राइब (YouTube like Subscribe), टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश करने से बचें. किसी भी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें. अनजान कॉल आने पर लालच में न आएं, कॉलर की सत्यता की जांच करें. किसी प्रकार की सूचना या दस्तावेज न दें.

जागरूक रहे, सतर्क रहें: ऑनलाइन जॉब के लिए अप्लाई करने से पहले साइट का पहले वैरीफिकेशन संबंधित कंपनी आदि से भली भांति अवश्य करा लें. गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नंबर को सर्च न करें. तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है. स्कैमर्स वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे ईनाम देकर भरोसा जीतते हैं और फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं. कम समय में अधिक लाभ के चक्कर में इन्वेस्ट ना करें. शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को संपर्क करें. वित्तीय साइबर अपराध घटित होने पर तुरंत 1930 नंबर पर संपर्क करें.

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Last Updated : May 31, 2025 at 7:42 PM IST
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