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शाहजहांपुर में किसान से एक करोड़ रुपए की साइबर ठगी; सुप्रीम कोर्ट जज बनकर एक महीने तक रखा डिजीटल अरेस्ट - DIGITAL ARREST

सुप्रीम कोर्ट का जज, सीबीआई का डायरेक्टर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर AI के जरिए डिजीटल अरेस्ट किया गया. सुप्रीम कोर्ट में पेशी भी कराई.

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शाहजहांपुर में एक करोड़ रुपए की साइबर ठगी. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : June 7, 2025 at 4:38 PM IST

Updated : June 7, 2025 at 5:42 PM IST

3 Min Read

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक बड़े किसान को डिजिटल अरेस्ट करके एक करोड़ 2 लाख रुपए की साइबर ठगी कर ली गई. साइबर ठागों ने वीडियो कॉल के जरिए खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज, सीबीआई का डायरेक्टर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर प्रतिष्ठित परिवार के व्यक्ति को एक महीने तक डिजीटल अरेस्ट रखा. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके खुलासे के लिए SIT का गठन किया है.

चौक कोतवाली क्षेत्र के दीवान जोगराज में राय बहादुर कोठी में रहने वाले शरदचंद सक्सेना किसान हैं. साथ में रामचंद्र मिशन ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं. उनको 6 मई 2025 को एक कॉल आया था, जिसमें उन्हें बताया गया कि उनके खाते से सेंट्रल बैंक ऑफ मुंबई में 2 करोड़ 80 लाख का अवैध लेनदेन हुआ है और इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है.

इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर, सीबीआई का डायरेक्टर बनकर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर AI के जरिए उन्हें डिजीटल अरेस्ट कर लिया गया. शरदचंद सक्सेना पूरे एक महीने तक डिजीटल अरेस्ट रहे.

इस दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली भी बुलाया गया, जहां वीडियो कॉल के जरिए उनकी सुप्रीम कोर्ट में पेशी करवाई गई. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग किस्तों में साइबर ठगों के खातों में एक करोड़ दो लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.

उन्होंने अपनी तमाम एफडी तुड़वाकर पैसा ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए. वीडियो कॉल के जरिए लगातार सुप्रीम कोर्ट के जज, सीबीआई डायरेक्टर और आईपीएस अफसर बनकर उन्हें धमकाया गया. बाद में सुप्रीम कोर्ट से जमानत के कागज भी भेजे गए.

जब उन्होंने अपनी जमानत राशि के बारे में जानकारी करने की कोशिश की तो ठगो ने अपने मोबाइल बंद कर लिए. जिसके बाद उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ. इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर साइबर थाने में ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पुलिस ने खुलासे के लिए SIT का गठन किया है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा. ठगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की साइबर सेल भी तेजी से कम कर रही है. फिलहाल पुलिस ने अपील की है कि लोग साइबर ठगो के झांसे में ना आएं और किसी भी तरह धमकी मिलने पर पुलिस से संपर्क करें.

पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र के शरदचंद्र की तहरीर पर थाना साइबर क्राइम पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है. इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है. शीघ्र मामले का खुलासा किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः वफादारी हो तो ऐसी; डॉगी ने अपनी जान देकर मालिक के बेटे को बचाया, सांप ने 18 बार डसा फिर भी हार नहीं मानी

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक बड़े किसान को डिजिटल अरेस्ट करके एक करोड़ 2 लाख रुपए की साइबर ठगी कर ली गई. साइबर ठागों ने वीडियो कॉल के जरिए खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज, सीबीआई का डायरेक्टर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर प्रतिष्ठित परिवार के व्यक्ति को एक महीने तक डिजीटल अरेस्ट रखा. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके खुलासे के लिए SIT का गठन किया है.

चौक कोतवाली क्षेत्र के दीवान जोगराज में राय बहादुर कोठी में रहने वाले शरदचंद सक्सेना किसान हैं. साथ में रामचंद्र मिशन ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं. उनको 6 मई 2025 को एक कॉल आया था, जिसमें उन्हें बताया गया कि उनके खाते से सेंट्रल बैंक ऑफ मुंबई में 2 करोड़ 80 लाख का अवैध लेनदेन हुआ है और इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है.

इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर, सीबीआई का डायरेक्टर बनकर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर AI के जरिए उन्हें डिजीटल अरेस्ट कर लिया गया. शरदचंद सक्सेना पूरे एक महीने तक डिजीटल अरेस्ट रहे.

इस दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली भी बुलाया गया, जहां वीडियो कॉल के जरिए उनकी सुप्रीम कोर्ट में पेशी करवाई गई. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग किस्तों में साइबर ठगों के खातों में एक करोड़ दो लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.

उन्होंने अपनी तमाम एफडी तुड़वाकर पैसा ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए. वीडियो कॉल के जरिए लगातार सुप्रीम कोर्ट के जज, सीबीआई डायरेक्टर और आईपीएस अफसर बनकर उन्हें धमकाया गया. बाद में सुप्रीम कोर्ट से जमानत के कागज भी भेजे गए.

जब उन्होंने अपनी जमानत राशि के बारे में जानकारी करने की कोशिश की तो ठगो ने अपने मोबाइल बंद कर लिए. जिसके बाद उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ. इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर साइबर थाने में ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पुलिस ने खुलासे के लिए SIT का गठन किया है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा. ठगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की साइबर सेल भी तेजी से कम कर रही है. फिलहाल पुलिस ने अपील की है कि लोग साइबर ठगो के झांसे में ना आएं और किसी भी तरह धमकी मिलने पर पुलिस से संपर्क करें.

पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र के शरदचंद्र की तहरीर पर थाना साइबर क्राइम पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है. इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है. शीघ्र मामले का खुलासा किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः वफादारी हो तो ऐसी; डॉगी ने अपनी जान देकर मालिक के बेटे को बचाया, सांप ने 18 बार डसा फिर भी हार नहीं मानी

Last Updated : June 7, 2025 at 5:42 PM IST
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