नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक बार फिर सुर्खियों में है. दरअसल विश्वविद्यालय की दीवारों पर फिर से जातिसूचक स्लोगन लिखे पाए गए. इस बार स्लोगन विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास की दीवारों पर लिखे मिले. इसे लेकर एनएसयूआई ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है.
एनएसयूआई की जेएनयू इकाई के सचिव कुणाल कुमार ने आरोप लगाया कि दीवारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने दीवारों को पेंट करा दिया. मामले को छिपाने की कोशिश की जा रही है. इस मामले को लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट मनुराधा चौधरी से बात करने की कोशिश की गई, तो कोई जवाब नहीं दिया. इससे पहले दिसंबर माह में स्कूल ऑफ लैंग्वेजेस के फर्स्ट फ्लोर की दीवारों पर विवादित नारे लिखे पाए गए थे. उस वक्त स्लोगन को लिखने का आरोप एनएसयूआई पर लगा था.
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उससे पहले पिछले साल अक्टूबर में जेएनयू की दीवारों कई विवादित नारे लिखे पाए गए थे. इससे पहले हर बार जेएनयू के स्कूल आफ लैंग्वेज में इस तरह के विवादित नारे लिखने का मामला सामने आता था. ऐसा इसलिए था क्योंकि उस एरिया में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, जिसका अराजक तत्व फायदा उठाते हैं. लेकिन अबकी बार विवादित नारे कावेरी छात्रावास की दीवारों पर लिखे पाए गए हैं. विद्यार्थी परिषद का कहना है कि जेएनयू प्रशासन द्वारा इस तरह के मामलों में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने की वजह से इस तरह के मामलों पर रोक नहीं लग पा रही है.
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