पटना: बिहार के पटना में कांग्रेस का प्रदर्शन किया जा रहा है. शुक्रवार को कांग्रेस की ओर से सीएम आवास तक मार्च निकाला जा रहा था. इसी दौरान पुलिस ने राजापुर पुल के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया, लेकिन नेताओं ने नहीं माने और सीएम आवास की ओर बढ़ते रहे.
वाटर कैनन का इस्तेमाल: इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी गयी है. सीएम आवास के पास पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी. पुलिस के रोकने के बावजूद प्रदर्शन करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस टांग कर ले गयी.
हिरासत में कन्हैया कुमार: इस दौरान पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीज झड़प का भी मामला सामने आया है. पुलिस ने NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार सहित कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है. करीब 30 नेताओं को हिरासत में लिया गया लेकिन लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी ने 15 से 20 की की पुष्टि की है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी?: पुलिस ने बताया कि जो भी प्रदर्शन कर रहे थे हमने हिरासत में लेने की कोशिश की है. कई लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली थाना लेकर जा रहे हैं. पहले शांतिपूर्ण प्रदर्शन की सूचना दी गई थी लेकिन भीड़ उग्र थी इसलिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया है.
"करीब 15-20 नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. कन्हैया कुमार को भी हिरासत में लिया गया है." -कृष्णा मुरारी, DSP, लॉ एंड ऑर्डर
सीएम आवास तक मार्च : कांग्रेस की ओर से बिहार में बेरोजगारी, पलायन, पेपरलीक, परीक्षा में धांधली जैसे मुद्दों को लेकर पटना में पलायन रोको नौकरी दो यात्रा निकाली गयी. कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार के नेतृत्व में नेताओं ने आवाज बुलंद की और पटना में सीएम आवास तक मार्च निकाली.

प्रदर्शन के बीच सचिन पायलट बिहार दौरे पर आए. कहा कि "बिहार से लाखों की संख्या में पलायन हो रहा है. सरकार को रोकना चाहिए. इसलिए हमने सड़कों पर मार्च किया है. उम्मीद है कि सरकार अपनी नींद खोलेगी. नौजवानों को रोजगार देगी."
पदयात्रा में शामिल नहीं हुए सचिन पायलट: इस पदयात्रा में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट को भी शामिल होना था, लेकिन हंगामा के कारण शामिल नहीं हुए. आश्रम से गाड़ी में बैठकर जेपी गंगा पथ की तरफ निकल गए. कन्हैया कुमार कुमार के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास की तरफ निकले लेकिन पुलिस ने रोक दी.
इधर, पटना पुलिस की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जतायी है. कांग्रेस ने कहा कि 'बिहार के सरकार के पास हर बात की एक ही जवाब है. लाठी डंडों और पानी की बौछार. एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री जी ने युवाओं पर पानी की बौछार की है.'
"बिहार में पलायन नहीं मिलेगा, युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा तब तक युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता सड़कों पर संघर्ष करता रहेगा. कांग्रेस के कार्यकर्ता नीतीश कुमार को दिखाने का प्रयास करेंगे कि बिहार के युवा कैसे बेरोजगार बने हुए हैं. मजदूर पलायन को मजबूर हैं." -राकेश कुमार कांग्रेस कार्यकर्ता

क्या कहते हैं कार्यकर्ता: पुलिस हिरासत में लिए गए कांग्रेस कार्यकर्ता वरुण कुमार का कहना है कि 'बिहार के लोग आज रोजगार के लिए दर-दर भटकने पर मजबूत हैं. बिहार में रोजगार को लेकर युवा आत्महत्या करने पर मजबूर हैं. पलायन करने को मजबूर हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र की सरकार को शर्म करनी चाहिए.'
हिरासत में लिए जाने के बाद NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने कहा कि हम सरकार से नौकरी मांग रहे हैं. सरकार से कह रहे हैं कि पलायन रोकिए लेकिन हमारी बात नहीं सुन रही. जब तक बात नहीं सुनेगी तब तक हम लोगों की बात सुनते रहेंगे. हम यही कहेंगे कि लाठी नहीं नौकरी दो.
#WATCH पटना, बिहार: NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने कहा, "हम सरकार से नौकरी मांग रहे हैं। हम सरकार से कह रहे हैं कि पलायन रोकिए। सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और जब तक सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी, तब तक हम लोगों की बात सुनते रहेंगे और सरकार को अपनी बात सुनाते… https://t.co/n7HDxrb48s pic.twitter.com/MQO4MGpPLa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2025
अंंतिम दिन बवाल: पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा की शुरुआत 16 मार्च को पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम से शुरू हुई थी जो बिहार के 19 जिलों से होते हुए पटना पहुंची. पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा का आज 27वां और अंतिम दिन था. सीएम आवास जाने से पहले पुलिस ने रोक लगा दी.
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