रांची: 2025 को संगठन सृजन वर्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी मना रही है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अहमदाबाद अधिवेशन के दौरान यह साफ संदेश दिया कि ओबीसी और महिलाओं को पार्टी से नहीं जोड़ पाने की वजह से हमें मनोवांछित सफलता नहीं मिल पा रही है. इन दोनों वर्गों में कांग्रेस को पैठ बनानी है इसके लिए विशेष काम करना है.
झारखंड में भी कांग्रेस भले ही आज झामुमो, राजद और माले के साथ गठबंधन कर सत्ता में हो लेकिन यह सच्चाई है कि राज्य में क्रमश कांग्रेस कमजोर होती गयी है. लोकसभा या विधानसभा सीटों पर कभी कांग्रेस का एकछत्र राज हुआ करता था. उन सीटों पर आज या तो सहयोगी दलों के एमपी-एमएलए हैं या फिर विरोधी दलों क्यों.
ऐसे में सवाल उठता है कि झारखंड जैसे प्रदेश में आधी आबादी या फिर पिछड़ी जातियों को साधने में कांग्रेस नाकाम क्यों रही. पीसीसी यानि प्रदेश कांग्रेस कमेटी या नेतृत्व से कहां चूक हो गयी कि आधी आबादी के साथ-साथ राज्य की कुल जनसंख्या का 50% से अधिक की संख्या वाली पिछड़ी जाति के लोग कांग्रेस से दूर हो गए.
ऐसे में एक और सवाल वाजिब है कि क्या गुजरात के अहमदाबाद अधिवेशन के दौरान महिलाओं और ओबीसी समुदाय पर विशेष फोकस करने के राहुल गांधी का संदेश झारखंड में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को विस्तार और मजबूती देने में मददगार साबित होगा. ओबीसी और महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए कांग्रेस की क्या योजना है. भाजपा और झामुमो की तरह कांग्रेस महिलाओं के बीच मजबूत आधार क्यों नहीं बना पाई.
ऐसे तमाम सवालों के जवाब के लिए ईटीवी भारत की टीम ने झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और महिला कांग्रेस की झारखंड प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह से बात की. इन नेताओं से जो जवाब मिला उसी से ये जवाब भी मिल गया कि झारखंड में कांग्रेस, महिलाओं-ओबीसी के बीच पकड़ मजबूत क्यों नहीं पायी.
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ग्रासरूट पर जो देखा, वहीं बयां किया
झारखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पार्टी से महिलाओं और ओबीसी समाज के लोगों की जुड़ाव थोड़ा कम होने को लेकर राहुल गांधी ने अधिवेशन के दौरान जो बातें कही. वह भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान ग्रासरूट पर महसूस की हुई बातें थी. गुंजन सिंह ने कहा कि ग्रासरूट पर काम करने वाली महिलाओं को और ओबीसी समाज को जब संगठन में तरजीह नहीं मिलेगा. उनके योगदान के अनुसार हिस्सेदारी का ख्याल नहीं रखा जाएगा तो स्वभाविक है कि इन वर्गों की रुचि भी पार्टी में कम होगी.
जब सभी दायित्व को पूरा करते हैं तो हम पीछे पंक्ति में क्यों
झारखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह ने कहा कि जब समाज और घर का दायित्व पूरा करते हुए पूरे कॉलम को पूरा करते हैं तो हम पंक्ति के पीछे क्यों हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने इसलिए ही महिलाओं और ओबीसी को आगे लाने को कहा है.
बोर्ड निगम से लेकर टिकट बंटवारे तक में महिलाओं की होती है उपेक्षा
झारखंड महिला कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन सिंह ने कहा कि चुनाव के समय पार्टी के प्रति समर्पित महिला कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हुई. फिर बोर्ड निगम और आयोग में भी महिलाओं को कोई तरजीह नहीं दी गयी. ऐसे में हम कैसे उम्मीद करें कि महिलाओं का रुझान पार्टी की ओर होगा.
झारखंड कांग्रेस संगठन में 33% जगह महिलाओं को देंगे
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि राहुल गांधी ने महिलाओं, ओबीसी और युवाओं को पार्टी से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. झारखंड कांग्रेस में आनेवाले दिनों में पार्टी संगठन का जब पुनर्गठन होगा तो 33% जगह महिलाओं को दी जाएगी.
ओबीसी हमसे दूर नहीं हुआ है बल्कि हम उनका अधिकार नहीं दिला सके हैं
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि ओबीसी समाज हम से विमुख नहीं हुआ है. यह बात जरूर है कि हम ओबीसी को उनका अधिकार नहीं दिला पाए. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के समय में राज्यके ओबीसी आरक्षण 27% से घटा कर 14% कर दिया गया. आज भी देश का एकमात्र राज्य झारखंड है जहां ओबीसी को 14% आरक्षण है. हम तेलांगना के तर्ज पर राज्य में जातीय गणना कराकर ओबीसी को उनका अधिकार दिलाएंगे.
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