नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इस शिकायत में उन्होंने योग गुरु रामदेव के खिलाफ कथित तौर पर 'शरबत जिहाद' पर अपनी टिप्पणी के जरिए धार्मिक नफरत फैलाने के आरोप में FIR दर्ज करने की मांग की है.
मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य सिंह ने भोपाल के टीटी नगर पुलिस स्टेशन का रुख किया और भारतीय न्याय संहिता की धारा 196(1)(ए) और 299 के साथ-साथ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने का अनुरोध किया.
'बिक्री बढ़ाने के लिए बनाया वीडियो'
कांग्रेस नेता ने कथित तौर पर रामदेव द्वारा अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो की ओर इशारा किया, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने और पतंजलि आयुर्वेद प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ाने के लिए बनाया गया था.
सिंह के अनुसार, पतंजलि के गुलाब शरबत का प्रचार करते हुए रामदेव ने दावा किया कि एक प्रतिस्पर्धी शरबत कंपनी से होने वाली आय का इस्तेमाल मदरसों और मस्जिदों को फंड देने के लिए किया जा रहा है. सिंह ने आगे रामदेव पर पतंजलि के समान उत्पाद का प्रचार करते हुए इसे 'शरबत जिहाद' कहने का आरोप लगाया.
इससे पहले सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि बिजनेसमैन रामदेव ने अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए धर्म और राष्ट्रवाद का सहारा लेकर करोड़ों रुपये का साम्राज्य खड़ा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पतंजलि के कई उत्पाद तय मानकों पर खरे नहीं उतरे, जबकि कई अन्य उत्पादों पर प्रतिबंध लगा हुआ है.
'रामदेव हमदर्द को निशाना बना रहे थे'
सिंह ने कहा, "देश जानता है कि रामदेव हमदर्द कंपनी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साध रहे थे." अपनी शिकायत में सिंह ने तर्क दिया कि रामदेव का 'रूह अफजा' शरबत का विरोध सिर्फ इसलिए कि कंपनी का मालिक मुस्लिम है, नफरत फैलाने वाला भाषण है. उन्होंने कहा, शरबत की बिक्री को 'शरबत जिहाद' कहना असंवैधानिक है.”
सिंह ने पुलिस से मामला दर्ज करके उचित और सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा, "मैंने उस व्यक्ति (रामदेव) के खिलाफ मौजूदा कानूनों के तहत FIR दर्ज करने की मांग की है, जिसने अपराध किया है." उन्होंने कहा कि अगर FIR दर्ज नहीं की गई तो वह एक सप्ताह बाद अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे.
" एक वह शरबत है, जिसे पीने से मदरसे, मस्जिद और इस्लाम का वर्चस्व बढ़ता है; और एक वह शरबत है, जिसे पीने से पतंजलि गुरुकुलम्, आचार्यकुलम्, विश्वविद्यालय, भारतीय शिक्षा बोर्ड और सनातन धर्म का गौरव बढ़ता है। अंततः यह व्यापार नहीं, वसुधैव कुटुम्बकम्—विश्व परिवार का सपना साकार करने का… pic.twitter.com/AOYzphYV0J
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) April 13, 2025
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रश्मि अग्रवाल ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने रामदेव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है और एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अग्रवाल के हवाले से कहा, "हम शिकायत की जांच कर रहे हैं और उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे."
बाबा रामदेव ने क्या कहा?
योग गुरू बाबा रामदेव ने हाल ही में एक वीडियो में दावा किया था कि बाजार में मशहूर शरबत बेचने वाली कंपनी अपने मुनाफे से मस्जिदें और मदरसे बनवा रही है. इस दौरान उन्होंने लोगों को पतंजलि का गुलाब शरबत खरीदने की भी अपील की . बाबा रामदेव के इस वीडियो की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई.
" एक वह शरबत है, जिसे पीने से मदरसे, मस्जिद और इस्लाम का वर्चस्व बढ़ता है; और एक वह शरबत है, जिसे पीने से पतंजलि गुरुकुलम्, आचार्यकुलम्, विश्वविद्यालय, भारतीय शिक्षा बोर्ड और सनातन धर्म का गौरव बढ़ता है। अंततः यह व्यापार नहीं, वसुधैव कुटुम्बकम्—विश्व परिवार का सपना साकार करने का… pic.twitter.com/AOYzphYV0J
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) April 13, 2025
119 साल पुरानी है रूह अफजा
रूह अफजा की शुरुआत भारत की आजादी से पहले उस समय हुई थी, जब 1907 में यूनानी हर्बल चिकित्सा और हमदर्द दवाखाना के संस्थापक हकीम हाफिज अब्दुल मजीद ने इस शरबत को इजाद किया था. जानकारी के मुताबिक उन दिनों गर्मी के मौसम में लोग डिहाईड्रेशन, हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियों को खूब शिकार होते हैं. ऐसे में हकीम अब्दुल मजीद ने फलों, जड़ी-बूटियों और फूलों के अर्क से रूह अफजा बनाई. न सिर्फ रूह अफ्जा का स्वाद लोगों के दिल ओ दिमाग पर छा गया बल्कि यह भारत का सबसे ज्यादा पिया जाने वाला शरबत बन गया.
हमदर्द और पतंजलि का कारोबार
रूह अफजा बनाने वाली हमदर्द लेबोरेट्रीज न सिर्फ शरबत के लिए नहीं जानी जाती है, बल्कि कंपनी सिंकारा, रोगन बाबाद शिरीन, साफी, जोशीना और स्वालीन जैसे प्रोडक्ट्स भी बनाती है. रिपोर्ट्सके मुताबिक 2016 में रूह अफजा ने करीब 600 करोड़ का कारोबार किया था. वहीं, 2018 में हमदर्द लेबोरेट्रीज ने अपने 1000 करोड़ की सेल करने का लक्ष्य रखा था. दूसरी ओर बाबा रामदेव की पतंजलि के प्रोडक्ट भारत के घर-घर तक पहुंच चुके हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पतंजलि ने 2023-24 में कुल 9,335 करोड़ का कारोबार किया था.
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