नई दिल्ली: दिल्ली के मुस्तफाबाद हादसे पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दुख जताया है. उन्होंने जान गंवाने वालों पीड़ितों के प्रति संवेदानाएं भी व्यक्ति की.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने x हैंडल पर मृतकों के प्रति अपनी संवेदानाएं व्यक्त की. उन्होंने कहा कि 'एक इमारत गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.
दिल्ली के मुस्तफाबाद में एक इमारत गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 19, 2025
पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान: वहीं इस दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खेद जताया. उन्होंने X पर जानकारी दी कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक इमारत गिरने से लोगों की मौत से दुखी हूं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.
Saddened by the loss of lives due to a building collapse in Dayalpur area of North East Delhi. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon. The local administration is assisting those affected.
— PMO India (@PMOIndia) April 19, 2025
An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be…
बता दें उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके के दयालपुर में सुबह करीब 3 बजे एक चार मंजिला इमारत गिरने से 11लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं. दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मलबे से लोगों को निकालने में लगी हुई है.
#WATCH | Latest visuals from the Mustafabad area of Delhi, where several people are feared trapped after a building collapsed today, early morning. Rescue operations underway. pic.twitter.com/X2sOUP9QLR
— ANI (@ANI) April 19, 2025
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग में दो फ्लोर पर मकान मालिक तहसीन अपने परिवार के साथ रहते थे, जबकि उनके दो फ्लोर पर किराएदार रहते थे. पूरी बिल्डिंग में करीब 20 से 25 लोग रहते थे. सुबह करीब 3 बजे अचानक बिल्डिंग भरभराकर गिर गई जिससे बिल्डिंग में रह रहे सभी लोग दब गए.
बता दें कि मलबे में दबे 22 लोगों को अब तक बाहर निकाला जा चुका है, जिसमें से 11 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है जबकि 11 लोग घायल हो गए. 5 लोगों का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से ज्यादातर की हालत गंभीर बनी हुई है. मृतकों में 23 वर्षीय चांदनी, 23 वर्षीय दानिश, 17 वर्षीय नावेद, 38 वर्षीय रेशमा, 6 वर्षीय अनस, 30 वर्षीय नाजिम, 60 वर्षीय तहसीन, 28 वर्षीय शाहिना, 4 वर्षीय आफरीन, 2 वर्षीय अफान, और 75 वर्षीय इशाक शामिल हैं.
#WATCH दिल्ली: मुस्तफाबाद में इमारत ढहने की घटना कैमरे में कैद हुई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025
दिल्ली पुलिस के अनुसार, " बाहर निकाले गए 10 लोगों में से 4 की मृत्यु हो गई है। बचाव अभियान अभी भी जारी है।"
(सोर्स - स्थानीय निवासी) pic.twitter.com/wbhLurhE9s
दिल्ली पुलिस का बयानः एनडीआरएफ ने मुस्तफाबाद इलाके में राहत और बचाव अभियान में मदद के लिए डॉग स्क्वायड को बुलाया है, जहां एक इमारत ढह गई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और पांच का इलाज चल रहा है.
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने कहा कि हमें सुबह करीब 2:50 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली थी. हम मौके पर पहुंचे और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है और हमें लोगों के मलबे में फंसे होने की सूचना मिली. NDRF, दिल्ली अग्निशमन सेवा लोगों को बचाने के लिए काम कर रही है.
#WATCH दिल्ली: मलबे से एक व्यक्ति को निकाला गया है और उसे अस्पताल भेजा गया है। NDRF और अन्य एजेंसियां मुस्तफाबाद इलाके में खोज और बचाव अभियान चला रही हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025
आज सुबह एक इमारत ढहने से यहां 4 लोगों की मृत्यु हो गई थी। pic.twitter.com/3qkFvx3md8
वहीं, मुस्तफाबाद इलाके में इमारत ढहने की घटना पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यहां दो पुरुष, दो बहुएं, उनके परिवार और किराएदार रहते हैं. सबसे बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं, दूसरी बहू के भी तीन बच्चे हैं.अभी हमें कुछ नहीं पता. वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं.
#WATCH दिल्ली: मुस्तफाबाद इलाके में इमारत ढहने की घटना पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, " यहां दो पुरुष, दो बहुएं, उनके परिवार और किराएदार रहते हैं। सबसे बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं, दूसरी बहू के भी तीन बच्चे हैं...अभी हमें कुछ नहीं पता। वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं।" https://t.co/5S9Pvh7YvO pic.twitter.com/TDVr5itBpx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025
तहसीन के छोटे भाई की पत्नी रेहाना ने बताया कि तहसीन के परिवार में उनके दो बेटे, दो बहुएं, उनके ससुर पत्नी और बाकी किराएदार रहते थे. जब बिल्डिंग गिरी उस समय सभी लोग घर में सो रहे थे, जिससे किसी को भी बचने का कोई मौका नहीं मिला. पूरी बिल्डिंग एकदम से ढई गई और सभी लोग उसमें दब गए. रिहाना ने बताया कि उन्हें फोन से सूचना मिली. सूचना मिलते ही वह भाग कर यहां पहुंचे. बिल्डिंग गिरने का कारण अभी पता नहीं चल सका है. पड़ोसियों ने बताया कि यह बिल्डिंग ज्यादा पुरानी नहीं थी.
मोहन सिंह बिष्ट ने क्षेत्र का किया दौरा: मुस्तफाबाद इलाके में इमारत गिरने की घटना की सूचना मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक व दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे. उन्होंने राहत बचाव कार्य का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि बिल्डिंग बायोलॉज का उल्लंघन कर बनाए गए इमारत को लेकर निगम के कमिश्नर को आगाह किया था. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. नियमों के ताख पर रखकर 25 -30 मीटर के प्लाट पर 5 से 6 मंजिला बिल्डिंग बन रही है. बिजली विभाग भी उसमें मीटर लगा रहा है. कोई इसे रोकने रोकने वाला नहीं है. जिसकी वजह से यह हादसे हो रहे हैं. इस हादसे के लिए दिल्ली नगर निगम और बिजली विभाग भी जिम्मेदार है.
मलबे से एक व्यक्ति को निकाला गया है और उसे अस्पताल भेजा गया है. NDRF और अन्य एजेंसियां मुस्तफाबाद इलाके में खोज और बचाव अभियान चला रही हैं.
वहीं, मुस्तफाबाद में चल रहे स्क्सूय ऑपरेशन में जहां एक तरफ NDRF और पुलिस के जवान लगे हैं वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोग भी रेस्कूय ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं. वो घटना के बाद से ही इमारत के मलबे को हटाने में वहां मौजूद टीमों की मदद कर रहे हैं. कई स्थानीय लोग घटना की सूचना मिलने के बाद से ही मौके पर मौजूद हैं और मलबा हटाने में दूसरी टीमों की मदद कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: