ETV Bharat / bharat

दिल्ली बिल्डिंग हादसा: 11 की मौत, पीएम-राष्ट्रपति ने जताया दुख, मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान - BUILDING COLLAPSED IN MUSTAFABAD

दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में बड़ा हादसा हो गया. इमारत गिरने से मलबे में दबकर 11 की मौत हो गई. कई लोग घायल हैं.

मुस्तफाबाद में इमारत ढही
मुस्तफाबाद में इमारत ढही (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : April 19, 2025 at 7:20 AM IST

Updated : April 19, 2025 at 11:22 PM IST

6 Min Read

नई दिल्ली: दिल्ली के मुस्तफाबाद हादसे पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दुख जताया है. उन्होंने जान गंवाने वालों पीड़ितों के प्रति संवेदानाएं भी व्यक्ति की.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने x हैंडल पर मृतकों के प्रति अपनी संवेदानाएं व्यक्त की. उन्होंने कहा कि 'एक इमारत गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.

पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान: वहीं इस दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खेद जताया. उन्होंने X पर जानकारी दी कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक इमारत गिरने से लोगों की मौत से दुखी हूं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.

बता दें उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके के दयालपुर में सुबह करीब 3 बजे एक चार मंजिला इमारत गिरने से 11लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं. दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मलबे से लोगों को निकालने में लगी हुई है.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग में दो फ्लोर पर मकान मालिक तहसीन अपने परिवार के साथ रहते थे, जबकि उनके दो फ्लोर पर किराएदार रहते थे. पूरी बिल्डिंग में करीब 20 से 25 लोग रहते थे. सुबह करीब 3 बजे अचानक बिल्डिंग भरभराकर गिर गई जिससे बिल्डिंग में रह रहे सभी लोग दब गए.

मुस्तफाबाद में इमारत ढही (ETV Bharat)

बता दें कि मलबे में दबे 22 लोगों को अब तक बाहर निकाला जा चुका है, जिसमें से 11 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है जबकि 11 लोग घायल हो गए. 5 लोगों का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से ज्यादातर की हालत गंभीर बनी हुई है. मृतकों में 23 वर्षीय चांदनी, 23 वर्षीय दानिश, 17 वर्षीय नावेद, 38 वर्षीय रेशमा, 6 वर्षीय अनस, 30 वर्षीय नाजिम, 60 वर्षीय तहसीन, 28 वर्षीय शाहिना, 4 वर्षीय आफरीन, 2 वर्षीय अफान, और 75 वर्षीय इशाक शामिल हैं.

दिल्ली पुलिस का बयानः एनडीआरएफ ने मुस्तफाबाद इलाके में राहत और बचाव अभियान में मदद के लिए डॉग स्क्वायड को बुलाया है, जहां एक इमारत ढह गई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और पांच का इलाज चल रहा है.

डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने कहा कि हमें सुबह करीब 2:50 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली थी. हम मौके पर पहुंचे और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है और हमें लोगों के मलबे में फंसे होने की सूचना मिली. NDRF, दिल्ली अग्निशमन सेवा लोगों को बचाने के लिए काम कर रही है.

वहीं, मुस्तफाबाद इलाके में इमारत ढहने की घटना पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यहां दो पुरुष, दो बहुएं, उनके परिवार और किराएदार रहते हैं. सबसे बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं, दूसरी बहू के भी तीन बच्चे हैं.अभी हमें कुछ नहीं पता. वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं.

तहसीन के छोटे भाई की पत्नी रेहाना ने बताया कि तहसीन के परिवार में उनके दो बेटे, दो बहुएं, उनके ससुर पत्नी और बाकी किराएदार रहते थे. जब बिल्डिंग गिरी उस समय सभी लोग घर में सो रहे थे, जिससे किसी को भी बचने का कोई मौका नहीं मिला. पूरी बिल्डिंग एकदम से ढई गई और सभी लोग उसमें दब गए. रिहाना ने बताया कि उन्हें फोन से सूचना मिली. सूचना मिलते ही वह भाग कर यहां पहुंचे. बिल्डिंग गिरने का कारण अभी पता नहीं चल सका है. पड़ोसियों ने बताया कि यह बिल्डिंग ज्यादा पुरानी नहीं थी.

मोहन सिंह बिष्ट ने क्षेत्र का किया दौरा: मुस्तफाबाद इलाके में इमारत गिरने की घटना की सूचना मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक व दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे. उन्होंने राहत बचाव कार्य का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि बिल्डिंग बायोलॉज का उल्लंघन कर बनाए गए इमारत को लेकर निगम के कमिश्नर को आगाह किया था. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. नियमों के ताख पर रखकर 25 -30 मीटर के प्लाट पर 5 से 6 मंजिला बिल्डिंग बन रही है. बिजली विभाग भी उसमें मीटर लगा रहा है. कोई इसे रोकने रोकने वाला नहीं है. जिसकी वजह से यह हादसे हो रहे हैं. इस हादसे के लिए दिल्ली नगर निगम और बिजली विभाग भी जिम्मेदार है.

मोहन सिंह बिष्ट ने क्षेत्र का किया दौरा (ETV Bharat)

मलबे से एक व्यक्ति को निकाला गया है और उसे अस्पताल भेजा गया है. NDRF और अन्य एजेंसियां ​​मुस्तफाबाद इलाके में खोज और बचाव अभियान चला रही हैं.

दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत ढही (ETV Bharat)

वहीं, मुस्तफाबाद में चल रहे स्क्सूय ऑपरेशन में जहां एक तरफ NDRF और पुलिस के जवान लगे हैं वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोग भी रेस्कूय ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं. वो घटना के बाद से ही इमारत के मलबे को हटाने में वहां मौजूद टीमों की मदद कर रहे हैं. कई स्थानीय लोग घटना की सूचना मिलने के बाद से ही मौके पर मौजूद हैं और मलबा हटाने में दूसरी टीमों की मदद कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:

नई दिल्ली: दिल्ली के मुस्तफाबाद हादसे पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दुख जताया है. उन्होंने जान गंवाने वालों पीड़ितों के प्रति संवेदानाएं भी व्यक्ति की.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने x हैंडल पर मृतकों के प्रति अपनी संवेदानाएं व्यक्त की. उन्होंने कहा कि 'एक इमारत गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.

पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान: वहीं इस दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खेद जताया. उन्होंने X पर जानकारी दी कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक इमारत गिरने से लोगों की मौत से दुखी हूं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.

बता दें उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके के दयालपुर में सुबह करीब 3 बजे एक चार मंजिला इमारत गिरने से 11लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं. दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मलबे से लोगों को निकालने में लगी हुई है.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग में दो फ्लोर पर मकान मालिक तहसीन अपने परिवार के साथ रहते थे, जबकि उनके दो फ्लोर पर किराएदार रहते थे. पूरी बिल्डिंग में करीब 20 से 25 लोग रहते थे. सुबह करीब 3 बजे अचानक बिल्डिंग भरभराकर गिर गई जिससे बिल्डिंग में रह रहे सभी लोग दब गए.

मुस्तफाबाद में इमारत ढही (ETV Bharat)

बता दें कि मलबे में दबे 22 लोगों को अब तक बाहर निकाला जा चुका है, जिसमें से 11 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है जबकि 11 लोग घायल हो गए. 5 लोगों का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से ज्यादातर की हालत गंभीर बनी हुई है. मृतकों में 23 वर्षीय चांदनी, 23 वर्षीय दानिश, 17 वर्षीय नावेद, 38 वर्षीय रेशमा, 6 वर्षीय अनस, 30 वर्षीय नाजिम, 60 वर्षीय तहसीन, 28 वर्षीय शाहिना, 4 वर्षीय आफरीन, 2 वर्षीय अफान, और 75 वर्षीय इशाक शामिल हैं.

दिल्ली पुलिस का बयानः एनडीआरएफ ने मुस्तफाबाद इलाके में राहत और बचाव अभियान में मदद के लिए डॉग स्क्वायड को बुलाया है, जहां एक इमारत ढह गई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और पांच का इलाज चल रहा है.

डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने कहा कि हमें सुबह करीब 2:50 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली थी. हम मौके पर पहुंचे और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है और हमें लोगों के मलबे में फंसे होने की सूचना मिली. NDRF, दिल्ली अग्निशमन सेवा लोगों को बचाने के लिए काम कर रही है.

वहीं, मुस्तफाबाद इलाके में इमारत ढहने की घटना पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यहां दो पुरुष, दो बहुएं, उनके परिवार और किराएदार रहते हैं. सबसे बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं, दूसरी बहू के भी तीन बच्चे हैं.अभी हमें कुछ नहीं पता. वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं.

तहसीन के छोटे भाई की पत्नी रेहाना ने बताया कि तहसीन के परिवार में उनके दो बेटे, दो बहुएं, उनके ससुर पत्नी और बाकी किराएदार रहते थे. जब बिल्डिंग गिरी उस समय सभी लोग घर में सो रहे थे, जिससे किसी को भी बचने का कोई मौका नहीं मिला. पूरी बिल्डिंग एकदम से ढई गई और सभी लोग उसमें दब गए. रिहाना ने बताया कि उन्हें फोन से सूचना मिली. सूचना मिलते ही वह भाग कर यहां पहुंचे. बिल्डिंग गिरने का कारण अभी पता नहीं चल सका है. पड़ोसियों ने बताया कि यह बिल्डिंग ज्यादा पुरानी नहीं थी.

मोहन सिंह बिष्ट ने क्षेत्र का किया दौरा: मुस्तफाबाद इलाके में इमारत गिरने की घटना की सूचना मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक व दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे. उन्होंने राहत बचाव कार्य का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि बिल्डिंग बायोलॉज का उल्लंघन कर बनाए गए इमारत को लेकर निगम के कमिश्नर को आगाह किया था. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. नियमों के ताख पर रखकर 25 -30 मीटर के प्लाट पर 5 से 6 मंजिला बिल्डिंग बन रही है. बिजली विभाग भी उसमें मीटर लगा रहा है. कोई इसे रोकने रोकने वाला नहीं है. जिसकी वजह से यह हादसे हो रहे हैं. इस हादसे के लिए दिल्ली नगर निगम और बिजली विभाग भी जिम्मेदार है.

मोहन सिंह बिष्ट ने क्षेत्र का किया दौरा (ETV Bharat)

मलबे से एक व्यक्ति को निकाला गया है और उसे अस्पताल भेजा गया है. NDRF और अन्य एजेंसियां ​​मुस्तफाबाद इलाके में खोज और बचाव अभियान चला रही हैं.

दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत ढही (ETV Bharat)

वहीं, मुस्तफाबाद में चल रहे स्क्सूय ऑपरेशन में जहां एक तरफ NDRF और पुलिस के जवान लगे हैं वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोग भी रेस्कूय ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं. वो घटना के बाद से ही इमारत के मलबे को हटाने में वहां मौजूद टीमों की मदद कर रहे हैं. कई स्थानीय लोग घटना की सूचना मिलने के बाद से ही मौके पर मौजूद हैं और मलबा हटाने में दूसरी टीमों की मदद कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:

Last Updated : April 19, 2025 at 11:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.