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माम्बा का काटा, नहीं मांगता पानी...इलाज कराने पर और बिगड़ जाती है हालत? चौंकाने वाला खुलासा

दुनिया में सांप की हजारों प्रजाति हैं, इनमें कुछ बेहद खतरनाक होते हैं. इस बीच माम्बा सांप को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

Even medicine is not effective against the bite of a Mamba snake.
माम्बा सांप के काटने पर दवा भी कारगर नहीं (ETV Bharat Graphics)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : October 12, 2025 at 5:34 PM IST

5 Min Read
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हैदराबाद : दुनिया में सांप की तीन हजार से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें दुनिया के सबसे खतरनाक सांप माने जाने वाले माम्बा सांप को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. माम्बा सांप के काटने को मौत का पैगाम माना जाता है. इस सांप के काटने पर एंटीवेनम (विष-निवारक दवा) दिए जाने के बाद भी मरीज की हालत कभी-कभी और अधिक खराब हो जाता है. खास बात यह है कि इस सांप के विष में दो तरह के टॉक्सिन (विष तत्व) पाए जाते हैं. यही वजह है कि एंटीवेनम से एक तो ठीक होता है, लेकिन दूसरे को उभार देता है. यह जानकारी 26 सितंबर को 'टॉक्सिन्स' जर्नल में प्रकाशित हुई है.

इस खोज के पता चल जाने से विशेषकर अफ्रीका में प्रतिवर्ष 30 हजार से अधिक लोगों की सांप के काटने से होने वाली मौतों को रोकने में मदद मिल सकती है.

Black Mamba Snake
ब्लैक माम्बा सांप (@NatGeoAnimals)

दुनिया का सबसे घातक सांप
दुनिया के सबसे खतरनाक सांप माम्बा डेंड्रोएस्पिस जीनस के चार प्रजाति के होते हैं, जिनमें ब्लैक माम्बा, वेस्टर्न ग्रीन, जेम्सन और ईस्टर्न ग्रीन शामिल हैं. वहीं इनमें ब्लैक माम्बा सबसे ज्यादा खतरनाक है, जिसके काटने के बाद 100 फीसदी मौत तय है. इस सांप का दो बूंद जहर भी किसी को मौत की नींद सुलाने के लिए काफी है.

सब-सहारा अफ्रीका (साहेलियन इलाके) में यह सांप पाए जाते हैं. इन सांपों का जहर न्यूरोटॉक्सिन से भरा होता है, जो नर्व सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) पर जोरदार हमला करता है. वहीं बिना इलाज के एक घंटे में श्वास नली लकवाग्रस्त हो जाती है और दिल की धड़कन रुक जाती है. इतना ही नहीं इसके काटने के बाद मरीज चल नहीं पाता और सांस नहीं ले पाता है.

लकवा और एठन में कौन अधिक घातक?
माम्बा सांप का जहर मांसपेशियों के नर्व रिसेप्टर्स (नर्व सिग्नल रिसीवर) पर तेजी से हमला करता है. साथ ही ब्रेन से सिग्नल मांसपेशियों तक नहीं पहुंच पाता है. इस बारे में क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के मॉलेक्यूलर बायोलॉजिस्ट ब्रायन फ्राई का कहना है कि मांसपेशियां सिकुड़ ही नहीं पातीं, जिसे फ्लेसिड पैरालिसिस (लकवा) कहा जाता है.

फ्लेसिड पैरालिसिस
इसमें मांसपेशियां ढीली हो जाती है. वेस्टर्न ग्रीन, जेम्सन और ब्लैक माम्बा के जहर का यह प्रमुख असर है. मनुष्य के लिए सांस लेना बेहद मुश्किल हो जाता है.

स्पास्टिक पैरालिसिस
इसके तहत नर्व सिग्नल्स ओवरलोड हो जाते हैं. वहीं मांसपेशियां ऐंठन से सिकुड़ जाती हैं और सांस की नली बंद हो जाती है. इसको लेकर वैज्ञानिकों को पहले लगता था कि यह सिर्फ ईस्टर्न ग्रीन माम्बा में होता है. इस बारे में ब्रायन फ्राई का कहना है कि स्पास्टिक पैरालिसिस घातक है, लेकिन फ्लेसिड अधिक तेजी से असर करता है. फ्राई कहते हैं कि स्पास्टिक पैरालिसिस घातक है, लेकिन फ्लेसिड ज्यादा तीव्र होता है.

Learn about the Mamba snake
जाने माम्बा सांप के बारे में (ETV Bharat Graphics)

एंटीवेनम : इलाज के बाद भी मरीज की समस्या का क्यों बढ़ जाती है?
अन्य तीन माम्बा सापों में सिर्फ फ्लेसिड पाया जाता है. हालांकि, फ्राई की टीम ने लैब एनिमल्स के न्यूरोमस्कुलर टिश्यू पर जांच की है. इस दौरान जांच में पता चला है कि विष डालने पर अन्य माम्बा सांपों का प्रभाव नहीं दिखाई दिया, लेकिन स्टिमुलेशन पर मांसपेशियां सिकुड़ ही नहीं पाईं. हालांकि एंटीवेनम (अफ्रीका में उपलब्ध तीन ब्रांड्स) ने फ्लेसिड को अच्छी तरह ठीक कर दिया, लेकिन स्पास्टिक पैरालिसिस सामने उभर गया. यही कारण है कि एंटीवेनम से पहले टॉक्सिन ठीक तो किया, लेकिन छिपा हुआ दूसरा टॉक्सिन सक्रिय हो उठा.फलस्वरूप एंटीवेनम स्पास्टिक के विरोध कमजोर साबित हुआ. फ्राई का कहना है कि हमेशा बैकग्राउंड में स्पास्टिक हो रहा था, लेकिन फ्लेसिड ने छिपा लिया.

केन्या और दक्षिण अफ्रीका के ब्लैक माम्बा के जहर में अंतर
ब्लैक माम्बा सांप का जहर जगह के अनुसार अलग-अलग होता है. रिपोर्ट के मुातबिक केन्या और साउथ अफ्रीका के सांपों का विष टिश्यू पर अलग असर करता है. साथ ही एंटीवेनम भी अलग तरीके से काम करता है. डेनमार्क के बायोटेक्नोलॉजिस्ट एंड्रियास हॉगार्ड लॉस्टेन-किल का कहना है कि जहर का अंतर समझकर एंटीवेनम बनाना जरूरी है, जिससे हर टॉक्सिन के खिलाफ काम करे.

ब्लैक माम्बा के काटने के लक्षण

  • सामान्य लक्षणों में शामिल हैं
  • काटने वाली जगह पर तेज़ दर्द और सूजन
  • अंगों में झुनझुनी या सुन्नता फैलना
  • मांसपेशियों का शिथिल पक्षाघात
  • पलकों का झुकना और बोलने में कठिनाई
  • गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ
  • शीघ्र पहचान और शीघ्र चिकित्सा देखभाल से जान बचाई जा सकती है

ब्लैक माम्बा के काटने का तुरंत इलाज

  • आपातकालीन सेवाओं को तुरंत कॉल करें
  • ज़हर के फैलाव को धीमा करने के लिए पीड़ित को शांत और स्थिर रखें
  • प्रभावित अंग को स्थिर रखें
  • काटें, चूसें या टूर्निकेट न लगाएं
  • चिकित्सकीय देखरेख में एंटीवेनम दें
  • एंटीवेनम के बाद भी, सावधानीपूर्वक निगरानी आवश्यक है क्योंकि अतिरिक्त लक्षण दिखाई दे सकते हैं

ब्लैक माम्बा के आसपास कैसे सुरक्षित रहें

  • माम्बा की गतिविधियों वाले क्षेत्रों से बचें, खासकर शाम या रात के समय
  • स्थानिक क्षेत्रों में लंबी पैदल यात्रा करते समय सुरक्षात्मक जूते और कपड़े पहनें
  • सांप के काटने पर प्राथमिक उपचार के तरीके सीखें
  • आपातकालीन नंबर और स्थानीय एंटीवेनम सुविधाओं को अपने पास रखें
  • मृत्यु दर को कम करने के लिए शिक्षा और तैयारी महत्वपूर्ण हैं

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