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मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, FIR रद्द करने से इंकार - SUPREME COURT REPRIMANDS VIJAY SHAH

भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट ने जमकर लताड़ा.

VIJAY SHAH Petition supreme court
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे मंत्री विजय शाह (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 15, 2025 at 11:04 AM IST

Updated : May 15, 2025 at 11:55 AM IST

4 Min Read

भोपाल : भारतीय सेना की कर्नल और देश की शान सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक टिप्पणी करने पर मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट से भी तगड़ी फटकार मिली है. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर फटकार लगाई. भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने मंत्री की टिप्पणियों को अस्वीकार्य और असंवेदनशील बताया. मुख्य न्यायाधीश गवई ने विजय शाह के आचरण पर सवाल उठाते हुए पूछा, "आप किस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं? आपको थोड़ी समझदारी दिखानी चाहिए. जाकर उच्च न्यायालय में माफ़ी मांगें." इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

अब मंत्री विजय शाह पर गिरफ्तारी की तलवार

मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के खिलाफ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार देर रात पुलिस ने विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली. अब विजय शाह पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. गिरफ्तारी से बचने के लिए गुरुवार सुबह मंत्री विजय शाह ने अपने वकील के जरिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगवाई. मंत्री के अधिवक्ता ने कोर्ट से आग्रह किया है कि इस पर तुरंत सुनवाई की जाए. बता दें कि जबलपुर हाई कोर्ट के निर्देश पर महू की मानपुर पुलिस ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196 और 197 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है.

बीजेपी की मैराथन मीटिंग, इस्तीफे पर पेच फंसा

मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक टिप्पणी के बाद लोगों में आक्रोश बढ़ गया. मामला गंभीर होते देख बीजेपी में हड़कंप मच गया. दिल्ली हाईकमान से मिले आदेश के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा व संगठन प्रभारी हितानंद शर्मा ने विजय शाह की जमकर क्लास ली. इधर, मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया और एफआईर करने के सख्त आदेश दिए तो लगने लगा कि विजय शाह का इस्तीफा किसी भी वक्त हो सकता है. बुधवार देर रात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल लौटे तो सीएम आवास पर फिर मैराथन मीटिंग हुई. इसमें तय किया गया कि विजय शाह का इस्तीफा फिलहाल नहीं लिया जाएगा. इसकी वजह विजय शाह का आदिवासी होना है और मध्य प्रदेश में आदिवासी वोट बैंक किसी भी पार्टी के लिए बहुत अहम है.

कर्नल सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक टिप्पणी से रोष

गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' में अहम भूमिका निभाने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बगैर मंत्री विजय शाह ने बेहद शर्मनाक टिप्पणी की है. इसके बाद लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. कांग्रेस ने भी मंत्री विजय शाह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. कांग्रेस ने प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन कर विजय शाह की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है. लोगों की आक्रोश व कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद भी विजय शाह पर कोई आंच नहीं आ रही थी. इसके बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए डीजीपी को 4 घंटे के अंदर मंत्री विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश सुनाया. साथ ही डीजीपी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आज एफआईआर नहीं हुई तो अगले दिन अवमानना की कार्रवाई की जाएगी.

कांग्रेस ने फिर बढ़ाई बीजेपी की टेंशन

इस मामले में बवाल बढ़ा तो मंत्री विजय शाह ने माफी मांगने में देर नहीं लगाई. एक बार नहीं, कई बार विजय शाह ने माफी मांगी. इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जाने-माने अधिवक्ता विवेक तन्खा ने कहा "अगर विजय शाह की अपील सुप्रीम कोर्ट में मेंशन हुई और उस पर सुनवाई हुई तो वह खुद, मशहूर अधिवक्ता कपिल सिब्बल, इंदिरा जय सिंह और केटीएस तुलसी कोर्ट में खड़े होंगे." वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा "विजय शाह और सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी तो कोई भी देशभक्त कोई भी पार्टी और कोई भी वकील उनके खिलाफ कोर्ट में खड़ा नहीं होगा. बीजेपी मंत्री विजय शाह का तत्काल इस्तीफा ले और कानून को अपना काम करने दें."

भोपाल : भारतीय सेना की कर्नल और देश की शान सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक टिप्पणी करने पर मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट से भी तगड़ी फटकार मिली है. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर फटकार लगाई. भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने मंत्री की टिप्पणियों को अस्वीकार्य और असंवेदनशील बताया. मुख्य न्यायाधीश गवई ने विजय शाह के आचरण पर सवाल उठाते हुए पूछा, "आप किस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं? आपको थोड़ी समझदारी दिखानी चाहिए. जाकर उच्च न्यायालय में माफ़ी मांगें." इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

अब मंत्री विजय शाह पर गिरफ्तारी की तलवार

मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के खिलाफ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार देर रात पुलिस ने विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली. अब विजय शाह पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. गिरफ्तारी से बचने के लिए गुरुवार सुबह मंत्री विजय शाह ने अपने वकील के जरिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगवाई. मंत्री के अधिवक्ता ने कोर्ट से आग्रह किया है कि इस पर तुरंत सुनवाई की जाए. बता दें कि जबलपुर हाई कोर्ट के निर्देश पर महू की मानपुर पुलिस ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196 और 197 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है.

बीजेपी की मैराथन मीटिंग, इस्तीफे पर पेच फंसा

मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक टिप्पणी के बाद लोगों में आक्रोश बढ़ गया. मामला गंभीर होते देख बीजेपी में हड़कंप मच गया. दिल्ली हाईकमान से मिले आदेश के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा व संगठन प्रभारी हितानंद शर्मा ने विजय शाह की जमकर क्लास ली. इधर, मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया और एफआईर करने के सख्त आदेश दिए तो लगने लगा कि विजय शाह का इस्तीफा किसी भी वक्त हो सकता है. बुधवार देर रात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल लौटे तो सीएम आवास पर फिर मैराथन मीटिंग हुई. इसमें तय किया गया कि विजय शाह का इस्तीफा फिलहाल नहीं लिया जाएगा. इसकी वजह विजय शाह का आदिवासी होना है और मध्य प्रदेश में आदिवासी वोट बैंक किसी भी पार्टी के लिए बहुत अहम है.

कर्नल सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक टिप्पणी से रोष

गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' में अहम भूमिका निभाने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बगैर मंत्री विजय शाह ने बेहद शर्मनाक टिप्पणी की है. इसके बाद लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. कांग्रेस ने भी मंत्री विजय शाह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. कांग्रेस ने प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन कर विजय शाह की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है. लोगों की आक्रोश व कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद भी विजय शाह पर कोई आंच नहीं आ रही थी. इसके बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए डीजीपी को 4 घंटे के अंदर मंत्री विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश सुनाया. साथ ही डीजीपी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आज एफआईआर नहीं हुई तो अगले दिन अवमानना की कार्रवाई की जाएगी.

कांग्रेस ने फिर बढ़ाई बीजेपी की टेंशन

इस मामले में बवाल बढ़ा तो मंत्री विजय शाह ने माफी मांगने में देर नहीं लगाई. एक बार नहीं, कई बार विजय शाह ने माफी मांगी. इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जाने-माने अधिवक्ता विवेक तन्खा ने कहा "अगर विजय शाह की अपील सुप्रीम कोर्ट में मेंशन हुई और उस पर सुनवाई हुई तो वह खुद, मशहूर अधिवक्ता कपिल सिब्बल, इंदिरा जय सिंह और केटीएस तुलसी कोर्ट में खड़े होंगे." वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा "विजय शाह और सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी तो कोई भी देशभक्त कोई भी पार्टी और कोई भी वकील उनके खिलाफ कोर्ट में खड़ा नहीं होगा. बीजेपी मंत्री विजय शाह का तत्काल इस्तीफा ले और कानून को अपना काम करने दें."

Last Updated : May 15, 2025 at 11:55 AM IST
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