देहरादून (धीरज सजवाण): उत्तराखंड में इसी साल 28 जनवरी से 14 फरवरी तक 38वें नेशनल गेम्स हुए थे. नेशनल गेम्स में 9545 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. वहीं टेक्निकल, ऑफिशल्स, सपोर्ट स्टाफ और स्पोर्ट्स ऑफिशल्स को मिलाकर यह आंकड़ा तकरीबन 18 हजार तक पहुंच गया था. नेशनल गेम्स के दौरान पानी और अन्य पेय पदार्थों के लिए 3 लाख प्लास्टिक की बोतलें प्रयोग की गईं, जो प्लास्टिक वेस्ट था.
3 लाख यूज्ड प्लास्टिक बोतलों से बनाए कुर्सी-बेंच: इस प्लास्टिक वेस्ट से 9870 किलो कार्बन उत्सर्जन होता. ये मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता. इसके साथ ही पर्यावरण को भी क्षति पहुंचाता. लेकिन उत्तराखंड खेल विभाग ने इसका अलग रास्ता निकाला, जिससे इस प्लास्टिक वेस्ट को बेस्ट कर दिया. दरअसल 38वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान इस्तेमाल की गई पानी की खाली बोतलों को रिसाइकल कर कुर्सी बेंच बनाई गई हैं. शुक्रवार को उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में इन बेंचों का लोकार्पण किया.
नेशनल गेम्स के वेस्ट को बनाया बेस्ट: उत्तराखंड में हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों को ग्रीन गेम्स के रूप में आयोजित किया गया था. इसमें सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट से मेडल तैयार किए गए थे. वहीं आयोजन में इस्तेमाल हुई प्लास्टिक बोतलों को रिसाइकल करने की कवायद भी शुरू की गई थी. शुक्रवार को इन्हीं प्लास्टिक बोतलों से रिसाइकल कर बनाई गई कुर्सी और बेंच का लोकार्पण खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया.

प्लास्टिक वेस्ट से 10 बेंच तैयार: इस मौके पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि-
उत्तराखंड सरकार ने राष्ट्रीय खेल ग्रीन गेम्स की थीम पर आयोजित करने का ऐलान किया था. इस दिशा में कई नई पहल की गई थी. इनमें से यह भी एक पहल थी. जिन पानी की बोतलों का इस्तेमाल खिलाड़ियों और अन्य लोगों ने किया, उन खाली बोतलों को सभी आयोजन स्थलों से एकत्र करके रिसाइकल किया गया और उनसे इन बेंचों का निर्माण किया गया है. खेल मंत्री ने बताया कि फिलहाल 10 बेंच तैयार होकर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में पहुंच गई हैं. इन बेंचों को छात्रों के इस्तेमाल के लिए स्थापित कर दिया गया है.
-रेखा आर्या, खेल मंत्री, उत्तराखंड-
जल्द 20 और बेंच तैयार होंगी: खेल मंत्री ने बताया कि जल्द ही 20 और बेंच तैयार होकर आ जाएंगी. उन्होंने कहा कि इस पहल के जरिए उत्तराखंड ने खेलों के जरिए भी पर्यावरण संरक्षण करने की दिशा में एक बेंचमार्क स्थापित किया है.

स्पोर्ट्स कॉलेज के छात्रों ने ली रिसाइकिल प्लास्टिक यूज की शपथ: इस मौके पर स्पोर्ट्स कॉलेज के छात्र खिलाड़ियों ने भी खेल अभ्यास, खेल प्रतियोगिता के दौरान जो स्पोर्टस वेस्टेज निकलता है, उसके रचनात्मक और रिसाइकल उपयोग करने की शपथ ली. इस मौके पर विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा, खेल निदेशक प्रशांत आर्या, स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य राजेश ममगाई आदि मौजूद रहे.

नेशनल गेम्स में ग्रीन गेम्स की दिशा में उठाए गए थे ये कदम:
- नेशनल गेम्स से पहले 9 जनपदों और 13 आयोजन स्थलों पर सूचना, शिक्षा और जागरूकता अभियान चलाया गया
- मिशन जीरो प्लास्टिक बोतल अपशिष्ट के लिए आयोजन स्थलों का दौरा किया गया और टीमों को शिक्षित किया गया
- 200 से अधिक कूड़ा बीनने वाले और 100 सफाई कर्मचारियों के सहयोग से एकत्र की गई खाली बोतलें
- प्लास्टिक वेस्टेज के स्रोत पर, पिकअप स्थल पर और डंप यार्ड पर जियो टैगिंग की गई
- राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के दौरान कुल 300,000 बोतलें एकत्र करके रिसाइकल की गईं
- 9870 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन बचाया गया
- लगभग 2,67,000 मेगा जल ऊर्जा की बचत हुई
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