नई दिल्ली: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने दिल्ली बार काउंसिल (बीसीडी) के वाइस चेयरमैन और आम आदमी पार्टी के लीगल सेल से जुड़े वकील संजीव नसियार की एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री की गड़बड़ियों की सीबीआई जांच की सिफारिश की है. बीसीआई ने जांच होने तक संजीव नसियार को बीसीडी के वाइस चेयरमैन के पद से निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया है.
दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीसीआई ने संजीव नसियार की डिग्री की जांच के लिए 3 सितंबर को एक सब-कमेटी का गठन किया था. सब कमेटी ने संजीव नसियार की अकादमिक डिग्रियों में गड़बड़ियां पाई थीं. कमेटी ने इंदौर के पीएमबी गुजरात आर्ट्स एंड लॉ कॉलेज से एलएलबी (ऑनर्स) को अनाधिकृत पाया था.
#WATCH | On Bar Council of India's order to immediately remove him from his position as Vice Chairman of the Bar Council of Delhi, Advocate Sanjeev Nasiar says, " i have not received any notice or order from bar council of india, but i have come to know through press that bar… https://t.co/nNotFHvt3C pic.twitter.com/f4ibyCE7Td
— ANI (@ANI) December 8, 2024
कमेटी ने इंदौर के देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय में की गई कई एंट्रियों में एक समान हैंडराईटिंग और स्याही पाई थी. कमेटी ने कहा कि संजीव नसियार की एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री 1998 की है, जबकि बीसीआई ने ये एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री 2008 में शुरू की थी. कमेटी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने उन्हें जांच में सहयोग नहीं किया और यहां तक कि जांच में बाधा डालने की भी कोशिश की. इससे संजीव नसियार की डिग्री को लेकर संदेह और गहरा गया.
यह है मामला: बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट में नरेश चंद गुप्ता नामक वकील ने याचिका दायर कर आरोप लगाया कि संजीव नसियार की डिग्री फर्जी है. याचिका में कहा गया था कि जिस यूनिवर्सिटी से संजीव नसियार ने डिग्री ली है, उस यूनिवर्सिटी से जुड़े पहले भी मामले आ चुके हैं. हाईकोर्ट ने शुरू में कहा कि नसियार की डिग्री सही है, लेकिन बीसीआई के कई बार के आग्रह के बावजूद बीसीडी ने संजीव नसियार से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए. इसके बाद बीसीआई ने इस मामले की जांच शुरू की थी.
संजीव नसियार ने दी प्रतिक्रिया: वहीं इस मामले पर संजीव नासियार ने कहा कि भाजपा ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया को हथियार की तरह मेरे खिलाफ इस्तेमाल किया है, लेकिन मैं जांच से घबराने और डरने वाला नहीं हूं. उनके अलावा विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि संजीव नासियार को आम आदमी पार्टी का समर्थक होने की सजा दी गई है.डेढ़ साल पहले इनके खिलाफ एक शिकायत की गई थी, जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. लेकिन, उसके बाद उस शिकायत को बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सीबीआई को भेज दिया और बिना जांच के ही संजीव नासियार को बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के वाइस चेयरमैन के पद से हटा दिया. आम आदमी पार्टी इसका विरोध करती है और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से अपना आदेश वापस लेने की मांग करती है.
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