नई दिल्ली : बलूचियों के प्रतिनिधि मीर यार बलूच ने बुधवार को पाकिस्तान से अलग होने की घोषणा कर दी. उन्होंने कहा कि उनका प्रांत सालों से पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी पुलिस की हिंसा का शिकार रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना यहां पर लगातार मानवाधिकार का उल्लंघन कर रही है और वैसे लोग जो अपनी आवाज उठाते हैं, उन्हें गायब कर दिया जा रहा है. उन्होंने इस संबंध में एक पोस्ट भी सोशल मीडिया पर डाला है.
सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए मीर यार ने कहा कि बलूचियों ने अपनी आजादी का फैसला किया है और अब पूरी दुनिया को इस मामले पर चुप नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कहा, "तुम मारोगे हम निकलेंगे, हम नसल बचाने निकले हैं, आओ हमारा साथ दो, पाकिस्तान अधिकृत बलूचिस्तान की गलियों में बलूचों का विद्रोह हो रहा है, देश हित में लोग बलूचिस्तान का साथ दे रहे हैं, अब दुनिया को सिर्फ मूक दर्शक नहीं बनना चाहिए."
One renowned journalist asked me.
— Mir Yar Baloch (@miryar_baloch) May 14, 2025
Question: Is the date of independence of Balochistan be declared when Paki6army leaves Baloch soil?
Me: We have already declared our independence on 11 August 1947 when Britishers were leaving Balochistan, and the subcontinent.
अपनी अपील में उन्होंने भारतीय नागरिकों खासकर मीडिया वालों से, जिनमें यूट्यूबर्स और फेसबुक पर सक्रिय लोग भी शामिल हैं, अपील की है कि वे उनका साथ दें और बलूचियों को पाकिस्तानी न बताएं. उन्होंने लिखा, "हम पाकिस्तानी नहीं है, यहां पर पाकिस्तान का मतलब पंजाबी होता है, जिन्होंने कभी भी बॉम्बिंग का सामना नहीं किया है, उनके लोग कभी गायब नहीं होते हैं और न ही उन्होंने जेनोसाइड देखी है."
Breaking News:
— Mir Yar Baloch (@miryar_baloch) May 14, 2025
14 May 2025 Balochistan fully supports the India decision of asking Pakistan to vacate PoK.
The international community must urge Pakistan to immediately leave PoK to avoid another humiliation of surrender on its 93000 army personnel in Dhaka.
India is capable…
मीर यार ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर भारत के रूख का समर्थन किया है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि इस मामले पर उन्हें भारत का साथ देना चाहिए और पाकिस्तान पर पीओके खाली करने का दबाव बनाया जाना चाहिए.
उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान पीओके के लोगों का उपयोग मानव शील्ड के रूप में करता है. इऩ इलाकों में जो भी खून खराबा होता है, उसके लिए लालची पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने 1971 में जिस तरह से 90 हजार की संख्या में सरेंडर कर दिया था, ऐसा न हो कि वे एक बार फिर से ऐसी ही शर्मिंदगी का सामना करें.
Baloch Narrative !!
Dear Indians patriot media, the youtube comrades, the intellectuals fighting to defend Bharat are suggested not to refer to Balochs as " pakistan's own people"
we are not pakistani, we are balochistani.
pakistan's own people are the punjabi who never faced…<="" p>— mir yar baloch (@miryar_baloch) May 14, 2025
मीर बलूच ने भारत और दुनिया के दूसरे देशों से उनके देश को मान्यता देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि दुनिया को पाकिस्तान के उस नैरेटिव पर ध्यान नहीं देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने विदेशी शक्तियों के साथ मिलकर बलूचिस्तान को मिला लिया था. बलूचिस्तान सालों से मानवाधिकार उल्लंघन की शिकायत करता रहा है. यहां पर बिना न्यायिक प्रक्रियाओं से ही सजा दे दी जाती है, विरोध करने वालों को गायब कर दिया जाता है. इनमें पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी पुलिस दोनों का हाथ है.
Can anyone explain to this gentleman Indian veteran that we will give him thousands evidences of #BalochGenocide, enforced disappearances, air bombing, gunship helicopters shelling Baloch villages, Pakistan army abducting, killing Baloch people in custody.
— Mir Yar Baloch (@miryar_baloch) May 14, 2025
The situation is… pic.twitter.com/FNk9h49dYk
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी. इसके जवाब में भारत ने छह-सात मई की रात को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के दूसरे इलाकों में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था. इस हमले में 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे. इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन, मिसाइल और फाइटर जेट से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के हमले में पाकिस्तान के एयर फोर्स इन्फ्रास्ट्रक्चर का करीब 20 फीसदी भाग क्षतिग्रस्त हो गया है. इनमें फाइटर जेट भी शामिल हैं.
#BharatBalochistanFriendship
— Mir Yar Baloch (@miryar_baloch) May 13, 2025
In 1947, a Hindu of Balochistan left his home and migrated to Bharat, handed over the keys of his shop with a Baloch but till to date the Baloch protected the shop. Baloch still waits for his Hindu friend to come back so he can return the keys of the… pic.twitter.com/KOuMhM4rlv
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