अयोध्या: राम मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए जेल से भी मजबूत दीवार बनाई जाएगी. यह कार्य अगले 18 माह में पूरा कर लिया जाएगा. इसके साथ ही राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के निर्माण का कार्य 6 माह में पूरा करने की कार्य योजना पर तेजी से काम चल रहा है. मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक में अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने योजनाओं को अंतिम चरण तक पहुंचाए जाने पर समीक्षा की. उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए प्रयासरत है कि 6 महीने में सभी कार्य समाप्ति की ओर रहे. अब परिसर में कोई नया निर्माण कार्य नहीं किए जाएंगे. तीन आवश्यक कार्य है उनकी शुरुआत होने जा रही है.
अगले सप्ताह से शुरू होगा बाउंड्री वॉल निर्माणः उन्होंने बताया कि सबसे पहले राम मंदिर परिसर के सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्री वॉल का निर्माण अगले एक सप्ताह के अंदर प्रारम्भ कर दिया जाएगा. इस कार्य के लिए भारत सरकार की संस्था इंजीनियर इंडिया लिमिटेड को जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने बताया कि इसकी दीवार की ऊंचाई और मोटी कितनी होगी इसके डिजाइन पर अंतिम निर्णय ले लिया गया है. वही बताया कि इस दीवार की मजबूती के लिए डीजी और जेल के बाउंड्री के बनाए गए मापदंड के एक्सपर्ट की राय ली गई है. यह दीवार ऊंची और मजबूत होगी जिसमें एक आधुनिक व नए प्रकार के सेंसर का प्रयोग किया जाएगा. इससे कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दीवार को तोड़ने का अवांछित प्रयास करे तो तुरंत उसकी पहचान हो जाए.
इतने दायरे में होगा निर्माणः यह निर्माण लगभग 4 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में किया जाना है. इसका कार्य लगभग 18 माह में ही पूर्ण होगा. वहीं यात्री सुविधा केंद्र के सामने श्रद्धालुओं की आवश्यकता के अनुसार मोबाइल जूता चप्पल व अन्य सामग्रियों को रखने के लिए 65 काउंटर शू रैक और मिसलेनियस गुड्स के रैक बनाये जायेंगे. इसे श्रद्धालुओं के आने और जाने की समय अपने समानों को जमा कर सके और ले सके. सीएफसी की कैपेसिटी को दो गुना बढ़ाया जाएगा.
मंदिर परिसर के 10 एकड़ में बनेगा साधना स्थलः राम मंदिर परिसर में खुले आसमान के नीचे साधना स्थल बनाया जाएगा. जहां आने वाले श्रद्धालु वट वृक्षों के बीच बैठकर भगवान का भजन कर सकेंगे. इसके लिए 10 एकड़ की भूमि को चिन्हित किया गया है.
पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगाः अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि गेट नंबर 3 और 11 के बीच के जमीन को रखा गया है जहां भूमि पर पहले से लगे पौधों को बिना नुकसान पहुंचाए एक पंचवटी के नाम से साधना स्थल पार्क बनेगा. बताया कि यह भूमि पिकनिक स्पॉट ना समझें बल्कि श्रद्धालु अपने लक्ष्य को लेकर एक स्थान पर बैठ कर ध्यान करना चाहते हैं और भगवान राम के बारे में पूजन अर्चन और अपनी श्रद्धा को अर्पित करने के लिए पार्क बनाया जाएगा. वहीं बताया कि 10 एकड़ भूमि अभी बहुत ही निचले स्तर पर है इसलिए सबसे पहले मिट्टी की भराई होंगी. इसके लिए परिसर से निकल रही मिट्टी का प्रयोग किया जाएगा.
राम मंदिर में गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा के होंगे दर्शनः राम मंदिर परिसर स्थित यात्री सुविधा केंद्र पर आने वाले राम भक्तों को रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास के भी दर्शन प्राप्त होंगे. इसकी मूर्ति को स्थापित करने के बाद मंगलवार को श्रद्धालुओं के लिए अनावरण कर दिया जाएगा. यह मूर्ति सफेद संगमरमर के लगभग साढ़े तीन फीट की बनाई गई है, जिसे एक स्थान पर स्थापित करने के बाद उनके मंदिर को शीशे से सुरक्षित किया गया है. निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि इस प्रतिमा को भी लोग देख सके इसके लिए विधि विधान से पूजन कर मूर्ति को खोल दिया जाएगा.
दरवाजे लगना शुरूः राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डाक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना के लिए गर्भगृह में दरवाजों को लगाए जाने का कार्य प्रारम्भ हो गया है. वहीं लोवर प्लीथ पर भगवान श्री राम के 88 प्रशांगों पर बने म्यूरल लगाए जा रहे है. मूर्तिकार वासुदेव कामत के निर्देशन में इस कार्य को पूरा किया जा रहा है.