गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व और हिंदुओं को निशाना बनाने वाले आतंकवादी तत्वों द्वारा हाल ही में जारी की गई धमकियों की कड़ी निंदा की है और इसे बहुत गंभीर मुद्दा बताया है.
सीएम सरमा ने कहा, "मैं उन आतंकवादियों के कृत्यों और धमकियों की कड़ी निंदा करता हूं, जिन्होंने कथित तौर पर हत्या करने से पहले हिंदुओं के नाम पूछे थे. यह एक राष्ट्र के रूप में हमारे लिए बहुत खतरनाक घटनाक्रम है."
सरमा ने जोर देकर कहा कि इस तरह की हरकतें इस बात को उजागर करती हैं कि आतंकवादी हिंदू समुदाय के भीतर जातियों के बीच अंतर नहीं करते हैं. उन्होंने कहा, "इन आतंकवादियों के लिए हिंदुओं में कोई जाति नहीं है - वे सभी को अंधाधुंध तरीके से निशाना बनाते हैं."
I have full faith that Bharat will hunt down each and every one of those cowards responsible for the dastardly attack in #Pahalgam today.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 22, 2025
The entire nation stands firmly with the bereaved families in this hour of grief.
उन्होंने देश के भीतर विभाजनकारी तत्वों के खिलाफ भी कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा, "भारत के अंदर ऐसे लोग हैं जो देश को बांटने की कोशिश करते हैं. हमें ऐसी ताकतों से सावधान रहना चाहिए."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त करते हुए सीएम सरमा ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकियों को करारा जवाब दिया जाएगा और पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो घटना हुई, वह बहुत निंदनीय और दुखद है. मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश इस घटना का जवाब देगा. हम सब मिलकर पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराएंगे और इस घटना के लिए उसे उचित सजा मिलेगी.
सरमा ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख की भड़काऊ टिप्पणियों का भी हवाला दिया और एकजुट होकर जवाब देने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हिंदुओं को एकजुट रहना होगा और पाकिस्तान को जवाब देना होगा. पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा है कि हमारा हिंदुओं से कोई संबंध नहीं है, हिंदू हमारे दुश्मन हैं, लेकिन हम ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते हैं, लेकिन उन्होंने जो भाषा का इस्तेमाल किया है, हमें उसे सुनना चाहिए और हमें उससे सबक भी लेना चाहिए."
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने एक पर्यटक स्थल पर घूमने पहुंचे पर्यटकों पर गोलीबारी की थी. जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई. 2019 में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद कश्मीर घाटी में यह सबसे बड़े आतंकी हमला है. हमले के बाद सुरक्षा बलों ने घाटी में सर्च अभियान तेज कर दिया है.
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