श्रीनगर: सुरम्य जबरवान पर्वत की तलहटी और डल झील के किनारे स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन पर्यटकों के लिए आज से खुल रहा है. इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन 15 लाख ट्यूलिप से गुलजार है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला फीता काटकर इस गार्डन का उद्घाटन करेंगे. ये कश्मीर घाटी में वसंत आने का प्रतीक होगा. ये जानकारी जम्मू-कश्मीर सूचना विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी है.
हर साल सैलानियों की बढ़ती है संख्या
जम्मू-कश्मीर सूचना विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि स्थापना के बाद से पिछले साल इस गार्डन में 4,65,000 सैलानियों की भारी संख्या देखी गई है, जबकि साल 2023 में गार्डन में 3,65,000 सैलानियों ने एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन का दीदार किया था. अधिकारियों को इस मौसम में फिर से रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है. ऐसे में अधिकारियों ने पार्किंग सुविधाओं को बढ़ाया है और प्रवेश के लिए ई-टिकटिंग प्रणाली शुरू की है.
ट्यूलिप के अलावा अन्य किस्म के फूल तैयार
उद्यान प्रभारी जाविद मसूद ने कहा कि हमने ट्यूलिप बल्बों को चरणों में लगाया है, ताकि फूलों के खिलने की अवधि बढ़ाई जा सके और सैलानी लंबे समय तक उद्यान का आनंद ले सकें. मनमोहक ट्यूलिप के अलावा 55 हेक्टेयर के इस उद्यान में हाइसिंथ, डेफोडिल, मस्करी और साइक्लेमेन जैसे वसंत के विभिन्न प्रकार के फूल भी लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि सैलानियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों ने ऑनलाइन टिकट प्रणाली शुरू की है और श्रीनगर हवाई अड्डे और पर्यटक स्वागत केंद्र सहित प्रमुख स्थानों पर क्यूआर कोड-आधारित बुकिंग सुविधाएं भी शुरू की गई हैं.
ऑनलाइन और फिजिकल टिकट का विकल्प
फ्लोरीकल्चर निदेशक शकील उल रहमान राथर ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य भीड़भाड़ को कम करना और भीड़ को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना है. उन्होंने कहा कि हमने कई देशों के पर्यटन विभागों के साथ भी साझेदारी की है. जिससे यात्रियों को उनकी वेबसाइट के माध्यम से टिकट बुक करने की सुविधा मिलती है. पहली बार हम ऑनलाइन और फिजिकल टिकट दोनों विकल्प प्रदान कर रहे हैं और अगले दो से तीन वर्षों के भीतर, पूरी प्रक्रिया डिजिटल हो जाएगी.
इस साल सैलानियों की संख्या ज्यादा बढ़ने की उम्मीद
फ्लोरीकल्चर निदेशक शकील उल रहमान राथर ने कहा कि सैलानियों की आमद को और आसान बनाने के लिए अब चुनिंदा होटलों में टिकट उपलब्ध है. हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वैध टिकट वाले ही उद्यान में आएं. जिससे भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात की भीड़ को कम करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को उम्मीद है कि पिछले साल गार्डन का उद्घाटन तब हुआ था, जब रमजान के 15 दिन बाकी थे, लेकिन इस बार ईद के करीब होने के कारण हमें उम्मीद है कि सैलानियों की संख्या 4.5 लाख के आंकड़े को पार कर जाएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने ट्यूलिप गार्डन की थी स्थापना
बता दें कि इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने 2007 में जम्मू और कश्मीर में पर्यटन सीजन को बढ़ाने के लिए की थी, जो पहले गर्मियों और सर्दियों के महीनों तक सीमित था. पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाने वाला यह उद्यान कश्मीर के सबसे प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों में से एक बन गया है और इसे 2023 में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) द्वारा एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन के रूप में मान्यता दी गई थी.
ये भी पढ़ें-