बेंगलुरु: बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास 4 जून को हुई भगदड़ की घटना के मामले में अब एक और एफआईआर दर्ज की गई है. यह मामला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी), डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के खिलाफ दर्ज किया गया है. एफआईआर कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है और यह शिकायत केंगेरी के मल्लासांद्रा निवासी रोलन गोम्स द्वारा की गई है.
रोलन गोम्स पेशे से एक डिजाइनर हैं और एक निजी कंपनी में काम करते हैं. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि वे 4 जून को आरसीबी की विजय परेड देखने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंचे थे. आरसीबी ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से विजय परेड की घोषणा की थी. पहले यह कहा गया कि पास वितरित किए जाएंगे, लेकिन बाद में यह सूचना दी गई कि नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा.
इस भ्रम और अनियोजित भीड़ प्रबंधन के कारण हजारों की संख्या में प्रशंसक स्टेडियम के बाहर जमा हो गए. शिकायत के मुताबिक, दोपहर करीब 3:10 बजे स्टेडियम के गेट खुलते ही भगदड़ मच गई. संकरी जगह में भारी भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे रोलन गोम्स गंभीर रूप से घायल हो गए. उनके दाहिने कंधे का जोड़ उखड़ गया, और राहगीरों की मदद से उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
एफआईआर में गोम्स ने आरोप लगाया है कि आयोजकों ने इतनी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए न तो पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की थी और न ही भीड़ प्रबंधन के उपाय. उनकी शिकायत में कहा गया है कि आरसीबी फ्रेंचाइज़ी, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट और केएससीए ने लापरवाही बरती, जिससे यह हादसा हुआ. इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
यह एफआईआर उस समय दर्ज हुई है जब इस हादसे को लेकर पहले से ही कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी निलंबित हो चुके हैं और मामले की जांच तेज़ी से जारी है. पहले दर्ज मामलों में गैर इरादतन हत्या और अन्य गंभीर धाराओं में कार्रवाई चल रही है.
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