चेन्नई: डीएमके के उप महासचिव और सांसद ए. राजा ने कहा, "कल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपनी योग्यता भूल गए और सरासर झूठ बोले. हम उनके भाषण की हर पंक्ति को सबूतों के साथ साबित कर सकते हैं. तमिलनाडु के लोग अमित शाह के भाषण को कभी स्वीकार नहीं करेंगे."
डीएमके सांसद ए. राजा ने आज तेनाम्पेट के अन्ना अरिवालयम में मीडिया से मुलाकात कर अमित शाह को लेकर ये बयान दिया. राजा मदुरै में भाजपा की एक बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भागीदारी और डीएमके सरकार के खिलाफ उनकी राजनीतिक टिप्पणियों और टीएएसएमएसी पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
इस बारे में बोलते हुए, ए. राजा ने कहा, "कल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपनी योग्यता भूल गए और सरासर झूठ बोले. हम उनके भाषण की हर पंक्ति को सबूतों के साथ साबित कर सकते हैं. तमिलनाडु के लोग अमित शाह के भाषण को कभी स्वीकार नहीं करेंगे."
'हास्यास्पद राजनीति': ए राजा ने कहा भले ही केंद्र सरकार कई बार तमिलनाडु के लिए परियोजनाओं को लागू करने के लिए धन मुहैया नहीं करा पाई हो, लेकिन डीएमके ने राज्य के बजट से वह धन मुहैया कराया है. साथ ही विकास परियोजनाओं को बहुत जल्दी और अच्छे तरीके से लागू किया है. इसको लेकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी इसे पचा नहीं पा रही हैं. उन्होंने कहाकि इन भाजपाइयों ने अमित शाह को यहां आमंत्रित किया है और एक हास्यास्पद राजनीतिक आयोजन किया है, जो सभ्यता से परे है. राजा ने आगे कहा कि यह न केवल व्यक्तिगत अमित शाह के लिए. बल्कि उनके पद के लिए भी उचित नहीं है. उनके लिए बेहतर है कि वे इस तरह की घृणित प्रवृत्तियों को रोकें.
'यह हास्यास्पद है': उन्होंने कहा "अमित शाह से डीएमके को क्यों झटका लगना चाहिए? उन्होंने अमित शाह को यहां इसलिए बुलाया है, क्योंकि वे हमसे चौंक गए हैं. तमिलनाडु में भाजपा की कोई धार्मिक सरकार नहीं बनी है, और जब मैं उन्हें देखता हूं तो मुझे हंसी आती है. देश के प्रधानमंत्री को राज्य के निगमों और नगर पालिकाओं का इतनी बार दौरा क्यों करना पड़ता है? वे यहां इतनी बार इसलिए आए, क्योंकि उन्हें तमिलनाडु से डर लगता था."
'केवल पेंशन का मुद्दा बाकी है': अमित शाह के इस आरोप पर कि डीएमके ने अपने चुनावी वादों में से केवल 10% ही पूरे किए हैं, ए. राजा ने कहा "हमने अपने चुनावी वादों में से 98.5 प्रतिशत पूरे कर लिए हैं. अब केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना ही बाकी है. उसके लिए भी एक समिति बनाई गई है और हमने वह कर दिया है, जो हमने अभी तक नहीं कहा था. हम अमित शाह को बुलाते हैं और अपने सभी वादों का सबूत के साथ बचाव करते हैं, लेकिन उन्हें हिंदी में बात नहीं करनी चाहिए."
इसके बाद, राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं को विफल करने के बारे में उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, "भाजपा बिना किसी सबूत के आरोप लगा रही है. उनका राजनीतिक दर्शन हर जगह जीत रहा है. अगर आप पूछेंगे कि वे यहां क्यों नहीं जीत रहे हैं, तो हमारे पास उनकी विचारधारा से अलग विचारधारा है, इसलिए वे यहां नहीं जीत सकते."
परिसीमन: निर्वाचन क्षेत्र के पुनर्गठन का मुख्य कारण यह है कि योजना इस तरह से बनाई गई है कि वे दक्षिणी राज्यों के बिना किसी भी तरह का विधेयक पारित कर सकें. इस योजना की चेतावनी देने वाले एकमात्र व्यक्ति तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन थे, जो एक महान व्यक्ति हैं और दिल्ली तक सभी ने इसे स्वीकार कर लिया है.
मुरुगन भक्त सम्मेलन: बीजेपी द्वारा 22 जून को आयोजित किया जा रहा मुरुगन सम्मेलन पूरी तरह से राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जा रहा है. यहां आयोजित मुरुगन सम्मेलन का उद्देश्य केवल मुस्लिम लोगों के खिलाफ विचार थोपना है.
केंद्र सरकार की ओर से कीझाडी अध्ययन को क्यों नकारा जा रहा है? ए राजा ने कहा, ''गृह मंत्री अमित शाह डीएमके पर तमिलनाडु के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं. कीझाडी अध्ययन को बार-बार क्यों नकारा जा रहा है? कीझाडी अध्ययन को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को भेजा गया है, और यह क्यों नहीं माना जा रहा है कि तमिलनाडु में पांच हज़ार पांच सौ साल पहले लोहे की खोज हुई थी? मोदी जितनी बार आए, वोटों का अंतर उतना ही हमारे पक्ष में आया. अमित शाह को फिर से यहां आना चाहिए, अगर वे आते हैं, तो हम 200 सीटों के अपने लक्ष्य से ज़्यादा जीतेंगे."
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