दंतेवाड़ा/ रायपुर : बस्तर के अधिकांश क्षेत्र लाल आंतक से मुक्त हो गए है इसमें जवानों की मुख्य भूमिका है. ये कहना है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का. उन्होंने बस्तर में नक्सल मोर्चे पर दिन रात माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने वाले जवानों और अधिकारियों से मुलाकात की. उसके बाद मीडिया से बातचीत के दौरान दंतेवाड़ा में यह बात कही है.
अमित शाह ने जवानों की हौसला अफजाई की: बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ कार्य करने वाले जवानों से अमित शाह ने मुलाकात की. उनके साथ हाई टी कार्यक्रम में शामिल हुए.अमित शाह ने जवानों के साथ सीधा संवाद किया. जवानों से मुलाकात कार्यक्रम में बस्तर फाइटर, कोबरा बटालियन, डीआरजी, एसटीएफ और पुलिस बल के जवान शामिल हुए. उन्होंने अपने ऑपरेशन की जानकारी दी और क्षेत्र में शांति के प्रयास किए शासन की नीतियों और विकास कार्यों की जानकारी दी. कार्यक्रम के उपरांत केंद्रीय गृहमंत्री ने जवानों के हाई टी में शामिल हुए. उन्होंने जवानों का हौसला बढ़ाया.
बस्तर संभाग एक समय लाल आंतक से जाना जाता था आज यहां जनजातियों की सांस्कृतिक विरासत से सम्बंधित बस्तर पण्डुम कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ. यह जवानों के साहस और पराक्रम के कारण ही संभव हो सका है. आज बस्तर के अधिकांश क्षेत्र लाल आंतक से मुक्त हो गए है और विकास की ओर अग्रसर है- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
जो बस्तर-सुकमा क्षेत्र कभी लाल आतंक (नक्सलवाद) का गढ़ था, जहाँ लोग भय के कारण घरों से नहीं निकलते थे, आज वहाँ की डोंडरा पंचायत में भयमुक्त होकर फोन चलाते बच्चों को देख मन आनंदित है।
— Amit Shah (@AmitShah) April 5, 2025
विकास और विश्वास को दर्शाती यह तस्वीर आपसे साझा कर रहा हूँ। pic.twitter.com/GQZTl5QzXu
बस्तर के क्षेत्र को लाल आतंक से मुक्त करने में डीआरजी के जवानों, पैरा मिलिटरी फोर्स, कोबरा बटालियन, छत्तीसगढ़ पुलिस की रही है. सुरक्षा कैम्प अंदरूनी इलाकों में स्थापित किए गए तो गांव नक्सल मुक्त हुए. लाल आंतक के खात्मे के लिए सरकार हर परिस्थिति में जवानों के साथ है- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
केंद्रीय गृहमंत्री ने दिए निर्देश: डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक के दौरान राज्य से नक्सलियों को खत्म करने के लिए आवश्यक कदमों पर मार्गदर्शन दिया है. दिसंबर की बैठक में दिए गए निर्देशों की एक रिपोर्ट उन्हें दी गई है. इसके साथ ही आगे के कदमों और आगे उठाए जाने वाले अभियानों पर विस्तार से चर्चा की गई.
रायपुर और जगदलपुर में बनेंगे जवानों के लिए अस्पताल: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमने सूचना तंत्र को मजबूत किया है ताकि तत्काल सूचनाएं मिल सकें. नक्सल हिंसा में हमारे कई जवान घायल होते है उनके लिए विशेष अस्पताल की स्थापना रायपुर और जगदलपुर में की जाएगी.
"बस्तर डर का नहीं भविष्य का प्रतीक": अमित शाह ने दावा किया कि बस्तर में नक्सलवाद खत्म होने की कगार पर है. भाजपा सरकार मार्च 2026 तक भारत को लाल आतंक की गिरफ्त से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. पिछले तीन महीनों में 521 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. 2024 में कुल 881 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जो आत्मसमर्पण करेंगे उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा, लेकिन जो हथियार रखना जारी रखेंगे, उनसे सुरक्षा बल निपटेंगे. बस्तर अब डर का नहीं बल्कि भविष्य का प्रतीक है.
मोदी सरकार में बस्तर नक्सलमुक्त हो रहा है और विकास का स्वर्णिम कालखंड देख रहा है। दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़) में आयोजित ‘बस्तर पंडुम’ में जनजातीय बहनों-भाइयों से संवाद कर रहा हूँ... https://t.co/Mr7fKDh2p5
— Amit Shah (@AmitShah) April 5, 2025
शाह ने नई नक्सल पॉलिसी का किया जिक्र: इससे पहले दंतेवाड़ा में आयोजित बस्तर पंडुम में अमित शाह ने कहा कि विष्णु देव साय और विजय शर्मा ने घोषणा की है कि जो गांव हर नक्सली को आत्मसमर्पण करवाएगा, उस गांव को नक्सल-मुक्त घोषित किया जाएगा और विकास निधि के रूप में एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे. यह साय सरकार की नई नक्सल पॉलिसी का हिस्सा है.
भारतीय जनता पार्टी की सरकार अगले मार्च तक पूरे देश को नक्सलवाद से मुक्त करने का काम करेगी. पहले नेताओं को इस क्षेत्र में जाने से हतोत्साहित किया जाता था. नेताओं को यहां भाषण देने से रोका जाता था. मुख्यमंत्री कहते थे मत जाओ, लेकिन अब हम 50,000 आदिवासी भाइयों और बहनों के साथ राम नवमी और अष्टमी मना रहे हैं. -अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
सीएम ने गृह मंत्री अमित शाह का जताया आभार: छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बस्तर पंडुम में शामिल होने पर आभार जताया है. उन्होंने कहा कि बस्तर पण्डुम कार्यक्रम के समापन समारोह पर हमारे केंद्रीय मंत्री शाह का आना परम सौभाग्य है.
गृह मंत्री ने जब भी छत्तीसगढ़ का दौरा किया हमेशा हौसला बढ़ाने का काम किया है. वीर जवानों के इस मुलाकात कार्यक्रम में आप सभी ने अपने अनुभव साझा किए, जो क्षेत्र में शांति के आपके साहस को दिखाता है. जवानों को सफल ऑपरेशंस के लिए बधाई.- विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
विकास का मतलब है सुकमा से कोई सब-इंस्पेक्टर बने, बस्तर से बैरिस्टर बने, दंतेवाड़ा से डॉक्टर बने और कांकेर से कलेक्टर बने, बस्तर का हमें ऐसा विकास करना है। @AmitShah #AmitShahInDantewada#AmitShahJiInBastarPandum#BastarPandum2025 pic.twitter.com/JFkmvLF6I3
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) April 5, 2025
बस्तर क्षेत्र की शांति के लिए फोर्स के बहादुर कमांडर और जवान काम कर रहे हैं. हमारे केंद्रीय गृह मंत्री के नेतृत्व में नार्थ ईस्ट और जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाया गया. अब बस्तर क्षेत्र को नक्सलवाद से मुक्त करने का उनका संकल्प है. इस संकल्प को हमारा समर्थन है. इसमें क्षेत्र की जनता का भी सहयोग मिल रहा है- विजय शर्मा, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
अमित शाह ने बस्तर के व्यंजन का लिया स्वाद: बस्तर पंडुम में हिस्सा लेने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर के व्यंजनों का स्वाद लिया. उन्होंने झुडूंग दाल, कोसरा खीर सैगोड़ा की सब्जी, सुरन की सब्जी और मूंग दाल खट्टा भाजी खाई. इसके साथ मल्टी मिलेट खिछरी, जवाफुल सुगन्धित चावल, खट्टा भाजी चटनी, रागी रोटी एवं मूंग दाल खट्टा भाजी जैसे जायकों का स्वाद लिया.
मिलेट एवं स्थानीय स्तर पर मिलने वाले उत्पाद से बने भोजन स्वादिष्ट होने के साथ ही पौष्टिक भी होते हैं. व्यापक स्तर पर इसे बढ़ावा देने की जरुरत है- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
रायपुर में अमित शाह की हाई लेवल मीटिंग: इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रायपुर में एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की. इस मीटिंग में सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, डिप्टी सीएम अरुण साव समेत मंत्रिमंडल के कई सहयोगी उपस्थित रहे. छत्तीसगढ़ के आला अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए.