मुंबई: महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवड़ शहर में शुक्रवार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के तत्वावधान में म्युनिसिपल कोर्पोरेशन और क्रांतिवीर चापेकर स्मारक समिति ने संयुक्त रूप से क्रांतिवीर चापेकर स्मारक और नेशनल म्यूजियम वर्क का उद्घाटन किया.
क्रांतिवीर चापेकर बंधु स्मारक के उद्घाटन समारोह में अध्यक्ष के रूप में उपमुख्यमंत्री अजित पवार उपस्थित थे. उद्घाटन समारोह में पिंपरी चिंचवड़ शहर के नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए. इस समारोह का आयोजन चिंचवड़ के रामकृष्ण मोरे हॉल में किया गया.
'हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा'
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हिंदी भाषा की अनिवार्यता पर टिप्पणी की. उन्होंने राज ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा. मीडिया से बात करते हुए अजित पवार ने कहा, "मराठी हमारी मातृभाषा है, जिनके पास कोई काम नहीं बचा है, वे हिंदी का विरोध कर रहे हैं. हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है और अंग्रेजी वैश्विक भाषा है. तीनों भाषाएं हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं."
'हिंदी का विरोध करने का कोई कारण नहीं'
उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने मराठी को क्लासिकल भाषा का दर्जा दिया था. इसलिए, जिनके पास कोई काम नहीं है वे हिंदी का विरोध कर रहे हैं. इस बीच उन्होंने नासिक दंगा मामले में पर भी प्रतिक्रिया दी.
अजित पवार ने भी चेतावनी देते हुए कहा, "हम किसी भी पार्टी के कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कर रहे हैं. हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं जो दोषी हैं. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा."अजित पवार ने जानकारी दी कि बीड के निलंबित पीएसआई रंजीत कासले द्वारा लगाए गए आरोपों के मद्देनजर उनकी भी गहन जांच की जाएगी. उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
'अमानवीय मारपीट का कभी समर्थन नहीं'
इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बीड में जिस महिला की अमानवीय तरीके से पिटाई की गई, उसकी तस्वीरें देर रात प्राप्त हुईं, जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी. तटस्थ रुख अपनाते हुए अजित पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे यहां इस तरह की अमानवीय पिटाई का कभी समर्थन नहीं करेंगे.