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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: 80 पीड़ितों के डीएनए नमूने मिले, 47 के शव परिजनों को सौंपे गए - AHMEDABAD PLANE CRASH

अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान का काम जारी है. इस बीच शव भी परिजनों को सौंप जा रहे हैं.

Ahmedabad plane crash
अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद का दृश्य (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : June 16, 2025 at 9:03 AM IST

3 Min Read

अहमदाबाद: अहमदाबाद विमान दुर्घटना में डीएनए नमूने की कुल संख्या 80 तक पहुंच गई. इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी का नमूना भी शामिल है. इसी क्रम में 47 शव सम्मानपूर्वक रिश्तेदारों को सौंप दिए गए हैं. अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बीती रात 10:15 बजे इसकी जानकारी दी.

लंदन जा रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 241 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.

राज्य सरकार और अस्पताल प्रशासन ने डीएनए परीक्षण के जरिए मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी रखे हैं. डॉ. रजनीश पटेल ने कहा, 'डीएनए नमूनों के मिलान की कुल संख्या 80 तक पहुंच गई है. इनमें से 47 शव सम्मानपूर्वक उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं.'

उन्होंने कहा कि दो और पीड़ितों के रिश्तेदारों के सोमवार रात को पहुंचने की उम्मीद है जबकि 13 परिवारों को मंगलवार को शव लेने के लिए निर्धारित किया गया है. 21 पीड़ितों के लिए, परिवार के सदस्य आगे के परामर्श के बाद शव ले जाएंगे. 11 पीड़ितों के मामले में उनके रिश्तेदार भी दुर्घटना पीड़ितों में शामिल थे. शेष डीएनए मिलान पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

इस बीच शवों को सौंपने का काम भी जारी है. अब तक कई पीड़ितों के शव सौंपे जा चुके हैं. इनमें अहमदाबाद से 12, बड़ौदा से पांच, मेहसाणा से चार, आनंद से चार, खेड़ा से दो, भरूच से दो, उदयपुर से एक, जोधपुर से एक, बोटाद से एक और अरावली से एक पीड़ित शामिल हैं.

डॉ. पटेल के अनुसार राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए एक विशेष टीम नियुक्त की है. इसमें एक वरिष्ठ अधिकारी, एक पुलिस अधिकारी और एक पेशेवर परामर्शदाता शामिल हैं. ये टीमें पहचान और हस्तांतरण प्रक्रिया के दौरान परिवारों को भावनात्मक और तार्किक रूप से समर्थन देने के लिए जिम्मेदार हैं.

जैसे-जैसे पहचान प्रक्रिया आगे बढ़ी, अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्रत्येक शव को पूरे सम्मान और गरिमा के साथ सौंप दिया जाएगा. इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे.

एकमात्र जीवित व्यक्ति, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वाशकुमार रमेश वर्तमान में अपनी चोटों का इलाज करा रहे हैं. इस दुर्घटना में विमान के डॉक्टर के छात्रावास में घुसने से जमीन पर मौजूद स्थानीय निवासियों और एमबीबीएस छात्रों सहित कम से कम 33 लोगों की आज तक मौत हो चुकी है.

अहमदाबाद: अहमदाबाद विमान दुर्घटना में डीएनए नमूने की कुल संख्या 80 तक पहुंच गई. इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी का नमूना भी शामिल है. इसी क्रम में 47 शव सम्मानपूर्वक रिश्तेदारों को सौंप दिए गए हैं. अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बीती रात 10:15 बजे इसकी जानकारी दी.

लंदन जा रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 241 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.

राज्य सरकार और अस्पताल प्रशासन ने डीएनए परीक्षण के जरिए मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी रखे हैं. डॉ. रजनीश पटेल ने कहा, 'डीएनए नमूनों के मिलान की कुल संख्या 80 तक पहुंच गई है. इनमें से 47 शव सम्मानपूर्वक उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं.'

उन्होंने कहा कि दो और पीड़ितों के रिश्तेदारों के सोमवार रात को पहुंचने की उम्मीद है जबकि 13 परिवारों को मंगलवार को शव लेने के लिए निर्धारित किया गया है. 21 पीड़ितों के लिए, परिवार के सदस्य आगे के परामर्श के बाद शव ले जाएंगे. 11 पीड़ितों के मामले में उनके रिश्तेदार भी दुर्घटना पीड़ितों में शामिल थे. शेष डीएनए मिलान पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

इस बीच शवों को सौंपने का काम भी जारी है. अब तक कई पीड़ितों के शव सौंपे जा चुके हैं. इनमें अहमदाबाद से 12, बड़ौदा से पांच, मेहसाणा से चार, आनंद से चार, खेड़ा से दो, भरूच से दो, उदयपुर से एक, जोधपुर से एक, बोटाद से एक और अरावली से एक पीड़ित शामिल हैं.

डॉ. पटेल के अनुसार राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए एक विशेष टीम नियुक्त की है. इसमें एक वरिष्ठ अधिकारी, एक पुलिस अधिकारी और एक पेशेवर परामर्शदाता शामिल हैं. ये टीमें पहचान और हस्तांतरण प्रक्रिया के दौरान परिवारों को भावनात्मक और तार्किक रूप से समर्थन देने के लिए जिम्मेदार हैं.

जैसे-जैसे पहचान प्रक्रिया आगे बढ़ी, अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्रत्येक शव को पूरे सम्मान और गरिमा के साथ सौंप दिया जाएगा. इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे.

एकमात्र जीवित व्यक्ति, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वाशकुमार रमेश वर्तमान में अपनी चोटों का इलाज करा रहे हैं. इस दुर्घटना में विमान के डॉक्टर के छात्रावास में घुसने से जमीन पर मौजूद स्थानीय निवासियों और एमबीबीएस छात्रों सहित कम से कम 33 लोगों की आज तक मौत हो चुकी है.

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