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कौन है शराब माफिया बंसत गुप्ता ? कई राज्यों में फैला है अवैध शराब का कारोबार, तस्कर ग्रामीणों को देते है लालच - NETWORK OF LIQUOR SMUGGLERS

शराब तस्करों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. यह नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है. एक रिपोर्ट

action of Excise Department exposed the network of liquor smugglers spread across many states
बरामद स्प्रिट और शराब (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : March 26, 2025 at 6:52 PM IST

Updated : March 26, 2025 at 6:58 PM IST

4 Min Read

पलामूः अवैध शराब और स्प्रिट के कारोबार का एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. शराब तस्करों का नेटवर्क झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में फैला हुआ है. अवैध शराब के इस नेटवर्क का किंग पिन बसंत गुप्ता नामक व्यक्ति है. बंसत गुप्ता बिहार के गया का रहने वाला है और इसी के इशारे पर बिहार में पड़े पैमाने पर स्प्रिट एवं शराब की खपत होती है.

दरअसल मंगलवार को उत्पाद विभाग एवं पुलिस ने पलामू के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के महुअरी 560 गैलन (22 हजार लीटर) अवैध स्प्रिट और 1375 लीटर विदेशी शराब को बरामद किया था. उत्पाद विभाग की इस कार्रवाई में कई खुलासा हुआ है. मौके से समस्तीपुर के रहने वाले एक युवक राजा कुमार पांडेय और नौडीहा बाजार के रहने वाले धीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया था. धीरज कुमार सिंह के घर में ही अवैध शराब एवं स्प्रिट को रखा गया था.

जानकारी देते उत्पाद अधीक्षक (ईटीवी भारत)
बिहार से संचालित हो है शराब तस्करी का इंटरस्टेट नेटवर्क

उत्पाद विभाग की कार्रवाई में कई बातों का खुलासा हुआ है. बिहार के गया के डुमरिया के रहने वाले बंसत गुप्ता, गया में आमस के रहने वाले विजय सिंह और बीरेंद्र सिंह पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहे हैं. जबकि पूरी नेटवर्क का बॉस बसंत गुप्ता है. उत्पाद विभाग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि बसंत गुप्ता का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है. यह नेटवर्क बिहार समेत कई इलाकों में स्प्रिट और अवैध शराब की सप्लाई करता है. गिरोह पंजाब के शराब को बिहार के इलाके में खपाता है.

बंसत गुप्ता नामक व्यक्ति अवैध शराब और स्प्रिट को उपलब्ध करवाता है. विजय सिंह और बीरेंद्र सिंह इसे बेचते हैं. तीनों बिहार गया के रहने वाले हैं, तीनों अवैध विदेशी शराब और स्प्रिट का कारोबार करते हैं. बाहर के राज्यों से स्टॉक को मंगाया जाता है और बिहार एवं स्थानीय इलाके में इसे खपाया जाता है. सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए छापेमारी की जा रही है एवं बिहार के साथ पूरी जानकारी को साझा किया गया है. तस्करों का नेटवर्क ग्रामीणों को कई मौकों पर लालच दे रहा है ताकि स्टॉक को वह छुपा सके. स्प्रिट कहां से आई थी इसकी जांच की जा रही है.-संजीत देव, उत्पाद अधीक्षक, पलामू

स्टॉक को छिपाने के लिए ग्रामीणों को दिया जाता है लालच, कई घर का करवाया निर्माण

शराब माफिया का नेटवर्क स्टॉक को छिपाने के लिए ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर लालच देता है. महुअरी में 22 लीटर स्प्रिट को एक नवनिर्मित घर में छिपाया गया था. गिरफ्तार धीरज कुमार सिंह घर का मालिक है. धीरज ने उत्पाद विभाग को बताया है कि शराब तस्करों की तरफ से उसे घर बनाने के लिए एक लाख रुपए दिया गया था.

धीरज आवास योजना का लाभुक है और पैसे के कारण घर का निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पा रहा था. शराब तस्करों ने घर बनाने के लिए पैसा दिया और उसी के घर में स्टॉक को छिपाया था. जिस जगह पर धीरज कुमार सिंह का घर था वहां चारों तरफ से स्टोन माइंस मौजूद है. पलामू के उत्पाद अधीक्षक संजीत देव बताते हैं कि यह बात जांच में निकाल कर सामने आई है कि वह ग्रामीणों से अपील करते हैं कि वह इस तरह के लोगों के लिए इस्तेमाल नहीं हो और सावधान रहें.

दो वर्षों में 50 हजार लीटर से भी अधिक की हुई है रिकवरी

उत्पाद विभाग एवं पुलिस की कार्रवाई में पिछले दो वर्षों में पलामू में 50 हजार लीटर से भी अधिक अवैध स्प्रिट को जब्त किया गया है. 2023-24 में 20185 लीटर अवैध स्प्रिट को अकेले उत्पाद विभाग ने जब्त किया था. पुलिस द्वारा जब्त किए गए आंकड़े इसमें शामिल नहीं हैं. 2025 में उत्पाद विभाग में सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 22 हजार लीटर अवैध स्प्रिट को जब्त किया है. 2021-22 में पलामू पुलिस ने शराब नेटवर्क खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. उस दौरान पलामू में बिहार के एक बड़ी राजनीतिक हस्ती समेत कई लोग गिरफ्तार हुए थे.

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प्याज लदे वाहन में बंगाल से बिहार ले जायी जा रही थी शराब, दुमका पुलिस ने दबोचा



पलामूः अवैध शराब और स्प्रिट के कारोबार का एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. शराब तस्करों का नेटवर्क झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में फैला हुआ है. अवैध शराब के इस नेटवर्क का किंग पिन बसंत गुप्ता नामक व्यक्ति है. बंसत गुप्ता बिहार के गया का रहने वाला है और इसी के इशारे पर बिहार में पड़े पैमाने पर स्प्रिट एवं शराब की खपत होती है.

दरअसल मंगलवार को उत्पाद विभाग एवं पुलिस ने पलामू के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के महुअरी 560 गैलन (22 हजार लीटर) अवैध स्प्रिट और 1375 लीटर विदेशी शराब को बरामद किया था. उत्पाद विभाग की इस कार्रवाई में कई खुलासा हुआ है. मौके से समस्तीपुर के रहने वाले एक युवक राजा कुमार पांडेय और नौडीहा बाजार के रहने वाले धीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया था. धीरज कुमार सिंह के घर में ही अवैध शराब एवं स्प्रिट को रखा गया था.

जानकारी देते उत्पाद अधीक्षक (ईटीवी भारत)
बिहार से संचालित हो है शराब तस्करी का इंटरस्टेट नेटवर्क

उत्पाद विभाग की कार्रवाई में कई बातों का खुलासा हुआ है. बिहार के गया के डुमरिया के रहने वाले बंसत गुप्ता, गया में आमस के रहने वाले विजय सिंह और बीरेंद्र सिंह पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहे हैं. जबकि पूरी नेटवर्क का बॉस बसंत गुप्ता है. उत्पाद विभाग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि बसंत गुप्ता का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है. यह नेटवर्क बिहार समेत कई इलाकों में स्प्रिट और अवैध शराब की सप्लाई करता है. गिरोह पंजाब के शराब को बिहार के इलाके में खपाता है.

बंसत गुप्ता नामक व्यक्ति अवैध शराब और स्प्रिट को उपलब्ध करवाता है. विजय सिंह और बीरेंद्र सिंह इसे बेचते हैं. तीनों बिहार गया के रहने वाले हैं, तीनों अवैध विदेशी शराब और स्प्रिट का कारोबार करते हैं. बाहर के राज्यों से स्टॉक को मंगाया जाता है और बिहार एवं स्थानीय इलाके में इसे खपाया जाता है. सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए छापेमारी की जा रही है एवं बिहार के साथ पूरी जानकारी को साझा किया गया है. तस्करों का नेटवर्क ग्रामीणों को कई मौकों पर लालच दे रहा है ताकि स्टॉक को वह छुपा सके. स्प्रिट कहां से आई थी इसकी जांच की जा रही है.-संजीत देव, उत्पाद अधीक्षक, पलामू

स्टॉक को छिपाने के लिए ग्रामीणों को दिया जाता है लालच, कई घर का करवाया निर्माण

शराब माफिया का नेटवर्क स्टॉक को छिपाने के लिए ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर लालच देता है. महुअरी में 22 लीटर स्प्रिट को एक नवनिर्मित घर में छिपाया गया था. गिरफ्तार धीरज कुमार सिंह घर का मालिक है. धीरज ने उत्पाद विभाग को बताया है कि शराब तस्करों की तरफ से उसे घर बनाने के लिए एक लाख रुपए दिया गया था.

धीरज आवास योजना का लाभुक है और पैसे के कारण घर का निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पा रहा था. शराब तस्करों ने घर बनाने के लिए पैसा दिया और उसी के घर में स्टॉक को छिपाया था. जिस जगह पर धीरज कुमार सिंह का घर था वहां चारों तरफ से स्टोन माइंस मौजूद है. पलामू के उत्पाद अधीक्षक संजीत देव बताते हैं कि यह बात जांच में निकाल कर सामने आई है कि वह ग्रामीणों से अपील करते हैं कि वह इस तरह के लोगों के लिए इस्तेमाल नहीं हो और सावधान रहें.

दो वर्षों में 50 हजार लीटर से भी अधिक की हुई है रिकवरी

उत्पाद विभाग एवं पुलिस की कार्रवाई में पिछले दो वर्षों में पलामू में 50 हजार लीटर से भी अधिक अवैध स्प्रिट को जब्त किया गया है. 2023-24 में 20185 लीटर अवैध स्प्रिट को अकेले उत्पाद विभाग ने जब्त किया था. पुलिस द्वारा जब्त किए गए आंकड़े इसमें शामिल नहीं हैं. 2025 में उत्पाद विभाग में सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 22 हजार लीटर अवैध स्प्रिट को जब्त किया है. 2021-22 में पलामू पुलिस ने शराब नेटवर्क खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. उस दौरान पलामू में बिहार के एक बड़ी राजनीतिक हस्ती समेत कई लोग गिरफ्तार हुए थे.

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Last Updated : March 26, 2025 at 6:58 PM IST
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