नई दिल्ली: पश्चिम एशिया में तनाव के बीच अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान रविवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. शेख खालिद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता करेंगे.
#WATCH | Abu Dhabi's Crown Prince, Sheikh Khaled bin Mohamed bin Zayed Al Nahyan arrived in Delhi on his first official visit to India.
— ANI (@ANI) September 8, 2024
He was received by Union Minister Piyush Goyal and a ceremonial welcome was accorded to him. pic.twitter.com/hW2sf6M8cd
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के रूप में शेख खालिद की यह पहली भारत यात्रा है. उनके साथ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है.
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को क्राउन प्रिंस के दौरे की जानकारी देते हुए कहा कि शेख खालिद की यह यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच मजबूत संबंधों को और मजबूत करेगी. साथ ही दोनों देशों के बीच नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खोलेगी.
At the invitation of Prime Minister Narendra Modi, the Crown Prince of Abu Dhabi, Sheikh Khaled bin Mohamed bin Zayed Al Nahyan, will pay an official visit to India on 9-10 September 2024. This would be the first visit of His Highness to India as the Crown Prince of Abu Dhabi. He… pic.twitter.com/Al4OscqEvU
— ANI (@ANI) September 7, 2024
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर बातचीत करेंगे. इसके अलावा दोनों नेताओं के इजराइल-हमास संघर्ष से उत्पन्न स्थिति पर भी विचार-विमर्श करने की उम्मीद है.
शेख खालिद का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है. वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट भी जाएंगे. दिल्ली में कार्यक्रम के समापन के बाद शेख खालिद सोमवार को बिजनेस फोरम में भाग लेने के लिए मुंबई जाएंगे. दोनों देशों के शीर्ष बिजनेस लीडर इस फोरम में भाग लेंगे.
विदेश मंत्रालय ने बयान में पिछले कुछ वर्षों में कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने का भी जिक्र किया. बयान में कहा गया, "भारत और यूएई के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. हाल के वर्षों में, भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी राजनीतिक, व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में मजबूत हुई है."
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