
साबर डेयरी के खिलाफ पशुपालकों का 'हल्ला बोल', हजारों लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज...47 हिरासत में
पशुपालकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए दूध को रास्ते पर बहाकर अपना विरोध जताया.

Published : July 15, 2025 at 2:21 PM IST
साबरकांठाः गुजरात के साबरकांठा जिले में पशुपालकों ने दूध के दाम नहीं बढ़ाए जाने को लेकर साबर डेयरी के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है. पशुपालकों ने गांव की डेयरी में दूध देने के बजाय सड़कों पर दूध बहाकर सहकारी व्यवस्था के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. पुलिस ने इस मामले में बडी कार्रवाई की है.
ग्रामीण इलाके इडर, वडाली, खेड़ब्रह्मा, प्रांतिज, पोशिना, विजयनगर, हिम्मतनगर समेत कई स्थानों पर पशुपालक महंगाई के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं. पशुपालकों की यहीं नीति जारी रही तो आने वाले दिनों में दूध के सप्लाई को लेकर मुश्किलें बढ़ने की आशंका है. इससे डेयरी की लाखों लीटर दूध से होने वाली आय भी कम होना तय माना जा रहा है.
गौरतलब है कि कल यानी सोमवार को साबर डेयरी में पुलिस और पशुपालकों के बीच झड़प हुई थी. इस दौरान पुलिस वाहनों और साबर डेयरी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था. जिसको लेकर शिकायत भी दर्ज कराई गई. शिकायत में बायड के पूर्व विधायक जसुभाई पटेल, रणजीतसिंह सोलंकी, साबरकांठा बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्रसिंह भाटी समेत कुल 74 लोगों के नाम हैं.
इसके अलावा, एक हजार लोगों की भीड़ के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, जबकि 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने धारा 125, 189, 121, 109 के तहत शिकायत दर्ज की है. इस पूरे मामले की जांच एलसीबी पुलिस करेगी.
सोमवार को दूध की कीमतों को लेकर आक्रोशित पशुपालकों ने साबर डेयरी का गेट तोड़ दिया और नुकसान पहुंचाया. साबरकांठा-अरावली जिलों के पशुपालकों का एक समूह साबर डेयरी में एकत्र हो गए. इस दौरान वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया. भीड़ ने पुलिस बल पर पथराव किया. जिसके बाद साबरकांठा पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
जानें पशुपालक क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन
पशुपालक दूध की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होने से नाराज हैं. आमतौर पर जून-जुलाई में दूध की कीमत में बढोतरी होने की उम्मीद रही है. यह मुद्दा लंबे समय से चल रहा है. 14 जुलाई, 2025 को साबर डेयरी पर पशुपालकों द्वारा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया. उनका कहना था कि चारा व अन्य सामग्री महंगी हो गयी है. इसलिए दूध की कीमत बढ़ाया जाना चाहिए.
बायड के विधायक धवलसिंह जाला ने पशुपालकों की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि, डेयरी सहकारी समिति किसानों की मांगों पर विचार करेंगे. वहीं, इस विरोध प्रदर्शन के बाद पशुपालकों और डेयरी सहकारी समितियों के बीच चल रहे तनाव सामने आये हैं. इस वजह से डेयरी उत्पादन के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है.
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