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हैदराबाद में हजारों निवेशकों से ₹700 करोड़ की ठगी का मामला, पीड़ितों ने किया प्रदर्शन - INVESTMENT FRAUD

Hyderabad 700 crore investment fraud: हैदराबाद में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में एक फर्म ने कम से कम 18,000 लोगों को निवेश के नाम पर कथित तौर पर ठगी का शिकार बनाया. कंपनी ने कथित तौर पर लोगों को भारी रिटर्न के साथ पैसे लौटाने का वादा किया था लेकिन बाद में गायब हो गई.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 15, 2024, 8:37 AM IST

investment fraud
ठगी का मामला (प्रतीकात्मक- IANS)

हैदराबाद: माधपुर में एक बड़ा निवेश धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एक फर्म ने कथित तौर पर कम से कम 18,000 निवेशकों से 700 करोड़ रुपये ठग लिए. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने निवेशकों को उनके पैसे पर कथित तौर पर भारी रिटर्न के साथ लौटाने का वादा करके लुभाया था. निवेश करने वाले लोगों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया है, क्योंकि कंपनी ने अपना कार्यालय बंद कर दिया है और इसके प्रबंधक भी उपलब्ध नहीं हैं.

विवादास्पद योजना के बारे में जानें

एक फर्म ने हैदराबाद के माधपुर में परिचालन शुरू किया. इसमें निवेश पर हाई इंटरेस्ट रेट रिटर्न करने का दावा किया गया. यूट्यूबरों द्वारा इसकी जबरदस्त मार्केटिंग और प्रचार प्रसार किया गया. इस तरह कंपनी ने निवेशकों को आकर्षित किया. निवेशकों ने सामूहिक रूप से 700 करोड़ रुपये का निवेश किया.

रिपोर्ट के अनुसार निवेशकों को शुरू में हर महीने कम से कम 12 प्रतिशत रिटर्न देने का वादा किया गया था. निवेशकों के पैसे निकालने पर अधिक रिटर्न देने की पेशकश की गई. हालांकि जून में जब निवेशकों ने पैसे निकालने का फैसला किया तो उन्हें निराशा हाथ लगी. उन्होंने पाया कि कंपनी का कार्यालय बंद है और कंपनी के प्रबंधक उपलब्ध नहीं हैं.

गुस्साए पीड़ितों ने किया विरोध प्रदर्शन

इस धोखाधड़ी से पीड़ित लोग आक्रोशित हो गए. उन्होंने इसके बारे में पुलिस को सूचना दी. उनकी शिकायतों के बावजूद पुलिस की ओर से तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे उनका गुस्सा और अधिक बढ़ गया. फिर गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को सेंट्रल क्राइम स्टेशन (CCS) के सामने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों में पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वालों में वकील अशीर खान, एक चैरिटी संगठन की अमीना और नारी निकेतन फाउंडेशन की अध्यक्ष सफिया शामिल थीं.

कानूनी और वित्तीय प्रभाव

कथित घोटाले से पूरे देश में निवेश से जुड़े अन्य योजना को लेकर खलबली मच गई. रिपोर्ट से पता चलता है कि निवेश भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दुबई और अमेरिका तक फैला हुआ है. ऐसे ही एक उदाहरण में एक डॉक्टर और उसके परिवार ने चार महीनों में इस योजना में 2.72 करोड़ रुपये का निवेश किया.

पीड़ितों ने न्याय की गुहार लगाई

धोखाधड़ी सामने आने के बाद पीड़ितों ने तेलंगाना पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की ताकि उनकी गाढ़ी कमाई वापस मिल सके. उन्होंने बडे़ अफसरों से मामले की जांच में तेजी लाने की भी अपील की है.

ये भी पढ़ें- ठगी करने के आधुन‍िक तरीकों पर नकेल कसेगी द‍िल्‍ली पुल‍िस, हैदराबाद की टीम ने नई तकनीकों की चुनौत‍ियों से न‍िपटने के स‍िखाए गुर

हैदराबाद: माधपुर में एक बड़ा निवेश धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एक फर्म ने कथित तौर पर कम से कम 18,000 निवेशकों से 700 करोड़ रुपये ठग लिए. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने निवेशकों को उनके पैसे पर कथित तौर पर भारी रिटर्न के साथ लौटाने का वादा करके लुभाया था. निवेश करने वाले लोगों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया है, क्योंकि कंपनी ने अपना कार्यालय बंद कर दिया है और इसके प्रबंधक भी उपलब्ध नहीं हैं.

विवादास्पद योजना के बारे में जानें

एक फर्म ने हैदराबाद के माधपुर में परिचालन शुरू किया. इसमें निवेश पर हाई इंटरेस्ट रेट रिटर्न करने का दावा किया गया. यूट्यूबरों द्वारा इसकी जबरदस्त मार्केटिंग और प्रचार प्रसार किया गया. इस तरह कंपनी ने निवेशकों को आकर्षित किया. निवेशकों ने सामूहिक रूप से 700 करोड़ रुपये का निवेश किया.

रिपोर्ट के अनुसार निवेशकों को शुरू में हर महीने कम से कम 12 प्रतिशत रिटर्न देने का वादा किया गया था. निवेशकों के पैसे निकालने पर अधिक रिटर्न देने की पेशकश की गई. हालांकि जून में जब निवेशकों ने पैसे निकालने का फैसला किया तो उन्हें निराशा हाथ लगी. उन्होंने पाया कि कंपनी का कार्यालय बंद है और कंपनी के प्रबंधक उपलब्ध नहीं हैं.

गुस्साए पीड़ितों ने किया विरोध प्रदर्शन

इस धोखाधड़ी से पीड़ित लोग आक्रोशित हो गए. उन्होंने इसके बारे में पुलिस को सूचना दी. उनकी शिकायतों के बावजूद पुलिस की ओर से तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे उनका गुस्सा और अधिक बढ़ गया. फिर गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को सेंट्रल क्राइम स्टेशन (CCS) के सामने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों में पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वालों में वकील अशीर खान, एक चैरिटी संगठन की अमीना और नारी निकेतन फाउंडेशन की अध्यक्ष सफिया शामिल थीं.

कानूनी और वित्तीय प्रभाव

कथित घोटाले से पूरे देश में निवेश से जुड़े अन्य योजना को लेकर खलबली मच गई. रिपोर्ट से पता चलता है कि निवेश भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दुबई और अमेरिका तक फैला हुआ है. ऐसे ही एक उदाहरण में एक डॉक्टर और उसके परिवार ने चार महीनों में इस योजना में 2.72 करोड़ रुपये का निवेश किया.

पीड़ितों ने न्याय की गुहार लगाई

धोखाधड़ी सामने आने के बाद पीड़ितों ने तेलंगाना पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की ताकि उनकी गाढ़ी कमाई वापस मिल सके. उन्होंने बडे़ अफसरों से मामले की जांच में तेजी लाने की भी अपील की है.

ये भी पढ़ें- ठगी करने के आधुन‍िक तरीकों पर नकेल कसेगी द‍िल्‍ली पुल‍िस, हैदराबाद की टीम ने नई तकनीकों की चुनौत‍ियों से न‍िपटने के स‍िखाए गुर
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