नई दिल्ली: गुजरात के तट के पास अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पर अधिकारियों ने एक बड़ी सफलता हासिल की. टीम ने 1800 करोड़ रुपये मूल्य की 300 किलोग्राम मादक पदार्थों की खेप जब्त की है. जानकारी के अनुसार, इंडियन कोस्ट गार्ड (आईसीजी) के जहाज को देखते ही तस्करों ने प्रतिबंधित पदार्थ को समुद्र में फेंक दिया और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा को पार कर भाग गए. आईसीजी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खेप को समुद्र से बरामद किया और आगे की जांच के लिए एटीएस को सौंप दिया.
अमित शाह ने की सराहना
इस बड़ी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘X’ प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि, समुद्र में यह अभियान 'नशा मुक्त भारत' के लिए मोदी सरकार के समग्र दृष्टिकोण की सफलता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. उन्होंने सफल अभियान के लिए गुजरात पुलिस एटीएस और भारतीय तटरक्षक बल की सराहना की सराहना की.
The Modi govt is rooting out drug networks ruthlessly.
— Amit Shah (@AmitShah) April 14, 2025
In the ceaseless pursuit of building a drug-free Bharat, a monumental feat was achieved by seizing 300 kg of narcotics worth ₹1800 crore near the international maritime border. This operation, in the seas, is a shining…
गुजरात एटीएस को मिली थी सूचना
वहीं, गुजरात एटीएस के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सुनील जोशी ने बताया कि जहाज के संदिग्ध स्थान पर जाने के दौरान तटरक्षक बल के साथ दो एटीएस अधिकारी जुड़े हुए थे.
गुजरात एटीएस इंस्पेक्टर जेएम पटेल को सूचना मिली थी कि एक पाकिस्तानी सप्लायर, फिदा तमिलनाडु की एक नाव को देकर पोरबंदर में आईएमबीएल से करीब 400 किलोग्राम माल की तस्करी करने की कोशिश कर रहा है, जो इस माल को तमिलनाडु ले जाने वाली थी. हमने मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई और इंस्पेक्टर वीएम भारवाड़ और सब-इंस्पेक्टर भूपेंद्र वाघेलाल को तटरक्षक बल के साथ जोड़ा गया.
समुद्र में फेंककर भागे तस्कर
जोशी ने बताया कि आईसीजी जहाज ने अपने रडार पर एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव को पाया था, 12 और 13 अप्रैल की रात को, जहाज उस स्थान पर पहुंचा जहां हैंडऑफ होना था, और अपने रडार के माध्यम से एक छोटी पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव को पाया. पाकिस्तानी शिपिंग बोट ने आईसीजी जहाज को देखा था और उनकी सामान्य प्रतिक्रिया जहाज से सामान को फेंकना था ताकि वे निर्दोष होने का दावा कर सकें. इससे पहले 11 अप्रैल को, आईसीजी ने भारतीय विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के भीतर सागर लाइट से लगभग 72 समुद्री मील दूर एक मछली पकड़ने वाली नाव, मां बसंती को रोका था
@IndiaCoastGuard, in a joint operation with #Gujarat #ATS on the night of 12-13 Apr 25, seized 300 Kg narcotics worth Rs 1800 Cr off #IMBL near #Gujarat coast. On spotting #ICG ship, smugglers dumped contraband & fled across #IMBL. Consignment recovered at sea & handed to #ATS… pic.twitter.com/sxy7CG89Vq
— Indian Coast Guard (@IndiaCoastGuard) April 14, 2025
'नशा मुक्त भारत' की दिशा में सरकार का प्रयास
केंद्र सरकार 'नशा मुक्त भारत' के दृष्टिकोण के तहत, देश भर में मादक पदार्थों के रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. अधिकारियों ने इस दिशा में अपने अभियान को और तेज कर दिया है.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह असम में 24.32 करोड़ रुपये मूल्य की 30.4 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां जब्त की गईं थीं. इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पूरी ताकत से ड्रग माफियाओं को खत्म करने में जुटी है और यह अभियान पूरी शक्ति के साथ जारी रहेगा.
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) और पुलिस बलों ने 2024 में पूरे भारत में 16,914 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स जब्त की हैं, जो आजादी के बाद से अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
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