रामनगर (नैनीताल): शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां डॉक्टरों को पहले लगा कि महिला के पेट में जुड़वां बच्चे हैं, लेकिन जब अल्ट्रासाउंड किया गया तो पेट से निकली 16 किलो की रसौली यानी ट्यूमर.
वहीं, ताजा मामला रामनगर के आदर्श नगर कॉलोनी निवासी रुखसाना का है. रुकसाना लंबे समय से पेट दर्द की समस्या से जूझ रही थी. जब वह हॉस्पिटल पहुंचीं तो डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को देखकर अनुमान लगाया कि शायद वह गर्भवती हैं और उनके पेट में जुड़वां बच्चे हो सकते हैं, क्योंकि पेट असामान्य रूप से बड़ा हो चुका था. हालांकि, जब डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड किया तो नतीजे चौंकाने वाले थे. महिला के पेट में कोई बच्चा नहीं बल्कि एक विशाल ट्यूमर था, जो लगातार बढ़ रहा था. तुरंत ऑपरेशन की योजना बनाई गई और सर्जरी के दौरान महिला के पेट से 16 किलो वजनी रसौली को निकाला गया.
महिला के इस जटिल ऑपरेशन को करने वाले सर्जन डॉ. अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि यह ऑपरेशन करीब 6 घंटे तक चला. महिला अब पूरी तरह स्वस्थ है और खतरे से बाहर है. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जब महिला अस्पताल आई, तो हमें पहली नजर में लगा कि वो जुड़वां बच्चों के साथ गर्भवती है लेकिन जब अल्ट्रासाउंड किया गया, तो उसमें 16 किलो की रसौली मिली, हमने तुरंत ऑपरेशन किया और अब मरीज बिल्कुल स्वस्थ है. उन्होंने बताया कि पिछले दो महीने में उनके अस्पताल में कुल 28 ट्यूमर के ऑपरेशन किए जा चुके हैं, जिनमें से अधिकांश केस महिलाओं से संबंधित रहे हैं.
डॉ. अग्रवाल ने यह भी बताया कि इस तरह के केस लगातार सामने आना एक गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को नियमित रूप से अपनी सेहत की जांच करानी चाहिए. खासकर तब जब पेट दर्द, सूजन या असामान्य लक्षण लंबे समय तक बने रहें.
डॉक्टर बताते हैं कि इस बीमारी की जड़ बच्चेदानी या अंडाशय में गांठों का बनना होता है, जो धीरे-धीरे ट्यूमर का रूप ले लेती हैं. यदि समय पर जांच और इलाज न हो, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती हैं.
डॉक्टर अग्रवाल ने इस मामले को मेडिकल चमत्कार करार देते हुए कहा कि ये मामला दिखाता है कि समय रहते जांच और इलाज कितना जरूरी है. महिलाओं के लिए यह एक चेतावनी है कि वह अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहें और लक्षणों को नजरअंदाज न करें.
वहीं, उन्होंने बताया कि की महामारी के दौरान पैड का इस्तेमाल न करने की वजह से या गंदा कपड़ा इस्तेमाल करने की वजह से इन्फेक्शन की वजह से भी यह लक्षण महिलाओं में फैलते हैं.
वहीं, मरीज रुखसाना ने पति शकील अहमद ने कहा कि उनकी पत्नी काफी समय से परेशान थी. उनका पेट काफी बढ़ चुका था. पहले वो गैस को इसका कारण बताती थी, लेकिन जब अस्पताल आए तो पता लगा कि ये रसौली है और वो भी 16 किलो की, उन्होंने कहा कि अब ऑपरेशन के बाद उनकी पत्नी स्वस्थ है.
बता दें कि, इसी साल बीते मार्च महीने में महाराष्ट्र के अकोला में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. इसमें एक महिला के पेट से 16.75 किलो का ट्यूमर निकाला गया था. डॉक्टरों ने इस मामले को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के लिए आवेदन भी किया था.
वहीं, पिछले साल 2024 में उधम सिंह नगर के रुद्रपुर में भी ऐसा ही केस सामने आया था. यहां वरिष्ठ सर्जन डॉ. केदार सिंह शाही व उनकी टीम ने ऑपरेशन कर महिला के पेट से 16 किलो का ट्यूमर निकाला था. हैरानी की बात ये थी कि ट्यूमर निकलने से महिला का वजन केवल 18 किलो रह गया था जो ऑपरेशन से पहले 34 किलो बता रहा था.
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