Ramayan Mahotsav CG: कर्नाटक के कलाकारों ने कन्नड़ भाषा में सीताहरण का किया मंचन
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आयोजित रामायण महोत्सव में कर्नाटक से आए कलाकारों ने कन्नड़ भाषा में सीताहरण का मंचन किया. रामायण महोत्सव के पहले दिन कन्नड़ भाषा में रावण द्वारा सीताहरण के मार्मिक दृश्य को नृत्य नाटिका के माध्यम से पेश किया गया. रामकथा की प्रस्तुति में शास्त्रीय परंपरा के साथ ही स्थानीय स्तर पर चल रही कला परंपरा को शामिल किया गया. सीताहरण मंचन के दौरान कलाकारों की वेशभूषा और मुकुट को देख दर्शक काफी उत्साहित नजर आए. यक्षगान के कलाकारों ने बताया कि पिछले 90 सालों से उनके पूर्वज यक्षगान कर रहे हैं. यक्षगान के मंचन के दौरान मुकुट की काफी अहम भूमिका होती है. इस मुकुट से कलाकार का कैरेक्टर उजागर होता है. कलाकारों ने बताया कि यक्षगान में पहनने वाले मुकुट और आभूषण के लिए हल्की लकड़ी का प्रयोग किया जाता है.