जापान बनने लगा बूढ़े लोगों का देश, प्रजनन दर में लगातार सातवें साल गिरावट
Published: Jun 3, 2023, 11:43 AM

प्रजनन दर घटने से जापान बूढ़े लोगों का देश बनने की ओर बढ़ता जा रहा है. सरकार इसके लिए चिंतित है और कुछ नए कदम उठाने की कोशिश कर रही है.
टोक्यो :जापान की प्रजनन क्षमता 2022 में रिकॉर्ड निचले स्तर 1.26 पर आ गई है. इसमें लगातार सातवें साल गिरावट देखी गयी. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल प्रति महिला के जीवनकाल में जन्म लेने वाले बच्चों की औसत संख्या 1.26 थी, जो 2021 के आंकड़े से 0.05 कम है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि टोक्यो में सबसे कम प्रजनन दर 1.04 थी, इसके बाद मियागी में 1.09 और होक्काइडो में 1.12 थी, जबकि ओकिनावा में उच्चतम प्रजनन दर 1.70 थी, इसके बाद मियाजाकी में 1.63 और टोटोरी में 1.6 थी.
2022 में जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या भी एक साल पहले की तुलना में 40,875 कम होकर 770,747 रही है. पहली बार यह संख्या 8 लाख से नीचे गिर गई है. नवीनतम आंकड़े प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा द्वारा देश की गिरती जन्मदर को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के एक दिन बाद आई है.
बताया जा रहा है कि जापान में पिछले साल 7,99,728 शिशुओं के जन्म होने की जानकारी दी गयी थी. जापान में यह पहला मौका था, जब साल भर में जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या आठ लाख से कम बतायी गयी थी. जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गयी जानकारी को देखा जाय तो पता चलता है कि बीते 40 साल में किसी एक वर्ष में जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या घट कर लगभग आधी हो गयी है. साथ में यह भी याद दिलाया कि जापान में साल 1982 में 15 लाख से अधिक शिशुओं का जन्म हुआ था.
इस तरह के घटते आंकड़ों से जापान बूढ़े लोगों का देश बनने की ओर अग्रसर है. ज्यातार लोग पेंशन और सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं पर आश्रित रहकर अपना जीवन जी रहे हैं. इससे जापान की अर्थव्यवस्था के लिए एक नया संकट बढ़ने लगा है.
--आईएएनएस के इनपुट के साथ