कानपुर:शहर की अहम समस्याओं में जाम की समस्या शामिल है. अक्सर ही इस जाम की वजह से बीच सड़क पर राहगीरों व ट्रैफिक पुलिसकर्मियों में नोंकझोंक हाथापाई तक हो जाती है. इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके, इसके लिए अब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के कंधों के पास बॉडीवार्न कैमरा लगाया गया है. जो पल-पल की अपडेट डीसीपी ट्रैफिक तक पहुंचाएगा.
डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी का कहना है कि यह बॉडीवार्न कैमरा टू-वे परपज के सिद्धांत पर काम करेगा. यानी न तो अब ट्रैफिक पुलिसकर्मी राहगीरों से अभद्रता कर सकेंगे और न ही राहगीर पुलिसकर्मियों को अपशब्द बोल सकेंगे. अगर वाक्या या कोई घटना हुई भी तो कैमरे में जो साक्ष्य होंगे, उसके आधार पर दोषियों को चिन्हित कर सजा दी जा सकेगी. पहले चरण में फिलहाल शहर के 75 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बॉडीवार्न कैमरे दिए गए हैं. जिसकी मदद से वह शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक के बेहतर संचालन का काम संभाल रहे हैं.
एक सर्वर पर पहुंचेगा फीड, कई दिनों तक स्टोरेज की सुविधा:डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने बताया कि सभी बॉडीवार्न कैमरों का फीड डीसीपी ट्रैफिक कार्यालय के एक सर्वर पर पहुंचेगा. जहां इसके कई दिनों तक स्टोरेज की भी व्यवस्था की गई है. जब हम किसी चौराहे पर लाइव मॉनीटरिंग के दौरान पब्लिक एड्रेस सिस्टम से कोई संदेश देंगे तो उस बॉडीवार्न कैमरे तक यह मैसेज रिसीव होगा. इसी के साथ ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद है या नहीं इसकी जानकारी भी मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों को अपने कैमरों को ड्यूटी के दौरान ऑन रखना होगा, लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई होगी.
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