बोकारो:आदिवासी जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जे के विरोध में सत्ताधारी दल जेएमएम 9 जून को एक जन आक्रोश रैली करेगा. इस बात की जानकारी जेएमएम के जिला अध्यक्ष हीरालाल माझी ने दी. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों गैर आदिवासियों के द्वारा आदिवासी की जमीन पर कब्जा करने को लेकर सोनेत संथाल समाज के सचिव सुरेश मुर्मू की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
ये भी पढ़ें:Bokaro Crime News: भू माफियाओं की मारपीट से घायल आदिवासी की इलाज के दौरान मौत, परिवारवालों ने लगाए ये आरोप
जिलाध्यक्ष ने कहा कि घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी और आदिवासी जमीन पर हो रहे अवैध कब्जा को लेकर जन आक्रोश रैली आयोजित होगी. आदिवासी की जमीन पर कब्जा किया जाना इस राज्य और बोकारो जिले के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात है. बताते चलें कि बोकारो चास अंचल में आदिवासी जमीनों को भूमाफिया द्वारा गलत पेपर बनाकर गलत तरीके से बेचकर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है. ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं. इन आदिवासी भूमि की जांच करने और आदिवासी भूवापसी के तहत कार्रवाई करने की मांग की जा रही है.
जांच में मिली आदिवासी की जमीन:आदिवासी समाज के दबाव और बढ़ते जनाक्रोश के बाद नारायणपुर के उक्त जमीन जहां सुरेश मुर्मू की हत्या हो गई, उस जमीन की जांच करने पर यह बात सामने आई है कि वह आदिवासी खाता की जमीन है. उन्हीं की जमाबंदी चल रही थी, लेकिन बाद में किसी तरीके से भूमि के एक अंश रकबा में किसी गैर आदिवासी की जमाबंदी की गई थी. इसकी जानकारी अपर समाहर्ता सादात अनवर ने दी. उन्होंने बताया कि आदिवासी जमीन की जमा बंदी गैर आदिवासी को कैसे हो गई इसकी ठोस जानकारी नहीं मिली है. इसमें करवाई की जा रही है. चास अंचलाधिकारी ने चास अंचल के अंतर्गत सभी आदिवासी खाता की जमीन की जांच करने और आदिवासी खाते में किसी गैर आदिवासी की जमाबंदी को रद्द करने के लिए सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है.