बेंगलुरु: कर्नाटक में एक बड़े नेता के खिलाफ कथित अश्लील वीडियो मामले में राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कथित अश्लील वीडियो का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि इससे जुड़ा अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. महिला आयोग की मांग पर कर्नाटक के सीएम ने एक्शन लिया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि राज्य सरकार ने हसन जिले में कथित अश्लील वीडियो मामले में एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का फैसला किया है. सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना के कथित अश्लील वीडियो मामले में एक विशेष जांच दल गठित करने का निर्णय लिया है. हसन जिले में अश्लील वीडियो क्लिप प्रसारित हुआ जिसमें ऐसा प्रतीत होता है कि महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किया गया. महिला आयोग की अध्यक्ष के अनुरोध पर एसआईटी जांच कराने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'इस मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष ने सरकार को एसआईटी जांच कराने के लिए पत्र लिखा था. उनके अनुरोध के जवाब में यह निर्णय लिया गया है.' इससे पहले 25 अप्रैल को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कथित वीडियो प्रसारित होने के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने सिद्धारमैया से एसआईटी जांच शुरू करने का अनुरोध किया था.
एडीजीपी की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन
कर्नाटक सरकार ने कथित हासन अश्लील वीडियो मामले की जांच के लिए एडीजीपी बीके सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है. गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और रविवार को ही जांच एसआईटी को सौंप दी जाएगी. इसके बाद राज्य सरकार ने एसआईटी गठन का आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है. बता दें कि सहायक पुलिस महानिदेशक सुमन डी पेन्नेकर, मैसूरु जिला एसपी सीमा लाटकर भी एसआईटी टीम में हैं. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि इस मामले को लेकर राज्य के अन्य पुलिस स्टेशनों में दर्ज और दर्ज किए जाने वाले मामलों की जांच एसआईटी करेगी.